मजदूर कार्ड कैसे बनाएं 2025 | ऑनलाइन आवेदन, स्टेटस और फायदे

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क्या आप एक मजदूर हैं और सरकारी योजनाओं का लाभ उठाना चाहते हैं? मजदूर कार्ड, जिसे श्रमिक कार्ड या लेबर कार्ड के नाम से भी जाना जाता है, असंगठित क्षेत्र के मजदूरों के लिए एक महत्वपूर्ण दस्तावेज है। यह कार्ड आपको कन्या विवाह, मातृत्व लाभ, शिक्षा सहायता, और बीमा जैसी योजनाओं से जोड़ता है। चाहे आप उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, राजस्थान, या छत्तीसगढ़ में रहते हों, मजदूर कार्ड कैसे बनाएं, इसे ऑनलाइन कैसे अप्लाई करें, स्टेटस कैसे चेक करें, और इसके फायदे क्या हैं, इसकी पूरी जानकारी इस लेख में मिलेगी।

मजदूर कार्ड कैसे बनाएं 2025 | ऑनलाइन आवेदन, स्टेटस और फायदे

यह ब्लॉग खास तौर पर उन मजदूरों के लिए है, जो राजमिस्त्री, बढ़ई, प्लंबर, या ईंट भट्टा जैसे कार्य करते हैं। हम आपको आसान भाषा में बताएँगे कि मजदूर कार्ड ऑनलाइन अप्लाई कैसे करें और इसे बनवाने में किन दस्तावेजों की जरूरत पड़ती है। मोबाइल से आवेदन करने की प्रक्रिया, स्टेटस चेक करने, और कार्ड डाउनलोड करने के स्टेप्स भी जानेंगे। तो, इस लेख को अंत तक पढ़ें और अपने हक का लाभ उठाएँ!

मजदूर कार्ड क्या है?

मजदूर कार्ड एक सरकारी पहचान पत्र है, जो असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले मजदूरों के लिए बनाया जाता है। इसे श्रमिक कार्ड या लेबर कार्ड भी कहते हैं। यह कार्ड राज्य सरकारों द्वारा जारी किया जाता है ताकि मजदूरों को सामाजिक और आर्थिक सुरक्षा मिल सके। अगर आप राजमिस्त्री, बढ़ई, प्लंबर, रिक्शा चालक, या खेतीहर मजदूर हैं, तो यह कार्ड आपके लिए बहुत उपयोगी है।

मजदूर कार्ड का मुख्य उद्देश्य मजदूरों को सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाना है, जैसे:

  • वित्तीय सहायता: कन्या विवाह के लिए 55,000-65,000 रुपये।
  • शिक्षा सहायता: बच्चों की पढ़ाई के लिए छात्रवृत्ति।
  • बीमा और पेंशन: मजदूर की दुर्घटना होने पर 2-5 लाख रुपये का कवर मिलता है।

यह कार्ड खास तौर पर उन मजदूरों के लिए है, जो असंगठित क्षेत्र में कम से कम 90 दिन काम करते हैं। उत्तर प्रदेश में upbocw.in, बिहार में bocw.bihar.gov.in, और झारखंड में shramadhan.jharkhand.gov.in जैसी वेबसाइट्स के जरिए आप इसे ऑनलाइन बना सकते हैं। मजदूर कार्ड ऑनलाइन अप्लाई करने की प्रक्रिया आसान है और इसे मोबाइल से भी किया जा सकता है।

मजदूर कार्ड के लिए पात्रता

मजदूर कार्ड बनवाने के लिए आपको कुछ शर्तों को पूरा करना होगा। यह कार्ड खास तौर पर असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले मजदूरों के लिए है, जैसे राजमिस्त्री, बढ़ई, प्लंबर, या खेतीहर मजदूर। चाहे आप उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, राजस्थान, या छत्तीसगढ़ में रहते हों, मजदूर कार्ड ऑनलाइन अप्लाई करने से पहले पात्रता जानना जरूरी है। यह सुनिश्चित करता है कि आपका आवेदन स्वीकार हो और आप सरकारी योजनाओं का लाभ ले सकें।

नीचे कुछ मुख्य पात्रता शर्तें दी गई हैं:

  • उम्र: मजदूर की उम्र 18 से 60 के बीच हो।
  • काम का अनुभव: पिछले 12 महीनों में कम से कम 90 दिन असंगठित क्षेत्र में काम किया हो।
  • निवास: आप उस राज्य के निवासी हों, जहाँ आप कार्ड बनवा रहे हैं (जैसे यूपी, बिहार)।
  • बैंक खाता: आपका बैंक खाता आधार कार्ड से लिंक होना चाहिए।
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  • राजमिस्त्री, बढ़ई, और कई प्रकार के काम हैं जिन्हें करने वाले।
  • रिक्शा चालक, ईंट भट्टा मजदूर, या खेतीहर मजदूर।
  • सड़क निर्माण, कुआँ खोदने, या छप्पर डालने जैसे कार्य करने वाले।
  • अन्य असंगठित क्षेत्र के कार्य, जैसे मार्बल वर्क, पेंटिंग, या सुरक्षा गार्ड।

उदाहरण के लिए, रामू, एक राजमिस्त्री, ने उत्तर प्रदेश में यूपी मजदूर कार्ड बनवाया और अपनी बेटी की पढ़ाई के लिए छात्रवृत्ति प्राप्त की। अगर आप इनमें से कोई काम करते हैं, तो आप भी श्रमिक कार्ड बनवा सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए अपने राज्य की वेबसाइट (जैसे upbocw.in) पर जाएँ।

मजदूर कार्ड के लिए आवश्यक दस्तावेज

मजदूर कार्ड ऑनलाइन अप्लाई करने के लिए सही दस्तावेज होना बहुत जरूरी है। अगर आपके पास सही दस्तावेज नहीं होंगे, तो आपका आवेदन रद्द हो सकता है। नीचे उन दस्तावेजों की सूची दी गई है, जो आपको तैयार रखने चाहिए। ये दस्तावेज आसानी से उपलब्ध हैं और इन्हें मोबाइल या CSC केंद्र से अपलोड किया जा सकता है।

आवश्यक दस्तावेज:

  • आधार कार्ड: आपका और परिवार के सदस्यों (पत्नी, बच्चे, माता-पिता) का आधार कार्ड।
  • बैंक पासबुक: आधार से लिंक बैंक खाते का विवरण।
  • पासपोर्ट साइज फोटो: आपकी हाल की तस्वीर (JPEG/PNG, 100 KB से कम)।
  • नियोजन प्रमाण पत्र: यह साबित करता है कि आप असंगठित क्षेत्र में काम करते हैं।
  • घोषणा पत्र: आपकी जानकारी सही होने की स्व-घोषणा।
  • मोबाइल नंबर: आधार से लिंक और सक्रिय मोबाइल नंबर।

नियोजन प्रमाण पत्र और घोषणा पत्र कैसे बनाएँ?

  • नियोजन प्रमाण पत्र: आप अपने ठेकेदार या नियोक्ता से एक फॉर्म भरकर उनके हस्ताक्षर करवाएँ, इस फॉर्म में आपका काम और नियोक्विता का विवरण होना चाहिए, नियोजन प्रमाण पत्र डाउनलोड करने का लिंक नीचे दिया गया है।
  • घोषणा पत्र: इसमें आप घोषणा करते हैं कि दी गई जानकारी सही है। इसे नीचे दिए लिंक से डाउनलोड किया जा सकता है।
  • दस्तावेज JPEG में 100 KB से कम साइज के हों।

इन दस्तावेजों को स्कैन करें और अपने नजदीकी CSC केंद्र या मोबाइल से अपलोड करें। सही दस्तावेजों के साथ आपका मजदूर कार्ड आसानी से बन जाएगा।

मजदूर कार्ड ऑनलाइन कैसे बनाएं

मजदूर कार्ड ऑनलाइन अप्लाई करना आजकल बहुत आसान हो गया है। चाहे आप उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, राजस्थान, या छत्तीसगढ़ में रहते हों, आप अपने मोबाइल या कंप्यूटर से घर बैठे मजदूर कार्ड कैसे बनाएं, यह जान सकते हैं। यह प्रक्रिया समय बचाती है और आपको सरकारी योजनाओं का लाभ लेने में मदद करती है। नीचे हमने स्टेप-बाय-स्टेप प्रक्रिया बताई है,

मजदूर कार्ड बनाने की प्रक्रिया

मजदूर कार्ड बनवाना असंगठित क्षेत्र के मजदूरों के लिए बेहद आसान और जरूरी है। यह कार्ड आपको सरकारी योजनाओं, जैसे शिक्षा सहायता और बीमा, का लाभ दिलाता है। आप इसे अपने राज्य की आधिकारिक वेबसाइट या नजदीकी CSC केंद्र से बनवा सकते हैं। नीचे हमने मजदूर कार्ड ऑनलाइन अप्लाई करने की प्रक्रिया को सरल भाषा में बताया है, जो उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, और अन्य राज्यों के लिए लागू है।
मजदूर कार्ड बनाने के चरण:
  • राज्य की वेबसाइट खोलें: अपने राज्य के श्रम विभाग की आधिकारिक साइट पर जाएँ। मिसाल के तौर पर, उत्तर प्रदेश के लिए upbocw.in, बिहार के लिए bocw.bihar.gov.in, या झारखंड के लिए shramadhan.jharkhand.gov.in।
  • पंजीकरण शुरू करें: होमपेज पर “नया श्रमिक पंजीकरण” या “रजिस्ट्रेशन” बटन पर क्लिक करें।
  • आधार और मोबाइल विवरण डालें: अपना 12-अंकीय आधार नंबर और आधार से जुड़ा सक्रिय मोबाइल नंबर दर्ज करें।
  • OTP से सत्यापन करें: आपके फोन पर आए 6-अंकीय OTP को डालकर “सत्यापित करें” पर क्लिक करें।
  • आवेदन फॉर्म भरें: अपना पूरा नाम, जन्मतिथि, गाँव/शहर का पता, काम का प्रकार (जैसे बढ़ई, पेंटर), और परिवार की जानकारी भरें।
  • दस्तावेज अपलोड करें: आधार कार्ड, बैंक पासबुक की कॉपी, नियोजन प्रमाण पत्र, और स्व-घोषणा पत्र (JPEG/PNG, 100 KB से कम) अपलोड करें।
  • शुल्क जमा करें: 20-50 रुपये का पंजीकरण शुल्क (राज्य के आधार पर) UPI, नेट बैंकिंग, या डेबिट कार्ड से भुगतान करें।
  • आवेदन संख्या सहेजें: फॉर्म जमा करने के बाद मिली रसीद या आवेदन संख्या को नोट करें, जो स्टेटस चेक के लिए जरूरी है।
आवेदन जमा करने के बाद, आपका श्रमिक कार्ड आमतौर पर 4-7 कार्यदिवसों में तैयार हो जाता है। अगर ऑनलाइन प्रक्रिया मुश्किल लगे, तो नजदीकी CSC केंद्र पर जाएँ। वहाँ कर्मचारी आपके दस्तावेज लेकर कार्ड बनवाने में मदद करेंगे। उदाहरण के लिए, बिहार के रामू ने CSC केंद्र से बिहार लेबर कार्ड बनवाया और 5 दिन में कार्ड प्राप्त किया।

मजदूर कार्ड स्टेटस कैसे चेक करें

मजदूर कार्ड का स्टेटस चेक करना बहुत आसान है और इसे आप घर बैठे अपने मोबाइल से कर सकते हैं। इससे आपको पता चलता है कि आपका आवेदन स्वीकृत हुआ, लंबित है, या कोई दस्तावेज सुधारने की जरूरत है। नीचे हमने मजदूर कार्ड स्टेटस चेक करने की प्रक्रिया को सरल चरणों में बताया है, जो यूपी, बिहार, झारखंड, और अन्य राज्यों के लिए काम करती है।

मजदूर कार्ड स्टेटस चेक करने के चरण:

  1. आधिकारिक साइट पर जाएँ: अपने राज्य की श्रम विभाग वेबसाइट खोलें, जैसे upbocw.in (यूपी), bocw.bihar.gov.in (बिहार), या shramadhan.jharkhand.gov.in (झारखंड)।
  2. स्टेटस विकल्प चुनें: होमपेज पर “आवेदन स्थिति” या “श्रमिक स्टेटस चेक” लिंक पर क्लिक करें।
  3. विवरण दर्ज करें: अपनी आवेदन संख्या (रसीद नंबर) या 12-अंकीय आधार नंबर डालें।
  4. कैप्चा और OTP भेजें: स्क्रीन पर दिखने वाला कैप्चा कोड भरें और “OTP भेजें” पर क्लिक करें।
  5. OTP सत्यापित करें: आपके आधार से जुड़े मोबाइल नंबर पर आए OTP को डालकर “जमा करें” पर क्लिक करें।
  6. आवेदन स्थिति देखें: स्क्रीन पर स्टेटस दिखेगा, जैसे “स्वीकृत”, “लंबित”, या “दस्तावेज अपलोड करें”।
मजदूर कार्ड कैसे बनाएं 2025 | ऑनलाइन आवेदन, स्टेटस और फायदे
अगर आपका स्टेटस “स्वीकृत” है, तो आप कार्ड डाउनलोड कर सकते हैं। अगर “लंबित” दिख रहा है, तो 2-3 दिन बाद दोबारा जाँचें या CSC केंद्र से संपर्क करें। उदाहरण के लिए, झारखंड के लालू ने shramadhan.jharkhand.gov.in पर झारखंड मजदूर कार्ड का स्टेटस चेक किया और 6 दिन में कार्ड डाउनलोड किया

मजदूर कार्ड डाउनलोड कैसे करें

मजदूर कार्ड डाउनलोड करना एक सरल प्रक्रिया है, जिसे आप अपने मोबाइल या कंप्यूटर से कुछ ही मिनटों में पूरा कर सकते हैं। स्वीकृत होने के बाद, यह कार्ड आपको सरकारी योजनाओं, जैसे मातृत्व लाभ या दुर्घटना बीमा, का लाभ लेने के लिए जरूरी होता है। नीचे हमने मजदूर कार्ड डाउनलोड करने की प्रक्रिया को आसान चरणों में बताया है, जो उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, राजस्थान, और छत्तीसगढ़ में लागू है।

मजदूर कार्ड डाउनलोड करने के चरण:

  • राज्य की वेबसाइट खोलें: अपने राज्य के श्रम विभाग की साइट पर जाएँ, जैसे upbocw.in (यूपी), bocw.bihar.gov.in (बिहार), या shramadhan.jharkhand.gov.in (झारखंड)।
  • डाउनलोड लिंक चुनें: होमपेज पर “मजदूर कार्ड डाउनलोड” या “श्रमिक पंजीकरण विवरण” विकल्प पर क्लिक करें।
  • आधार नंबर डालें: “आधार नंबर” सेक्शन में अपना 12-अंकीय आधार नंबर दर्ज करें।
  • कैप्चा और OTP भेजें: दिखाई देने वाला कैप्चा कोड भरें और “OTP भेजें” बटन दबाएँ।
  • OTP सत्यापित करें: आधार से जुड़े मोबाइल नंबर पर आए OTP को डालकर “सबमिट” करें।
  • कार्ड डाउनलोड करें: आपका श्रमिक कार्ड स्क्रीन पर PDF फॉर्मेट में दिखेगा। इसे डाउनलोड करें और प्रिंट करवाएँ।
डाउनलोड किए गए कार्ड को अपने मोबाइल में सेव करें या नजदीकी दुकान से प्रिंट करवाएँ। उदाहरण के लिए, राजस्थान के गोविंद ने labour.rajasthan.gov.in से राजस्थान मजदूर कार्ड डाउनलोड किया और कन्या विवाह योजना का लाभ लिया। अगर डाउनलोड में समस्या हो, तो CSC केंद्र पर आधार नंबर लेकर जाएँ।

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मजदूर कार्ड नवीनीकरण प्रक्रिया

मजदूर कार्ड की वैधता (1-3 साल) खत्म होने के बाद इसे नवीनीकृत करना जरूरी है, ताकि आप सरकारी योजनाओं का लाभ लेते रह सकें। नवीनीकरण ऑनलाइन या ऑफलाइन (CSC केंद्र/श्रम कार्यालय) दोनों तरीकों से हो सकता है। नीचे हमने मजदूर कार्ड नवीनीकरण की प्रक्रिया को सरल चरणों में बताया है, जो यूपी, बिहार, और अन्य राज्यों के लिए उपयोगी है।

मजदूर कार्ड नवीनीकरण के चरण:

  • वेबसाइट पर जाएँ: अपने राज्य की श्रम विभाग साइट खोलें, जैसे upbocw.in (यूपी) या bocw.bihar.gov.in (बिहार)।
  • नवीनीकरण विकल्प चुनें: होमपेज पर “श्रमिक नवीनीकरण” या “रिन्यूअल” बटन पर क्लिक करें।
  • पंजीकरण विवरण डालें: अपनी मजदूर कार्ड संख्या, आधार नंबर, या आवेदन संख्या दर्ज करें।
  • OTP सत्यापन करें: आधार से जुड़े मोबाइल नंबर पर आए OTP को डालकर सत्यापित करें।
  • जानकारी जाँचें: नाम, पता, और काम का विवरण चेक करें। गलती हो तो सुधार करें।
  • दस्तावेज अपलोड करें: नया स्व-घोषणा पत्र (वेबसाइट से डाउनलोड करें) और नियोजन प्रमाण पत्र अपलोड करें (JPEG/PNG, 100 KB से कम)।
  • शुल्क जमा करें: 20-50 रुपये का नवीनीकरण शुल्क UPI, नेट बैंकिंग, या डेबिट कार्ड से भुगतान करें।
  • नया कार्ड डाउनलोड करें: नवीनीकरण पूरा होने के बाद अपडेटेड मजदूर कार्ड डाउनलोड करें।
नवीनीकरण के बाद, आपका कार्ड फिर से वैध हो जाएगा। उदाहरण के लिए, यूपी के सोहन ने upbocw.in पर यूपी मजदूर कार्ड नवीनीकृत किया और शिक्षा सहायता योजना का लाभ लिया। अगर आपको ऑनलाइन दिक्कत हो, तो CSC केंद्र या श्रम कार्यालय से मदद लें।

मजदूर कार्ड के फायदे

मजदूर कार्ड असंगठित क्षेत्र के मजदूरों के लिए एक वरदान है, जो उन्हें सरकारी योजनाओं से जोड़ता है। चाहे आप राजमिस्त्री, बढ़ई, प्लंबर, या खेतीहर मजदूर हों, यह कार्ड आपके और आपके परिवार के लिए आर्थिक और सामाजिक सुरक्षा प्रदान करता है। मजदूर कार्ड कैसे बनाएं और इसके लाभ क्या हैं, यह जानकर आप अपने जीवन को बेहतर बना सकते हैं। यह कार्ड उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, राजस्थान, और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में विभिन्न योजनाओं का लाभ दिलाता है। नीचे हमने इसके प्रमुख फायदों को सरल भाषा में बताया है, जो आपको और आपके परिवार को मदद करेंगे।

मजदूर कार्ड के प्रमुख लाभ: वित्तीय सहायता:

  • कन्या विवाह योजना: बेटी की शादी के लिए 51,000-65,000 रुपये की आर्थिक मदद।
  • मातृत्व लाभ: गर्भवती महिलाओं के लिए 20,000-30,000 रुपये की सहायता।
  • अंत्येष्टि सहायता: परिवार के किसी सदस्य की मृत्यु पर 15,000-25,000 रुपये।

शिक्षा सहायता:

  • बच्चों की पढ़ाई के लिए 5,000-25,000 रुपये की वार्षिक छात्रवृत्ति।
  • स्कूल फीस, किताबें, और यूनिफॉर्म के लिए अतिरिक्त सहायता।

स्वास्थ्य और बीमा:

  • दुर्घटना बीमा: कार्यस्थल पर दुर्घटना में 2-5 लाख रुपये तक का कवर।
  • मुफ्त स्वास्थ्य जाँच और इलाज की सुविधा।

पेंशन योजनाएँ:

  • 60 वर्ष की उम्र के बाद मासिक 1,000-2,000 रुपये की पेंशन।

आवास और अन्य लाभ:

  • कुछ राज्यों में घर बनाने के लिए 50,000-1 लाख रुपये की सहायता।
  • औजार खरीदने या प्रशिक्षण के लिए आर्थिक मदद।

उदाहरण के लिए, हरि, एक उत्तर प्रदेश के मजदूर, ने यूपी मजदूर कार्ड बनवाया और अपनी बेटी की पढ़ाई के लिए 15,000 रुपये की छात्रवृत्ति प्राप्त की। इसी तरह, सुनीता, एक बिहार की मजदूर, ने बिहार लेबर कार्ड के जरिए मातृत्व लाभ के लिए 25,000 रुपये पाए। मजदूर कार्ड छात्रवृत्ति फॉर्म भरकर या ऑनलाइन आवेदन करके आप भी इन योजनाओं का लाभ ले सकते हैं। यह कार्ड आपके मेहनतकश जीवन को आसान बनाने और भविष्य को सुरक्षित करने का एक शानदार तरीका है।

राज्य/सेवा आवेदन लिंक
उत्तर प्रदेश यूपी मजदूर कार्ड ऑनलाइन आवेदन
बिहार बिहार लेबर कार्ड पंजीकरण
झारखंड झारखंड मजदूर कार्ड आवेदन
राजस्थान राजस्थान मजदूर कार्ड ऑनलाइन अप्लाई
छत्तीसगढ़ छत्तीसगढ़ लेबर कार्ड पंजीकरण
केंद्र सरकार (ई-श्रम) ई-श्रम कार्ड ऑनलाइन आवेदन
CSC केंद्र नजदीकी CSC केंद्र खोजें
यूपी मजदूर कार्ड योजनाएँ यूपी मजदूर कार्ड के फायदे और योजनाएँ
यूपी मजदूर कार्ड स्टेटस चेक यूपी मजदूर कार्ड स्टेटस चेक
मजदूर कार्ड नवीनीकरण मजदूर कार्ड नवीनीकरण
मजदूर कार्ड घोषणा पत्र मजदूर कार्ड घोषणा पत्र डाउनलोड
नियोजन प्रमाण पत्र नियोजन प्रमाण पत्र डाउनलोड

निष्कर्ष

मजदूर कार्ड असंगठित क्षेत्र के मजदूरों के लिए एक महत्वपूर्ण दस्तावेज है, जो आर्थिक और सामाजिक सुरक्षा प्रदान करता है। चाहे आप उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, राजस्थान, या छत्तीसगढ़ में हों, मजदूर कार्ड ऑनलाइन अप्लाई करके आप कन्या विवाह, छात्रवृत्ति, बीमा, और पेंशन जैसी योजनाओं का लाभ ले सकते हैं। इस लेख में हमने मजदूर कार्ड कैसे बनाएं, दस्तावेज, स्टेटस चेक, डाउनलोड, और नवीनीकरण की पूरी जानकारी दी है।

अपने हक का लाभ उठाने के लिए आज ही अपने नजदीकी CSC केंद्र पर जाएँ या आधिकारिक वेबसाइट (जैसे upbocw.in) पर आवेदन करें। यह कार्ड आपके परिवार के भविष्य को सुरक्षित बनाने में मदद करेगा। अगर आपको कोई सवाल हो, तो अपने राज्य के श्रम विभाग से संपर्क करें और सरकारी योजनाओं का पूरा फायदा लें!

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क्या यह कार्ड पूरे भारत में मान्य है?

यह राज्य आधारित होता है लेकिन कई योजनाएं केंद्र द्वारा भी लागू होती हैं।

मजदूर कार्ड कितने दिन में बनता है?

आमतौर पर आवेदन के 4-7 कार्यदिवसों में कार्ड बन जाता है, अगर सभी दस्तावेज सही हैं। CSC केंद्र से जल्दी बन सकता है।

क्या महिलाएँ मजदूर कार्ड बनवा सकती हैं?

हाँ, असंगठित क्षेत्र में काम करने वाली महिलाएँ, जैसे खेतीहर मजदूर, कार्ड बनवा सकती हैं।

मजदूर कार्ड और ई-श्रम कार्ड में क्या अंतर है?

मजदूर कार्ड राज्य सरकार द्वारा जारी किया जाता है, जबकि ई-श्रम कार्ड केंद्र सरकार की योजना है। दोनों के लाभ अलग-अलग हो सकते हैं।

नवीनीकरण कितने समय बाद करना होता है?

कार्ड की वैधता 1-3 साल होती है, जिसके बाद ऑनलाइन या ऑफलाइन नवीनीकरण करना होता है।

क्या आधार नंबर के बिना कार्ड बन सकता है?

नहीं, आधार नंबर अनिवार्य है, क्योंकि यह आवेदन और स्टेटस चेक के लिए जरूरी है।

CSC केंद्र पर कितना शुल्क लगता है?

CSC केंद्र पर 50-100 रुपये का अतिरिक्त शुल्क लग सकता है, लेकिन यह सुविधा के लिए है।

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