लाडो सखी योजना: हरियाणा में बेटी जन्म पर ₹1000 की प्रोत्साहन राशि

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हरियाणा सरकार ने महिलाओं और बेटियों के सशक्तिकरण के लिए कई कदम उठाए हैं, और इन्हीं में से एक है लाडो सखी योजना 2025। इस योजना का शुभारंभ मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने 27 जुलाई 2025 को अंबाला में हरियाली तीज के अवसर पर किया। यह योजना न केवल गर्भवती महिलाओं की बेहतर देखभाल सुनिश्चित करती है, बल्कि बेटी के जन्म को प्रोत्साहित करके लिंगानुपात में सुधार लाने का भी लक्ष्य रखती है। इस ब्लॉग पोस्ट में हम आपको लाडो सखी योजना के बारे में विस्तार से बताएंगे, जिसमें इसके लाभ, पात्रता, आवेदन प्रक्रिया, और इससे जुड़ी अन्य महत्वपूर्ण जानकारी शामिल है।

लाडो सखी योजना: हरियाणा में बेटी जन्म पर ₹1000 की प्रोत्साहन राशि

लाडो सखी योजना क्या है?

लाडो सखी योजना हरियाणा सरकार की एक अनूठी पहल है, जिसका उद्देश्य बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान को और मजबूत करना है। इस योजना के तहत, गर्भवती महिलाओं की देखभाल के लिए आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, आशा वर्कर, और सहायक नर्स मिडवाइफ (ANM) को "लाडो सखी" के रूप में नियुक्त किया जाता है। ये लाडो सखियां गर्भवती महिलाओं को प्रसव से पहले और बाद में आवश्यक सहायता प्रदान करती हैं, जैसे टीकाकरण, स्वास्थ्य जांच, और दवाइयों की व्यवस्था।

सबसे खास बात यह है कि अगर किसी गर्भवती महिला को बेटी का जन्म होता है, तो लाडो सखी को ₹1000 की प्रोत्साहन राशि दी जाती है। यह राशि बेटी के जन्म को प्रोत्साहित करने और समाज में लिंगानुपात को बेहतर बनाने के लिए दी जाती है।

लाडो सखी योजना के मुख्य उद्देश्य

हरियाणा सरकार ने इस योजना को शुरू करने के पीछे कई महत्वपूर्ण लक्ष्य रखे हैं:

  • लिंगानुपात में सुधार: 2014 में हरियाणा का लिंगानुपात 871 था, जो 2025 में बढ़कर 906 हो गया है। यह योजना इस सुधार को और तेज करने का प्रयास है।
  • गर्भवती महिलाओं की बेहतर देखभाल: लाडो सखियां गर्भवती महिलाओं को व्यक्तिगत सहायता प्रदान करती हैं, जिससे मातृ और शिशु मृत्यु दर में कमी आती है।
  • महिलाओं का सशक्तिकरण: आंगनवाड़ी और आशा वर्कर्स को अतिरिक्त आय का स्रोत प्रदान करके उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूत करना।
  • बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ को बढ़ावा: बेटियों के जन्म को प्रोत्साहित करके सामाजिक जागरूकता बढ़ाना।

लाडो सखी योजना के लाभ

यह योजना न केवल गर्भवती महिलाओं और नवजात बेटियों के लिए, बल्कि लाडो सखियों के लिए भी कई लाभ प्रदान करती है। आइए इसके प्रमुख लाभों पर नजर डालें:

गर्भवती महिलाओं के लिए:

  • प्रसव से पहले और बाद में मुफ्त स्वास्थ्य सेवाएँ, जैसे टीकाकरण और दवाइयाँ।
  • व्यक्तिगत देखभाल और निगरानी, जो माँ और बच्चे के स्वास्थ्य को सुरक्षित रखती है।

लाडो सखियों के लिए:

  • प्रत्येक बेटी के जन्म पर ₹1000 की प्रोत्साहन राशि।
  • सामाजिक सम्मान और अतिरिक्त आय का अवसर।

समाज के लिए:

  • बेटियों के जन्म को प्रोत्साहन, जिससे लिंगानुपात में सुधार होता है।
  • सामुदायिक स्तर पर स्वास्थ्य सेवाओं में वृद्धि।

लाडो सखी योजना की पात्रता

लाडो सखी योजना का लाभ लेने के लिए कुछ पात्रता मानदंड निर्धारित किए गए हैं। ये मानदंड निम्नलिखित हैं:

श्रेणी पात्रता मानदंड
लाडो सखी के लिए आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, आशा वर्कर, या ANM (सहायक नर्स मिडवाइफ) होनी चाहिए।
गर्भवती महिलाएँ हरियाणा की स्थायी निवासी होनी चाहिए।
प्रोत्साहन राशि बेटी के जन्म पर लाडो सखी को ₹1000 की राशि दी जाएगी।

नोट: गर्भवती महिलाओं के लिए कोई आय या अन्य विशिष्ट शर्तें अभी तक घोषित नहीं की गई हैं, लेकिन स्थानीय आंगनवाड़ी केंद्र से संपर्क करके नवीनतम जानकारी प्राप्त की जा सकती है।

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लाडो सखी योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया

हालांकि, अभी तक हरियाणा सरकार ने लाडो सखी योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन पोर्टल लॉन्च नहीं किया है, लेकिन गर्भवती महिलाएँ और लाडो सखियाँ निम्नलिखित तरीकों से इस योजना का लाभ ले सकती हैं:

  1. आंगनवाड़ी केंद्र से संपर्क करें: गर्भवती महिलाएँ अपने नजदीकी आंगनवाड़ी केंद्र पर जाकर लाडो सखी योजना के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकती हैं।

आवश्यक दस्तावेज: आमतौर पर निम्नलिखित दस्तावेजों की आवश्यकता हो सकती है:

  • आधार कार्ड
  • निवास प्रमाण पत्र
  • गर्भावस्था से संबंधित मेडिकल दस्तावेज
  • बैंक खाता विवरण (लाडो सखी के लिए)

लाडो सखी की नियुक्ति: आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, आशा वर्कर, या ANM स्वचालित रूप से इस योजना के तहत लाडो सखी के रूप में पंजीकृत हो सकती हैं।

महत्वपूर्ण: जैसे ही हरियाणा सरकार इस योजना के लिए आधिकारिक पोर्टल लॉन्च करती है, हम इस पोस्ट को अपडेट करेंगे। आप नियमित अपडेट के लिए हमारी वेबसाइट को बुकमार्क कर सकते हैं।

लाडो सखी योजना और अन्य संबंधित योजनाएँ

लाडो सखी योजना के साथ-साथ हरियाणा सरकार ने महिलाओं और बेटियों के लिए कई अन्य योजनाएँ भी शुरू की हैं, जो इस प्रकार हैं:

  • लाडो लक्ष्मी योजना 2025: इस योजना के तहत गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन करने वाली महिलाओं को हर महीने ₹2100 की वित्तीय सहायता दी जाएगी। इसका शुभारंभ 9 अगस्त 2025 (रक्षाबंधन) के आसपास होने की संभावना है।
  • मुख्यमंत्री मातृत्व सहायता योजना: गर्भवती महिलाओं को आर्थिक और चिकित्सा सहायता प्रदान करने के लिए।
  • बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ: यह केंद्र सरकार की योजना है, जिसे हरियाणा में प्रभावी ढंग से लागू किया जा रहा है।

लाडो सखी योजना का प्रभाव

लाडो सखी योजना ने हरियाणा में सामाजिक और स्वास्थ्य क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव लाने की शुरुआत की है। कुछ प्रमुख प्रभाव इस प्रकार हैं:

  • लिंगानुपात में सुधार: 2014 में 871 से 2025 में 906 तक लिंगानुपात में वृद्धि इस बात का प्रमाण है कि ऐसी योजनाएँ समाज में बदलाव ला रही हैं।
  • स्वास्थ्य सेवाओं में वृद्धि: गर्भवती महिलाओं को व्यक्तिगत देखभाल मिलने से मातृ और शिशु मृत्यु दर में कमी आएगी।
  • महिलाओं का सशक्तिकरण: लाडो सखियों को अतिरिक्त आय और सम्मान मिलने से उनकी सामाजिक स्थिति में सुधार हो रहा है।

महिलाओं और बेटियों के लिए अन्य योजनाएँ

लाडो सखी योजना से जुड़े पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)

लाडो सखी योजना का लाभ कौन ले सकता है?

गर्भवती महिलाएँ जो हरियाणा की स्थायी निवासी हैं, और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, आशा वर्कर, या ANM जो लाडो सखी के रूप में नियुक्त हैं।

प्रोत्साहन राशि कब और कैसे मिलेगी?

बेटी के जन्म के बाद, लाडो सखी को ₹1000 की राशि उनके बैंक खाते में DBT (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) के माध्यम से दी जाएगी।

क्या इस योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है?

वर्तमान में, आवेदन प्रक्रिया ऑफलाइन है। आधिकारिक पोर्टल लॉन्च होने पर ऑनलाइन आवेदन की सुविधा शुरू हो सकती है।

लाडो सखी योजना का मुख्य उद्देश्य क्या है?

यह योजना बेटी के जन्म को प्रोत्साहित करने, गर्भवती महिलाओं की देखभाल करने, और लिंगानुपात में सुधार लाने के लिए शुरू की गई है।

बेटियों के लिए विशेष योजनाएँ

निष्कर्ष

लाडो सखी योजना हरियाणा सरकार की एक प्रेरणादायक पहल है, जो बेटियों के जन्म को प्रोत्साहित करने और गर्भवती महिलाओं की बेहतर देखभाल सुनिश्चित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। यह योजना न केवल सामाजिक जागरूकता बढ़ाती है, बल्कि आंगनवाड़ी और आशा वर्कर्स को आर्थिक रूप से सशक्त भी करती है। अगर आप इस योजना का लाभ लेना चाहते हैं या इसके बारे में और जानना चाहते हैं, तो अपने नजदीकी आंगनवाड़ी केंद्र से संपर्क करें।

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