Nava Bihan Yojana Chhattisgarh: पूरी जानकारी, लाभ और आवेदन प्रक्रिया 2025

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क्या आपने कभी सोचा कि एक साधारण छाता आपकी जिंदगी बदल सकता है? छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले की सरिता कौशिक और सैकड़ों अन्य महिलाओं के लिए यह सपना हकीकत बन चुका है। छत्तीसगढ़ बिहान योजना ने ग्रामीण महिलाओं को न केवल आर्थिक रूप से सशक्त किया है, बल्कि उन्हें सामाजिक सम्मान और आत्मविश्वास भी दिया है। चाहे वह छाता निर्माण हो, मछली पालन हो, या सिलाई-कढ़ाई, यह योजना ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का एक मजबूत मंच प्रदान कर रही है। लेकिन आखिर यह बिहान योजना है क्या, और यह कैसे हजारों परिवारों की जिंदगी बदल रही है? आइए, इसकी पूरी कहानी जानते हैं।

Nava Bihan Yojana Chhattisgarh: पूरी जानकारी, लाभ और आवेदन प्रक्रिया 2025
बिहान योजना छत्तीसगढ़ राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (NRLM) का हिस्सा है, जो ग्रामीण परिवारों की आय को 1 लाख रुपये सालाना से अधिक करने का लक्ष्य रखती है। बिलासपुर के भैंसबोड़ क्लस्टर में 800 से अधिक महिलाएं इस योजना के तहत छाता निर्माण से हर माह 8,000-9,000 रुपये कमा रही हैं। यह सिर्फ एक योजना नहीं, बल्कि ग्रामीण भारत की महिलाओं के लिए एक नई उम्मीद है। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि बिहान योजना क्या है, इसके लाभ, आवेदन प्रक्रिया, और कैसे आप भी इसका हिस्सा बन सकते हैं। तो चलिए, इस प्रेरणादायक सफर को शुरू करते हैं!

बिहान योजना क्या है?

सपने वो नहीं जो सोते वक्त देखे जाएं, बल्कि वो जो आपको सोने न दें। छत्तीसगढ़ बिहान योजना ऐसे ही सपनों को सच करने का एक मंच है, जो ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक और सामाजिक रूप से सशक्त बनाता है। यह योजना छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (CGSRLM) का हिस्सा है, जिसे छत्तीसगढ़ सरकार ने 2016 में शुरू किया था। इसका मुख्य उद्देश्य है ग्रामीण परिवारों की आय को बढ़ाकर कम से कम 1 लाख रुपये सालाना करना और हर गरीब परिवार से कम से कम एक महिला को स्वयं सहायता समूह (SHG) से जोड़ना।

बिहान योजना के तहत महिलाओं को विभिन्न आजीविका गतिविधियों जैसे छाता निर्माण, मछली पालन, बत्तख पालन, और सिलाई-कढ़ाई में प्रशिक्षण और संसाधन दिए जाते हैं। उदाहरण के लिए, बिलासपुर के भैंसबोड़ क्लस्टर में महिलाएं छाता निर्माण के जरिए न केवल अपनी जरूरतें पूरी कर रही हैं, बल्कि अपने बच्चों के लिए बेहतर भविष्य भी बना रही हैं। योजना के तहत मुफ्त प्रशिक्षण, कच्चा माल, और बाजार तक पहुंच जैसी सुविधाएं दी जाती हैं, जिससे उत्पादों की गुणवत्ता और मांग दोनों बढ़ती है। 

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बिहान योजना के प्रमुख लाभ: ग्रामीण महिलाओं की जिंदगी में नया उजाला

क्या आप जानते हैं कि एक छोटा-सा कदम आपकी जिंदगी को पूरी तरह बदल सकता है? छत्तीसगढ़ की बिहान योजना ग्रामीण महिलाओं के लिए ऐसा ही एक सुनहरा अवसर लेकर आई है, जो उन्हें आर्थिक स्वतंत्रता और सामाजिक सम्मान दिला रही है। यह योजना सिर्फ रोजगार नहीं देती, बल्कि महिलाओं को अपने परिवार का भविष्य संवारने का हौसला भी देती है। आइए जानते हैं, इस योजना के वो खास लाभ जो इसे ग्रामीण छत्तीसगढ़ की रीढ़ बना रहे हैं।
  • आर्थिक आत्मनिर्भरता: बिहान योजना के तहत महिलाएं छाता निर्माण, मछली पालन, और सिलाई जैसे कार्यों से हर माह 8,000 से 9,000 रुपये तक कमा रही हैं। बिलासपुर के भैंसबोड़ क्षेत्र की महिलाओं ने इसे साबित किया है, जो अपने हुनर से नई पहचान बना रही हैं।
  • मुफ्त प्रशिक्षण और संसाधन: योजना के तहत 14-दिवसीय प्रशिक्षण शिविर आयोजित किए जाते हैं, जहां महिलाओं को छाता निर्माण से लेकर मशरूम उत्पादन तक की तकनीकी जानकारी दी जाती है। साथ ही, कच्चा माल और उपकरण भी मुफ्त उपलब्ध कराए जाते हैं।
  • बाजार तक पहुंच: बिहान योजना उत्पादों की बिक्री के लिए बाजार उपलब्ध कराती है। चाहे वह स्थानीय हाट-बाजार हों या ऑनलाइन प्लेटफॉर्म, महिलाओं के उत्पाद अब दूर-दूर तक बिक रहे हैं।
  • सामाजिक सम्मान और लखपति दीदी का सपना: यह योजना महिलाओं को सिर्फ आर्थिक रूप से मजबूत नहीं करती, बल्कि उन्हें सामाजिक सम्मान भी दिलाती है। कई महिलाएं अब लखपति दीदी बनकर अपने गांव में प्रेरणा का स्रोत बन रही हैं।
Nava Bihan Yojana Chhattisgarh: पूरी जानकारी, लाभ और आवेदन प्रक्रिया 2025
लाभ का प्रकार विवरण
स्व-सहायता समूह (SHG) में जोड़ना महिलाओं को SHG में जोड़कर सामूहिक रूप से निर्णय लेने की शक्ति दी जाती है
हुनर आधारित प्रशिक्षण सिलाई, मशरूम उत्पादन, जैविक खेती, अगरबत्ती निर्माण जैसे कार्यों का प्रशिक्षण
बीज पूंजी / स्टार्टअप सहायता व्यापार की शुरुआत के लिए प्रारंभिक वित्तीय सहायता (रु. 10,000 से लेकर रु. 50,000 तक)
बैंक लोन की सुविधा SHG के माध्यम से बिना गारंटी के ऋण सुविधा
बाजार में पहुँच बनाने में सहायता तैयार किए गए उत्पादों की बिक्री के लिए महिलाओं को स्थानीय प्रदर्शनियों, ग्रामीण बाजारों और ऑनलाइन माध्यमों के जरिए ग्राहकों तक पहुँचाने में मदद की जाती है।
डिजिटल साक्षरता बैंकिंग, मोबाइल पेमेंट, और सरकारी पोर्टलों की जानकारी दी जाती है

बिहान योजना के लिए पात्रता, जरूरी दस्तावेज और आवेदन प्रक्रिया

अगर आप भी छत्तीसगढ़ की निवासी महिला हैं और आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनना चाहती हैं, तो नवा बिहान योजना में जुड़ना एक बड़ा कदम हो सकता है। लेकिन इससे पहले जरूरी है कि आप पात्रता और आवेदन की प्रक्रिया को समझ लें।

पात्रता (Eligibility Criteria):

बिहान योजना मुख्य रूप से ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं के लिए है। यदि आप छत्तीसगढ़ के किसी गांव में रहती हैं और स्वयं सहायता समूह (SHG) से जुड़ना चाहती हैं, तो आप पात्र हैं। कोई विशेष आयु सीमा नहीं है, लेकिन आपको अपने समुदाय में सक्रिय भागीदारी दिखानी होगी।
  • आवेदिका छत्तीसगढ़ राज्य की निवासी होनी चाहिए
  • आयु: 18 से 60 वर्ष के बीच
  • परिवार की आर्थिक स्थिति गरीबी रेखा के नीचे (BPL) होनी चाहिए
  • आवेदिका किसी स्व-सहायता समूह (SHG) की सक्रिय सदस्य हो
  • किसी अन्य स्वरोजगार योजना का लाभ पहले से न लिया हो

जरूरी दस्तावेज (Required Documents):

  1. आधार कार्ड
  2. राशन कार्ड या BPL कार्ड
  3. निवास प्रमाण पत्र (छत्तीसगढ़ का)  
  4. पासपोर्ट साइज फोटो
  5. SHG सदस्यता प्रमाण पत्र (यदि पहले से सदस्य हैं)
  6. बैंक खाता विवरण (काम शुरू करने के लिए ऋण या अनुदान के लिए)

स्वरोज़गार और महिला समूह संबंधित योजनाएं (Self-Help & Income Support Yojana)

यदि आप महिला स्वयं सहायता समूहों या स्वरोज़गार से जुड़ी योजनाओं में रुचि रखते हैं, तो ये पोस्ट आपके लिए बेहद काम की हैं:

  • Swayam Sahayata Samuh Kya Hai? – जानिए क्या होता है SHG और ये कैसे काम करता है।
  • Mahila Swayam Sahayata Samuh Ki Jankari – महिला समूहों के फायदे और उन्हें जुड़ने की प्रक्रिया।
  • Krishi Sakhi Salary Per Month – कृषि सहायिकाओं की सैलरी और ट्रेनिंग से जुड़ी पूरी जानकारी।
  • Bima Sakhi Yojana Online Apply Kaise Kare – बीमा क्षेत्र में महिला रोजगार को बढ़ावा देने वाली योजना।

बिहान योजना में आवेदन कैसे करें?

छत्तीसगढ़ की बिहान योजना ग्रामीण महिलाओं के लिए एक ऐसी राह खोलती है, जो उन्हें आत्मनिर्भर बनने का मौका देती है। लेकिन इस योजना का लाभ उठाने के लिए पहला कदम क्या है? यह सेक्शन आपको बताएगा कि बिहान योजना में आवेदन कैसे करें, ताकि आप भी अपने कौशल को नई दिशा दे सकें।

आवेदन प्रक्रिया:

  • नजदीकी पंचायत या NRLM कार्यालय से संपर्क करें: अपने गांव की पंचायत या जिला पंचायत कार्यालय में जाएं और बिहान योजना के बारे में पूछें। वहां आपको SHG से जुड़ने की जानकारी मिलेगी।
  • स्वयं सहायता समूह में पंजीकरण: SHG में शामिल होने के लिए आपको एक समूह बनाना होगा या मौजूदा समूह से जुड़ना होगा। प्रत्येक समूह में 10-20 महिलाएं होती हैं।
  • प्रशिक्षण शिविर में भाग लें: बिहान योजना के तहत 14-दिवसीय प्रशिक्षण शिविर आयोजित किए जाते हैं, जहां आपको छाता निर्माण, मछली पालन, या अन्य कौशल सिखाए जाते हैं।
  • कच्चा माल और संसाधन प्राप्त करें: प्रशिक्षण के बाद, आपको मुफ्त कच्चा माल और उपकरण दिए जाएंगे ताकि आप काम शुरू कर सकें।
टिप: अपने जिले के NRLM कार्यालय से संपर्क करें या bihan.gov.in पर जाकर नवीनतम शिविरों की जानकारी देखें। बिलासपुर और रायपुर जैसे जिलों में नियमित रूप से प्रशिक्षण शिविर आयोजित होते हैं। यह प्रक्रिया इतनी सरल है कि कोई भी ग्रामीण महिला अपने सपनों को हकीकत में बदलने के लिए इसमें शामिल हो सकती है।

बिहान योजना की सफलता की कहानियां: ग्रामीण महिलाओं की प्रेरणा

छत्तीसगढ़ की धरती पर बिहान योजना ने ऐसी कहानियां लिखी हैं, जो हर महिला को अपने पैरों पर खड़े होने का हौसला देती हैं। यह सेक्शन उन ग्रामीण महिलाओं की कहानियों को बयान करता है, जिन्होंने इस योजना के जरिए अपनी जिंदगी को नया रंग दिया।

सरिता कौशिक, भैंसबोड़ (बिलासपुर):

बिलासपुर के भैंसबोड़ क्लस्टर की सरिता कौशिक कभी घर के कामों तक सीमित थीं। बिहान योजना के तहत छाता निर्माण का प्रशिक्षण लेने के बाद, आज वह हर माह 8,500 रुपये कमा रही हैं। उनके बनाए छाते स्थानीय बाजारों में खूब बिकते हैं। सरिता कहती हैं, "यह योजना मेरे लिए सिर्फ कमाई का जरिया नहीं, बल्कि मेरे आत्मविश्वास का आधार बनी।" हाल ही में, उन्होंने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को अपने बनाए छाते भेंट किए, जिन्हें देखकर मुख्यमंत्री ने उनकी तारीफ की।
Nava Bihan Yojana Chhattisgarh: पूरी जानकारी, लाभ और आवेदन प्रक्रिया 2025

असिता कुजूर, सरगुजा:

सरगुजा जिले की असिता कुजूर ने बिहान योजना के तहत मछली पालन शुरू किया। उनके स्वयं सहायता समूह ने पिछले साल 3.2 लाख रुपये की कमाई की। असिता बताती हैं कि योजना से मिले प्रशिक्षण और मछली के बीज ने उनके परिवार की आर्थिक स्थिति को पूरी तरह बदल दिया। आज वह अपने गांव में "लखपति दीदी" के रूप में जानी जाती हैं।

क्या खास है इन कहानियों में?

ये कहानियां दर्शाती हैं कि बिहान योजना सिर्फ आर्थिक मदद नहीं देती, बल्कि महिलाओं को समाज में एक नई पहचान देती है। चाहे वह बिलासपुर का छाता निर्माण हो या सरगुजा का मछली पालन, ये महिलाएं अपने हुनर से दूसरों के लिए प्रेरणा बन रही हैं।

बिहान योजना से संबंधित महत्वपूर्ण लिंक

संसाधन विवरण लिंक/संपर्क
आधिकारिक वेबसाइट योजना की जानकारी, आवेदन प्रक्रिया, और प्रशिक्षण शिविरों का विवरण bihan.gov.in
PDF गाइडलाइन योजना के नियम और स्वयं सहायता समूह से जुड़ने की प्रक्रिया बिहान ब्रोशर
स्थानीय कार्यालय बिलासपुर, रायपुर, सरगुजा में पंचायत/NRLM कार्यालय से संपर्क नजदीकी जिला पंचायत कार्यालय
हेल्पलाइन ग्रामीण विकास विभाग से प्रशिक्षण और संसाधनों की जानकारी bihan.gov.in पर हेल्पलाइन नंबर

निष्कर्ष (Conclusion):

छत्तीसगढ़ की बिहान योजना ग्रामीण महिलाओं के लिए एक उम्मीद की किरण है, जो उन्हें आर्थिक स्वतंत्रता और सामाजिक सम्मान दे रही है। बिलासपुर के भैंसबोड़ में छाता निर्माण से लेकर सरगुजा में मछली पालन तक, इस योजना ने हजारों महिलाओं को लखपति दीदी बनने का रास्ता दिखाया है। मुफ्त प्रशिक्षण, कच्चा माल, और बाजार सहायता जैसी सुविधाएं इसे हर ग्रामीण महिला के लिए सुलभ बनाती हैं। अगर आप भी अपने कौशल को नई पहचान देना चाहती हैं, तो आज ही bihan.gov.in पर जाएं, अपने नजदीकी NRLM कार्यालय से संपर्क करें, और इस बदलाव का हिस्सा बनें। बिहान योजना सिर्फ एक योजना नहीं, बल्कि ग्रामीण छत्तीसगढ़ की नई ताकत है।

बेटियों और विवाह सहायता से जुड़ी खास योजनाएं (Support for Daughters & Marriage)

अगर आपके परिवार में बेटियां हैं या आप विवाह सहायता योजनाओं की जानकारी चाहते हैं, तो इन योजनाओं को ज़रूर देखें:

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQ): बिहान योजना के बारे में सब कुछ

बिहान योजना क्या है?

बिहान योजना छत्तीसगढ़ सरकार की एक पहल है, जो राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (NRLM) के तहत ग्रामीण महिलाओं को स्वयं सहायता समूहों (SHG) के जरिए रोजगार और आर्थिक आत्मनिर्भरता प्रदान करती है। इसका लक्ष्य हर परिवार की सालाना आय 1 लाख रुपये से अधिक करना है।

बिहान योजना में कौन आवेदन कर सकता है?

छत्तीसगढ़ के ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाली कोई भी महिला, जो SHG से जुड़ना चाहती हो, आवेदन कर सकती है। कोई आयु सीमा नहीं है, लेकिन सामुदायिक भागीदारी जरूरी है।

इस योजना के तहत कौन-कौन से रोजगार उपलब्ध हैं?

योजना में छाता निर्माण, मछली पालन, बत्तख पालन, सिलाई-कढ़ाई, मशरूम उत्पादन, और कृषि-पशु सखी जैसे कई रोजगार विकल्प हैं। उदाहरण के लिए, बिलासपुर में महिलाएं छाता निर्माण से 8,000-9,000 रुपये मासिक कमा रही हैं।

प्रशिक्षण कैसे प्राप्त करें?

अपने जिले के NRLM या पंचायत कार्यालय में संपर्क करें। बिहान योजना के तहत 14-दिवसीय प्रशिक्षण शिविर आयोजित होते हैं, जहां मुफ्त प्रशिक्षण और संसाधन दिए जाते हैं।

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