मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने लाडली बहना योजना को लेकर एक बड़ी घोषणा की है, जिससे उन लाखों महिलाओं के चेहरों पर खुशी की लहर दौड़ गई है जो अब तक इस योजना का लाभ नहीं उठा पा रही थीं। सरकार ने संकेत दिए हैं कि दिवाली के बाद योजना का तीसरा चरण शुरू किया जाएगा, जिसमें छूटी हुई पात्र महिलाओं को जोड़ा जाएगा। इसके साथ ही, भाई दूज से योजना की राशि को बढ़ाकर ₹1500 प्रति माह कर दिया जाएगा।
क्या है मुख्यमंत्री का बड़ा ऐलान?
भोपाल के नरेला विधानसभा क्षेत्र में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने यह महत्वपूर्ण संकेत दिए। उन्होंने कहा, "अगर कोई बहन [योजना में] बची है तो चिंता मत करना, हो सकता है दिवाली के बाद उनको भी लड्डू मिलेंगे।" इस बयान से यह लगभग तय हो गया है कि सरकार जल्द ही तीसरे चरण के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू करेगी।
सरकार का लक्ष्य इस योजना को और अधिक समावेशी बनाना है ताकि कोई भी पात्र महिला आर्थिक सहायता से वंचित न रहे। मुख्यमंत्री ने यह भी दोहराया कि सरकार अपने वादे के अनुसार राशि को धीरे-धीरे बढ़ाएगी।
भाई दूज से मिलेंगे ₹1500, लक्ष्य ₹3000 का
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि बहनों को रक्षाबंधन पर ₹1250 के साथ ₹250 की अतिरिक्त राशि दी गई है, और भाई दूज के बाद से हर महीने ₹1500 उनके खातों में आएंगे। उन्होंने अपने वादे को दोहराते हुए कहा कि यह राशि साल दर साल बढ़ती रहेगी और 2028 तक इसे ₹3000 प्रति माह करने का लक्ष्य है।
क्यों हटाए जा रहे हैं लिस्ट से नाम?
एक तरफ जहां नए नाम जोड़ने की तैयारी है, वहीं दूसरी ओर अपात्र महिलाओं के नाम लाभार्थी सूची से हटाए भी जा रहे हैं। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, हाल ही में 10,963 महिलाओं को योजना से बाहर किया गया है क्योंकि उनकी आयु 60 वर्ष पूरी हो गई है। अब तक विभिन्न कारणों से लगभग 3.92 लाख से अधिक महिलाओं के नाम सूची से हटा दिए गए हैं।
नाम हटने के मुख्य कारण:
- आयु सीमा: 60 वर्ष की आयु पूरी कर लेना।
- अपात्रता: परिवार की वार्षिक आय ₹2.5 लाख से अधिक होना या परिवार में सरकारी कर्मचारी/पूर्व जनप्रतिनिधि का होना।
- मृत्यु: लाभार्थी महिला का निधन हो जाना।
- समग्र-आधार डी-लिंक: लाभार्थी की समग्र आईडी का आधार से लिंक न होना।
यह सुनिश्चित करने के लिए कि आपको किस्त मिलती रहे, समय-समय पर लाडली बहना योजना की नई लिस्ट में अपना नाम जरूर जांचते रहें।
लाडली बहना योजना के लिए नई पात्रता
तीसरे चरण में आवेदन करने वाली महिलाओं को निम्नलिखित पात्रता मानदंडों को पूरा करना होगा:
- महिला मध्य प्रदेश की मूल निवासी होनी चाहिए।
- आयु 21 से 59 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
- महिला विवाहित हो (जिसमें विधवा, तलाकशुदा और परित्यक्ता महिला भी सम्मिलित हैं)।
- परिवार की कुल वार्षिक आय ₹2.5 लाख से कम हो।
- परिवार का कोई भी सदस्य आयकर दाता न हो।
यदि आपका नाम आधार-समग्र डी-लिंक होने के कारण हटा दिया गया है, तो इसे तुरंत नजदीकी CSC सेंटर या पंचायत कार्यालय में जाकर ठीक कराएं ताकि योजना का लाभ फिर से मिल सके।
यह भी पढ़ें
- कहीं आपका नाम लिस्ट से कट तो नहीं गया? तुरंत यहां देखें लाडली बहना योजना की नई लाभार्थी सूची।
- महतारी वंदना योजना का पैसा मिला या नहीं? सिर्फ 1 मिनट में अपना स्टेटस ऐसे चेक करें।
- महतारी वंदना योजना की फाइनल लिस्ट हुई जारी, कहीं आप बाहर तो नहीं हो गए? जल्दी अपना नाम देखें।
पात्रता मानदंड: कौन कर सकता है आवेदन?
लाड़ली बहना योजना पात्रता के लिए निम्नलिखित शर्तें पूरी करनी होंगी:
- निवास: आवेदक मध्य प्रदेश की स्थायी निवासी होनी चाहिए।
- आयु: 21 से 60 वर्ष की महिलाएँ (1 जनवरी 2024 तक 21 वर्ष पूरे होने चाहिए)।
- वैवाहिक स्थिति: विवाहित, विधवा, तलाकशुदा, या परित्यक्ता महिलाएँ पात्र हैं। अविवाहित महिलाएँ पात्र नहीं हैं।
- पारिवारिक आय: वार्षिक पारिवारिक आय 2.5 लाख रुपये से कम होनी चाहिए।
- अन्य: परिवार का कोई सदस्य आयकरदाता, सरकारी कर्मचारी, या पूर्व सांसद/विधायक नहीं होना चाहिए।
आवश्यक दस्तावेज
लाड़ली बहना योजना रजिस्ट्रेशन के लिए निम्नलिखित दस्तावेज जरूरी हैं:
- समग्र आईडी: परिवार और आवेदक की समग्र आईडी।
- आधार कार्ड: मोबाइल नंबर से लिंक होना अनिवार्य।
- बैंक पासबुक: DBT (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) सक्रिय होना चाहिए।
- पासपोर्ट साइज फोटो: कैंप में फोटो भी खींची जा सकती है।
- मोबाइल नंबर: OTP सत्यापन के लिए।
आवेदन प्रक्रिया
लाड़ली बहना योजना रजिस्ट्रेशन फॉर्म निम्नलिखित तरीकों से भरा जा सकता है:
- ऑनलाइन: आधिकारिक पोर्टल सीएम लाडली बहना योजना की आधिकारिक वेबसाइट
- cmladlibahna.mp.gov.in या CM Ladli Behna मोबाइल ऐप के माध्यम से।
- ऑफलाइन: नजदीकी ग्राम पंचायत, वार्ड कार्यालय, या कैंप में फॉर्म जमा करें।
- फॉर्म जमा करने के बाद, आवेदन क्रमांक प्राप्त होगा, जिससे लाड़ली बहना योजना रजिस्ट्रेशन स्टेटस चेक किया जा सकता है।
योजना के लाभ
- वित्तीय सहायता: हर माह 1,250 रुपये, जो भाई दूज 2025 से 1,500 रुपये और 2028 तक 3,000 रुपये हो जाएंगे।
- आर्थिक सशक्तिकरण: महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और उनके स्वास्थ्य व पोषण में सुधार।
- सामाजिक सुरक्षा: विधवा, तलाकशुदा, और परित्यक्ता महिलाओं को विशेष सहायता।
लाड़ली बहना आवास योजना
इसके साथ ही, लाड़ली बहना आवास योजना के तहत पात्र महिलाओं को पक्का मकान बनाने के लिए 1.3 लाख रुपये की सहायता दी जा रही है। यह योजना उन महिलाओं के लिए है, जो प्रधानमंत्री आवास योजना से वंचित रह गई हैं।
देश के अन्य राज्यों की महिला योजनाएं
- दिल्ली की महिलाओं को हर महीने मिल रहे हैं ₹1000, मुख्यमंत्री महिला सम्मान योजना का फॉर्म ऐसे भरें।
- हरियाणा सरकार बेटियों को दे रही है हर महीने ₹2100, इस लाडो लक्ष्मी योजना का लाभ उठाने से चूकें नहीं।
- अब महाराष्ट्र की बहनों को मिलेंगे हर महीने पैसे, माझी लड़की बहिन योजना में ऐसे करें ऑनलाइन आवेदन।
- पश्चिम बंगाल की लक्ष्मी भंडार योजना क्या है? जानें कैसे आवेदन करके आप भी इसका लाभ उठा सकती हैं।
- खुशखबरी! सुभद्रा योजना में महिलाओं को मिलेंगे ₹50,000, अपना आवेदन स्टेटस तुरंत चेक करें।
महाराष्ट्र में ‘लाडकी बहीण’ योजना पर सख्ती
मुंबई। मध्य प्रदेश की तरह ही महाराष्ट्र में भी महिलाओं को वित्तीय सहायता देने के लिए लाडकी बहीण योजना (Ladki Bahin Yojana) शुरू की गई थी। इस योजना के तहत पात्र महिलाओं को हर माह ₹1500 की राशि सीधे उनके बैंक खाते में ट्रांसफर की जाती है। लेकिन हाल ही में इस योजना में बड़े पैमाने पर अनियमितताओं और घोटाले का मामला सामने आया है।
राज्य सरकार की जांच में पाया गया कि 14,000 से अधिक पुरुषों ने भी महिला केंद्रित इस योजना का लाभ उठाया। इन पुरुषों को करीब ₹21.44 करोड़ रुपये की राशि ट्रांसफर हो चुकी है। इसके अलावा, बड़ी संख्या में अपात्र महिलाओं और बुजुर्ग लाभार्थियों को भी गलत तरीके से भुगतान किया गया।
योजना में सामने आए प्रमुख घोटाले
- पुरुष लाभार्थी – योजना केवल महिलाओं के लिए थी, लेकिन जांच में 14,298 पुरुषों को लाभार्थी सूची में शामिल पाया गया।
- आयु सीमा उल्लंघन – नियम के अनुसार 65 वर्ष से अधिक आयु की महिलाओं को लाभ नहीं मिलना चाहिए था, फिर भी 2.8 लाख से अधिक बुजुर्ग महिलाओं को किश्तें मिलीं।
- एक परिवार में दो से अधिक महिलाएं – योजना के नियमों में एक परिवार की केवल दो महिलाओं को लाभ देने का प्रावधान है। इसके बावजूद, 7.9 लाख से अधिक परिवारों की दो से ज्यादा महिलाओं को भुगतान किया गया।
सरकार की कार्रवाई और प्रभाव
- राज्य सरकार ने तुरंत प्रभाव से संदिग्ध और अपात्र लाभार्थियों का भुगतान रोक दिया है।
- 65 वर्ष से अधिक उम्र वाली महिलाओं को योजना से बाहर कर देने का निर्णय लिया गया, जिससे सरकार को सालाना लगभग ₹518 करोड़ की बचत होगी।
- जिन परिवारों में दो से अधिक महिलाओं को लाभ मिला है, उनके खिलाफ भी जांच जारी है।
- सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) के डाटा और आधार लिंकिंग की गहन जांच की जा रही है ताकि भविष्य में इस तरह की गड़बड़ी न हो।
क्यों महत्वपूर्ण है यह कार्रवाई?
यह कदम इसलिए अहम है क्योंकि योजना का मूल उद्देश्य जरूरतमंद और पात्र महिलाओं को आर्थिक सहयोग देना था। लेकिन अपात्र लोगों और सिस्टम की खामियों ने इसे एक बड़े वित्तीय बोझ में बदल दिया। विधानसभा चुनाव से पहले सरकार ने सख्त रुख अपनाकर यह संदेश देने की कोशिश की है कि योजना का लाभ केवल पात्र बहनों को ही मिलेगा।
महत्वपूर्ण सलाह
- लाड़ली बहना योजना लिस्ट में अपना नाम चेक करें: आधिकारिक वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन नंबर या समग्र आईडी से स्थिति जांचें।
- KYC अपडेट: आधार और समग्र आईडी लिंक सुनिश्चित करें।
- पावती डाउनलोड: आवेदन के बाद पावती SMS/WhatsApp पर प्राप्त होगी।
मध्य प्रदेश सरकार की यह योजना महिलाओं के आर्थिक और सामाजिक उत्थान के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। दीपावली के बाद शुरू होने वाले तीसरे चरण के लिए तैयार रहें और अपने दस्तावेजों को अभी से व्यवस्थित करें।