भारत में किसानों की आर्थिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सरकार ने कई योजनाएं शुरू की हैं, और प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) उनमें से एक प्रमुख योजना है। यह योजना 18 फरवरी 2016 को शुरू की गई थी और इसका उद्देश्य प्राकृतिक आपदाओं, कीटों, और बीमारियों के कारण होने वाले फसल नुकसान से किसानों को वित्तीय संरक्षण प्रदान करना है। वर्ष 2025 में इस योजना में कई नए अपडेट्स और सुधार किए गए हैं, जैसे बिहार और झारखंड जैसे राज्यों का इसमें शामिल होना और 'फसल बीमा सप्ताह' का आयोजन।
इस ब्लॉग पोस्ट में हम आपको प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना 2025 की पूरी जानकारी देंगे, जिसमें ऑनलाइन आवेदन, प्रीमियम कैलकुलेटर का उपयोग, और क्लेम प्रक्रिया शामिल है। आइए, इस योजना के बारे में विस्तार से जानते हैं ताकि आप अपनी फसलों को सुरक्षित कर सकें।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना 2025 क्या है?
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) भारत सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है, जिसे कृषि, सहकारिता और किसान कल्याण विभाग द्वारा लागू किया गया है। इस योजना का मुख्य लक्ष्य किसानों को प्राकृतिक आपदाओं जैसे सूखा, बाढ़, ओलावृष्टि, तूफान, और बेमौसम बारिश से होने वाले फसल नुकसान से वित्तीय सुरक्षा प्रदान करना है। इसके अलावा, कीटों और रोगों के कारण होने वाले नुकसान को भी इस योजना के तहत कवर किया जाता है।
वर्ष 2025 में, इस योजना का दायरा और भी बढ़ गया है। हाल ही में बिहार जैसे राज्य, जो पहले इस योजना से बाहर थे, अब इसे लागू करने की दिशा में कदम उठा रहे हैं। इसके साथ ही, 1 से 7 जुलाई 2025 तक 'फसल बीमा सप्ताह' का आयोजन किया जा रहा है, जिसके तहत गांव-गांव में किसानों को इस योजना की जानकारी दी जाएगी। यह योजना न केवल ऋणी बल्कि गैर-ऋणी किसानों के लिए भी उपलब्ध है, जिससे छोटे और सीमांत किसानों को भी इसका लाभ मिल सके।
इस योजना के तहत किसानों को कम प्रीमियम पर बीमा कवरेज मिलता है, और केंद्र व राज्य सरकारें बाकी प्रीमियम का भुगतान करती हैं। उदाहरण के लिए, खरीफ फसलों के लिए केवल 2% और रबी फसलों के लिए 1.5% प्रीमियम किसानों को देना होता है। यह योजना 50 से अधिक फसलों को कवर करती है और अब तक करीब 56 करोड़ किसानों ने इसका लाभ उठाया है।
अवलोकन तालिका: प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना 2025
विवरण | जानकारी |
---|---|
योजना का नाम | प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) 2025 |
लॉन्च तिथि | 18 फरवरी 2016 |
उद्देश्य | प्राकृतिक आपदाओं, कीटों, और रोगों से फसल नुकसान की वित्तीय सुरक्षा |
पात्रता | सभी किसान (ऋणी, गैर-ऋणी, बटाईदार, किरायेदार) |
कवर की गई फसलें | 50+ फसलें (धान, मक्का, तिल, उड़द, मूंगफली, बाजरा, आदि) |
प्रीमियम शुल्क | खरीफ: 2%, रबी: 1.5%, बागवानी/वाणिज्यिक फसल: 5% (बाकी सरकार वहन करती है) |
बीमा की अंतिम तारीख | खरीफ: 31 जुलाई 2025; रबी: फसल बुआई के 10 दिन के भीतर |
क्लेम प्रक्रिया | नुकसान की सूचना 72 घंटे में; मुआवजा 3 सप्ताह में (12% ब्याज यदि देरी) |
आवेदन के तरीके | ऑनलाइन (PMFBY वेबसाइट, Crop Insurance ऐप), ऑफलाइन (CSC, बैंक, बीमा एजेंट) |
आधिकारिक वेबसाइट | https://pmfby.gov.in |
टोल-फ्री नंबर | 14447 |
व्हाट्सएप चैटबॉट | 7065514447 (संदेश: "Hi") |
मोबाइल ऐप | Crop Insurance (Google Play Store से डाउनलोड) |
2025 का बजट | 69,515.71 करोड़ रुपये |
नवीनतम अपडेट | बिहार और झारखंड का शामिल होना, फसल बीमा सप्ताह (1-7 जुलाई 2025) |
PMFBY के लाभ और उद्देश्य
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों को आर्थिक स्थिरता प्रदान करना और प्राकृतिक जोखिमों से उनकी फसलों को सुरक्षित करना है। यह योजना न केवल फसल नुकसान की भरपाई करती है, बल्कि किसानों को खेती में निवेश करने के लिए प्रोत्साहित भी करती है। आइए, इस योजना के प्रमुख लाभ और उद्देश्यों को समझते हैं:
मुख्य उद्देश्य:
- प्राकृतिक आपदाओं, कीटों, और रोगों से होने वाले फसल नुकसान से किसानों को वित्तीय संरक्षण प्रदान करना।
- कम प्रीमियम दरों पर सभी किसानों को बीमा कवरेज उपलब्ध कराना।
- फसलों की बुआई से लेकर कटाई तक जोखिमों को कवर करना, जिसमें कम वर्षा या प्रतिकूल मौसम के कारण रोकी गई बुआई भी शामिल है।
- किसानों को खेती में नवाचार और आधुनिक तकनीकों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करना।
प्रमुख लाभ:
- कम प्रीमियम: खरीफ फसलों के लिए 2%, रबी फसलों के लिए 1.5%, और बागवानी/वाणिज्यिक फसलों के लिए 5% प्रीमियम, बाकी राशि सरकार द्वारा वहन की जाती है।
- उच्च मुआवजा: 2024 के आंकड़ों के अनुसार, किसानों को प्रत्येक 100 रुपये के प्रीमियम पर औसतन 500 रुपये का क्लेम प्राप्त हुआ।
- विस्तृत कवरेज: 50 से अधिक फसलों को कवर करने वाली यह योजना बटाईदारों, किरायेदार किसानों, और खेत मालिकों के लिए उपलब्ध है।
- तेज क्लेम प्रक्रिया: अब बीमा कंपनियों को सर्वे के बाद 3 सप्ताह के भीतर मुआवजा देना अनिवार्य है, और देरी होने पर 12% ब्याज के साथ भुगतान करना होगा।
यह योजना किसानों को प्राकृतिक अनिश्चितताओं से निपटने में मदद करती है और उन्हें आत्मविश्वास के साथ खेती करने का अवसर देती है।
आवेदन प्रक्रिया: ऑनलाइन और ऑफलाइन तरीके
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना 2025 में आवेदन करना बेहद आसान है। किसान ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से इस योजना में शामिल हो सकते हैं। नीचे दोनों प्रक्रियाओं को विस्तार से बताया गया है ताकि आप समय रहते अपनी फसलों का बीमा करा सकें।
ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया
ऑनलाइन आवेदन के लिए आपको PMFBY की आधिकारिक वेबसाइट (https://pmfby.gov.in) पर जाना होगा। यह प्रक्रिया घर बैठे पूरी की जा सकती है। निम्नलिखित चरणों का पालन करें:
- वेबसाइट पर जाएं: अपने ब्राउज़र में PMFBY की आधिकारिक वेबसाइट खोलें।
- रजिस्ट्रेशन करें: होमपेज पर 'Farmer Corner' में 'Apply for Crop Insurance by Yourself' पर क्लिक करें। फिर 'Guest Farmer' विकल्प चुनें।
- विवरण भरें: रजिस्ट्रेशन फॉर्म में अपना नाम, मोबाइल नंबर, आधार नंबर, बैंक खाता विवरण, और खेत की जानकारी (जैसे जिला, ब्लॉक, और फसल का नाम) दर्ज करें। आधार नंबर को सत्यापित करने के लिए 'Verify' पर क्लिक करें।
- लॉगिन करें: रजिस्ट्रेशन के बाद, अपने रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर और OTP का उपयोग करके लॉगिन करें।
- फसल और प्रीमियम चुनें: फसल का सीजन (खरीफ/रबी), वर्ष, और खेत का क्षेत्रफल चुनें। प्रीमियम राशि की गणना करें और बीमा कंपनी का चयन करें।
- प्रीमियम भुगतान: अपने हिस्से का प्रीमियम ऑनलाइन जमा करें। भुगतान के बाद आपको एक रसीद नंबर और कन्फर्मेशन मैसेज प्राप्त होगा।
महत्वपूर्ण नोट: खरीफ और रबी फसलों की बुआई के 10 दिनों के भीतर आवेदन करना अनिवार्य है। देरी होने पर आप योजना के लाभ से वंचित हो सकते हैं।
ऑफलाइन आवेदन प्रक्रिया
यदि आप ऑनलाइन आवेदन करने में असमर्थ हैं, तो ऑफलाइन तरीके से भी बीमा कराया जा सकता है। इसके लिए निम्नलिखित स्थानों पर जाएं:
- नजदीकी जन सेवा केंद्र (CSC): अपने आधार कार्ड, जमीन के दस्तावेज, और बैंक पासबुक के साथ CSC सेंटर पर जाएं।
- बैंक शाखा: नजदीकी बैंक में जाकर फसल बीमा के लिए आवेदन करें। यदि आपने KCC (किसान क्रेडिट कार्ड) के तहत लोन लिया है, तो बैंक स्वतः बीमा कर सकता है।
- बीमा एजेंट: अधिकृत बीमा एजेंट्स के माध्यम से भी आवेदन किया जा सकता है।
आवेदन के बाद आपको एक पावती पर्ची मिलेगी, जिसे संभालकर रखें। यह भविष्य में स्टेटस चेक करने या क्लेम के लिए उपयोगी होगी।
फसल बीमा स्टेटस कैसे चेक करें?
फसल बीमा के लिए आवेदन करने के बाद, यह जानना महत्वपूर्ण है कि आपका आवेदन स्वीकार हुआ है या नहीं। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना 2025 की आधिकारिक वेबसाइट पर आप आसानी से अपने आवेदन की स्थिति जांच सकते हैं। इसके लिए आपको PMFBY की वेबसाइट (https://pmfby.gov.in) पर जाना होगा। होमपेज पर 'Application Status' विकल्प चुनें।
इसके बाद, अपनी पॉलिसी संख्या या रसीद नंबर और कैप्चा कोड दर्ज करें। 'Check Status' बटन पर क्लिक करते ही आपके आवेदन की पूरी जानकारी स्क्रीन पर दिखाई देगी। यह प्रक्रिया कुछ ही मिनटों में पूरी हो जाती है और आपको अपने बीमा की स्थिति के बारे में तुरंत अपडेट मिलता है। यदि कोई समस्या हो, तो आप टोल-फ्री नंबर 14447 पर संपर्क कर सकते हैं।
अन्य महत्वपूर्ण कृषि योजनाएं
- PM Kisan 20वीं किस्त की रिलीज डेट और eKYC अपडेट: PM Kisan की अगली किस्त कब आएगी और eKYC कैसे करें, तुरंत जानें।
- किसान कर्ज माफी लिस्ट कैसे चेक करें: अपनी कर्ज माफी स्थिति जांचें और आर्थिक राहत पाएं।
- गंगा कल्याण योजना ऑनलाइन आवेदन: सस्ती सिंचाई सुविधा के साथ अपनी फसल का उत्पादन बढ़ाएं।
प्रीमियम कैलकुलेटर का उपयोग कैसे करें?
फसल बीमा योजना प्रीमियम कैलकुलेटर का उपयोग करके किसान अपनी फसल की बीमा राशि और प्रीमियम का हिस्सा आसानी से जान सकते हैं। यह सुविधा PMFBY की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध है। नीचे प्रीमियम कैलकुलेटर का उपयोग करने की प्रक्रिया दी गई है:
- PMFBY वेबसाइट पर जाएं: अपने ब्राउज़र में https://pmfby.gov.in खोलें।
- प्रीमियम कैलकुलेटर चुनें: होमपेज पर 'Insurance Premium Calculator' विकल्प पर क्लिक करें।
- विवरण दर्ज करें: निम्नलिखित जानकारी भरें:
- फसल का सीजन (खरीफ या रबी)
- वर्ष (2025)
- योजना का नाम (PMFBY)
- राज्य और जिला
- फसल का नाम (जैसे धान, मक्का, तिल)
- खेत का क्षेत्रफल (हेक्टेयर में)
गणना करें: सभी जानकारी भरने के बाद 'Calculate' बटन पर क्लिक करें। आपकी स्क्रीन पर बीमा राशि और प्रीमियम की पूरी जानकारी दिखाई देगी।
नीचे दी गई तालिका में कुछ प्रमुख खरीफ फसलों की प्रीमियम राशि और बीमित राशि का उदाहरण दिया गया है:
फसल | प्रीमियम राशि (प्रति हेक्टेयर) | बीमित राशि (प्रति हेक्टेयर) |
---|---|---|
धान | 1646 रुपये | 60,000 रुपये |
मक्का | 942 रुपये | 47,000 रुपये |
तिल | 1076 रुपये | 50,000 रुपये |
उड़द | 768 रुपये | 38,000 रुपये |
मूंगफली | 1440 रुपये | 72,000 रुपये |
यह प्रीमियम राशि केवल किसान के हिस्से की है, जबकि शेष राशि सरकार द्वारा वहन की जाती है। यह कैलकुलेटर आपको सटीक जानकारी देता है, जिससे आप बीमा का चयन आसानी से कर सकते हैं।
फसल और बीमा से संबंधित संसाधन
- PM Kisan 20वीं किस्त की रिलीज डेट और eKYC अपडेट: PM Kisan की अगली किस्त कब आएगी और eKYC कैसे करें, तुरंत जानें।
- किसान कर्ज माफी लिस्ट कैसे चेक करें: अपनी कर्ज माफी स्थिति जांचें और आर्थिक राहत पाएं।
- गंगा कल्याण योजना ऑनलाइन आवेदन: सस्ती सिंचाई सुविधा के साथ अपनी फसल का उत्पादन बढ़ाएं।
फसल नुकसान की सूचना और क्लेम प्रक्रिया
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है फसल नुकसान होने पर मुआवजा प्राप्त करने की प्रक्रिया। यदि आपकी फसल सूखा, बाढ़, तूफान, ओलावृष्टि, या कीटों और रोगों के कारण खराब हो जाती है, तो आप इस योजना के तहत क्लेम दाखिल कर सकते हैं। यह प्रक्रिया सरल और समयबद्ध है, लेकिन आपको कुछ महत्वपूर्ण नियमों का पालन करना होगा ताकि मुआवजा समय पर आपके खाते में पहुंचे।
फसल नुकसान होने पर आपको नुकसान की सूचना 72 घंटों के भीतर बीमा कंपनी को देनी होगी। यह समयसीमा इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि देरी होने पर आपका क्लेम रद्द हो सकता है। सूचना देने के लिए आप Crop Insurance मोबाइल ऐप, टोल-फ्री नंबर 14447, या नजदीकी बैंक शाखा का उपयोग कर सकते हैं। सूचना देने के बाद, बीमा कंपनी आपके खेत का सर्वे करती है और नुकसान का आकलन करती है। सर्वे के आधार पर मुआवजा राशि सीधे आपके बैंक खाते में स्थानांतरित की जाती है।
2025 में, सरकार ने क्लेम प्रक्रिया को और तेज करने के लिए नए नियम लागू किए हैं। अब बीमा कंपनियों को सर्वे के बाद तीन सप्ताह के भीतर मुआवजा देना अनिवार्य है। यदि भुगतान में देरी होती है, तो कंपनियों को 12% ब्याज के साथ राशि देनी होगी। उदाहरण के लिए, 2024 के आंकड़ों के अनुसार, किसानों ने 31,139 करोड़ रुपये प्रीमियम का भुगतान किया था, और इसके बदले उन्हें 1,55,977 करोड़ रुपये से अधिक का मुआवजा मिला। यह दर्शाता है कि प्रत्येक 100 रुपये के प्रीमियम पर किसानों को औसतन 500 रुपये का क्लेम प्राप्त हुआ।
क्लेम दाखिल करने के लिए आपको अपनी पॉलिसी संख्या, फसल का विवरण, और नुकसान का कारण स्पष्ट रूप से बताना होगा। इसके लिए Crop Insurance ऐप सबसे आसान और तेज तरीका है, जिसके बारे में हम अगले सेक्शन में विस्तार से बात करेंगे।
PMFBY मोबाइल ऐप डाउनलोड और उपयोग
आधुनिक तकनीक ने किसानों के लिए फसल बीमा से संबंधित प्रक्रियाओं को और सरल बना दिया है। Crop Insurance ऐप एक ऐसा ही डिजिटल उपकरण है, जो प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना 2025 के तहत पंजीकरण, प्रीमियम की गणना, और क्लेम प्रक्रिया को आसान बनाता है। यह ऐप विशेष रूप से छोटे और सीमांत किसानों के लिए डिज़ाइन किया गया है, ताकि वे घर बैठे ही अपनी फसलों का बीमा और क्लेम प्रबंधन कर सकें।
ऐप डाउनलोड करने के लिए अपने मोबाइल में Google Play Store खोलें और सर्च बार में "Crop Insurance" टाइप करें। ऐप दिखाई देने पर Install बटन पर क्लिक करें। डाउनलोड पूरा होने के बाद, ऐप को खोलें और बिना लॉगिन के आगे बढ़ने के लिए Continue Without Login विकल्प चुनें। इसके बाद, आप निम्नलिखित कार्य कर सकते हैं:
- पंजीकरण और आवेदन: अपनी फसल और खेत की जानकारी दर्ज करके बीमा के लिए आवेदन करें।
- प्रीमियम की गणना: अपनी फसल और क्षेत्रफल के आधार पर प्रीमियम राशि की जांच करें।
क्लेम दाखिल करना: फसल नुकसान की सूचना देने के लिए ऐप में 'Crop Loss Intimation' विकल्प चुनें। इसके लिए आपको रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर प्राप्त OTP दर्ज करना होगा, फिर फसल का सीजन, वर्ष, और पॉलिसी नंबर चुनें। इसके बाद, आपको अपने खेत की लोकेशन डिटेल्स, जैसे जिला, ब्लॉक, और ग्राम पंचायत, दर्ज करनी होगी। एक बार ये जानकारी भरने के बाद, आप नुकसान का विवरण और क्लेम के लिए आवेदन सबमिट कर सकते हैं। प्रक्रिया पूरी होने पर आपको एक 20 अंकों का डॉकेट नंबर प्राप्त होगा, जिसे संभालकर रखें। इस नंबर का उपयोग करके आप अपने क्लेम की स्थिति को ऐप पर ऑनलाइन ट्रैक कर सकते हैं।
इसके अलावा, ऐप के माध्यम से आप अपने आवेदन की स्थिति, प्रीमियम भुगतान की जानकारी, और बीमा पॉलिसी से संबंधित अन्य अपडेट्स भी देख सकते हैं। यह ऐप खास तौर पर उन किसानों के लिए उपयोगी है जो ग्रामीण क्षेत्रों में रहते हैं और ऑनलाइन सुविधाओं तक आसानी से पहुंच सकते हैं। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना 2025 के तहत इस ऐप का उपयोग करके आप समय और मेहनत दोनों बचा सकते हैं।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना 2025 की नवीनतम अपडेट्स
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना 2025 में कई महत्वपूर्ण बदलाव और अपडेट्स किए गए हैं, जो इसे पहले से अधिक प्रभावी और किसान-केंद्रित बनाते हैं। सरकार ने इस योजना को और व्यापक करने के लिए कई कदम उठाए हैं, ताकि अधिक से अधिक किसान इसका लाभ उठा सकें।
इस वर्ष, 1 से 7 जुलाई 2025 तक 'फसल बीमा सप्ताह' का आयोजन किया जा रहा है। इस दौरान, कृषि विभाग, जन सेवा केंद्र (CSC), और बैंक शाखाएं गांव-गांव जाकर किसानों को इस योजना के बारे में जागरूक करेंगे। खास तौर पर उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में, जहां लाखों किसान खेती पर निर्भर हैं, इस अभियान के माध्यम से किसानों को समय पर बीमा कराने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। इस सप्ताह का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि प्राकृतिक आपदाओं जैसे बेमौसम बारिश या सूखे से होने वाले नुकसान से बचने के लिए किसान अपनी फसलों का बीमा कराएं।
एक और महत्वपूर्ण अपडेट यह है कि बिहार और झारखंड जैसे राज्य, जो पहले इस योजना से बाहर थे, अब इसे लागू करने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। बिहार ने 2018 में इस योजना को छोड़कर अपनी मुख्यमंत्री फसल सहायता योजना शुरू की थी, लेकिन अब केंद्र सरकार के साथ बातचीत के बाद, अगले फसल सीजन से बिहार PMFBY को फिर से लागू करने के लिए तैयार है। यह कदम छोटे और सीमांत किसानों के लिए विशेष रूप से लाभकारी होगा, क्योंकि यह योजना उन्हें प्राकृतिक आपदाओं से होने वाले नुकसान की पूरी क्षतिपूर्ति प्रदान करती है।
इसके अलावा, 2025-26 के लिए केंद्र सरकार ने इस योजना के लिए 69,515.71 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया है। यह राशि यह सुनिश्चित करती है कि क्लेम प्रक्रिया में तेजी लाई जाए और किसानों को समय पर मुआवजा मिले। अब बीमा कंपनियों पर भी सख्ती की गई है कि वे सर्वे के बाद एक महीने के भीतर भुगतान करें, अन्यथा 12% ब्याज के साथ राशि देनी होगी।
2025 में खरीफ फसलों के लिए बीमा की अंतिम तारीख 31 जुलाई निर्धारित की गई है। इस दौरान धान, मक्का, तिल, उड़द, ज्वार, बाजरा, और मूंगफली जैसी फसलों का बीमा कराया जा सकता है। विशेष रूप से हमीरपुर, नादौन, और भोरंज जैसे क्षेत्रों में मक्का और धान की फसलों के लिए बीमा को प्राथमिकता दी जा रही है।
निष्कर्ष
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना 2025 भारतीय किसानों के लिए एक सुरक्षा कवच की तरह है, जो प्राकृतिक आपदाओं और अप्रत्याशित जोखिमों से उनकी आजीविका को बचाती है। कम प्रीमियम दरों, तेज क्लेम प्रक्रिया, और डिजिटल सुविधाओं जैसे Crop Insurance ऐप के साथ, यह योजना किसानों को आत्मविश्वास के साथ खेती करने का अवसर देती है। चाहे आप खरीफ फसल उगा रहे हों या रबी, इस योजना के तहत अपनी फसलों का बीमा कराना एक समझदारी भरा कदम है।
यदि आपने अभी तक अपनी फसलों का बीमा नहीं कराया है, तो समय बर्बाद न करें। 31 जुलाई 2025 तक अपने नजदीकी जन सेवा केंद्र, बैंक, या PMFBY की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन करें। फसल नुकसान की स्थिति में तुरंत क्लेम दाखिल करें और सरकार द्वारा प्रदान की जाने वाली वित्तीय सहायता का लाभ उठाएं। यह योजना न केवल आपकी फसलों को सुरक्षित रखती है, बल्कि आपके भविष्य को भी आर्थिक रूप से मजबूत बनाती है।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना 2025 से संबंधित महत्वपूर्ण लिंक्स
विवरण | लिंक |
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PMFBY आधिकारिक वेबसाइट | PMFBY वेबसाइट देखें |
किसान रजिस्ट्रेशन और लॉगिन | रजिस्ट्रेशन/लॉगिन करें |
शिकायत और स्टेटस चेक | शिकायत/स्टेटस चेक करें |
Crop Insurance ऐप डाउनलोड | ऐप डाउनलोड करें |
फसल बीमा से जुड़े सामान्य प्रश्न (FAQs)
फसल बीमा के लिए आवेदन कब करना होगा?
आपको खरीफ या रबी फसल की बुआई के 10 दिनों के भीतर आवेदन करना होगा। देरी होने पर आप योजना के लाभ से वंचित हो सकते हैं।
फसल नुकसान की सूचना कितने समय में देनी होगी?
फसल नुकसान होने पर 72 घंटों के भीतर बीमा कंपनी को सूचित करना अनिवार्य है। इसके लिए Crop Insurance ऐप या टोल-फ्री नंबर 14447 का उपयोग करें।
कितना प्रीमियम देना होगा?
खरीफ फसलों के लिए 2%, रबी फसलों के लिए 1.5%, और बागवानी फसलों के लिए 5% प्रीमियम देना होता है। बाकी राशि सरकार वहन करती है।
क्लेम की राशि कब मिलेगी?
सर्वे पूरा होने के बाद बीमा कंपनी को तीन सप्ताह के भीतर मुआवजा देना होगा। देरी होने पर 12% ब्याज के साथ भुगतान किया जाएगा।
क्या गैर-ऋणी किसान भी इस योजना का लाभ उठा सकते हैं?
हां, यह योजना सभी किसानों—ऋणी, गैर-ऋणी, बटाईदार, और किरायेदार—के लिए उपलब्ध है।
किसानों के लिए डिजिटल और वित्तीय सहायता
- PM Kisan रजिस्ट्रेशन नंबर और स्टेटस चेक: PM Kisan स्टेटस चेक करें और KisanMitra AI चैटबॉट से मदद लें।
- कृषि यंत्र बुकिंग ऑनलाइन: आधुनिक यंत्र किराए पर लें और खेती को सरल बनाएं।
- खेत तालाब योजना ऑनलाइन आवेदन: खेत में तालाब बनवाएं और पानी की कमी से बचें।