Payment Bank खाता धारक ध्यान दें: इस पेमेंट बैंक के साथ सबसे बड़ी साइबर ठगी

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कल्पना कीजिए, आप सुबह उठते हैं और अपना बैंक बैलेंस चेक करते हैं, तो पता चलता है कि आपकी मेहनत की कमाई चंद मिनटों में गायब हो गई है। बिहार में कुछ ऐसा ही हुआ है, जहां साइबर अपराधियों ने एक निजी बैंक को निशाना बनाकर लाखों लोगों का विश्वास तोड़ा। यह कहानी न सिर्फ चौंकाने वाली है, बल्कि हमें डिजिटल दुनिया की सतर्कता की याद दिलाती है।

Payment Bank खाता धारक ध्यान दें: इस पेमेंट बैंक के साथ सबसे बड़ी साइबर ठगी

बिहार, जहां ग्रामीण इलाकों में बैंकिंग सेवाएं पहुंचाना एक चुनौती है, वहां फिनो पेमेंट बैंक जैसी संस्थाएं आधार-सक्षम पेमेंट सिस्टम के जरिए लोगों की मदद करती हैं। यह बैंक गांवों में व्यापारिक इकाइयों के माध्यम से जमा-निकासी की सुविधा देता है, जहां बायोमेट्रिक और आधार वेरिफिकेशन से ट्रांजेक्शन होते हैं। लेकिन इसी सिस्टम की कमजोरी को अपराधियों ने अपना हथियार बना लिया। बैंक के खाते जीरो बैलेंस से खोले जा सकते हैं, और अधिकतम 1.95 लाख रुपये तक रखे जा सकते हैं, जो ग्रामीणों के लिए सुविधाजनक है। हालांकि, हाल की घटना ने इसकी सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

मामले की जड़ में है बायोमेट्रिक क्लोनिंग। अपराधियों ने फिंगरप्रिंट और आधार की नकल करके 17 जिलों के 251 खातों से कुल 5 करोड़ 58 लाख रुपये निकाल लिए। सबसे ज्यादा असर अररिया जिले में पड़ा, जहां 140 खातों से 3 करोड़ से ज्यादा की रकम गायब हुई। पूर्णिया, किशनगंज, पटना, सुपौल, नालंदा जैसे जिलों में भी निकासी हुई। बैंक के स्थानीय मैनेजर ने पटना में आर्थिक अपराध इकाई (EOU) में शिकायत दर्ज कराई, और राष्ट्रीय साइबर क्राइम पोर्टल पर भी रिपोर्ट की गई। जांच में पता चला कि गोपनीय जानकारी लीक होने से यह संभव हुआ।

इस ठगी का असर आम लोगों पर पड़ा है, जो अपनी कमाई पर निर्भर हैं। EOU की टीम जांच में जुटी है, और अब तक करीब 39 लाख रुपये रिकवर हो चुके हैं। बैंक का आरोप है कि फर्जी दस्तावेजों से क्लोनिंग की गई। यह बिहार का अब तक का सबसे बड़ा साइबर अपराध माना जा रहा है, जो डिजिटल बैंकिंग की चुनौतियों को उजागर करता है। आगे, पुलिस अपराधियों को पकड़ने के लिए छानबीन तेज कर रही है, और बैंक ग्राहकों को सतर्क रहने की सलाह दे रहा है।

अगर आप बिहार में फिनो पेमेंट बैंक के ग्राहक हैं, तो सावधान रहें। असामान्य ट्रांजेक्शन पर तुरंत संपर्क करें। यह घटना हमें सिखाती है कि डिजिटल सुविधा के साथ सुरक्षा भी जरूरी है। क्या आपके साथ कभी ऐसा हुआ है? कमेंट में साझा करें, और सुरक्षित रहें!

साइबर फ्रॉड से जुड़ी अन्य महत्वपूर्ण पोस्ट

बिहार साइबर फ्रॉड से जुड़े मुख्य तथ्य:

  • प्रभावित जिले: अररिया (सबसे ज्यादा), पूर्णिया, किशनगंज, पटना, आदि।
  • कुल रकम: 5.58 करोड़ रुपये।
  • प्रभावित खाते: 251।
  • जांच एजेंसी: बिहार EOU।

आप कैसे सुरक्षित रहें?

यह घटना उन सभी लोगों के लिए एक चेतावनी है जो डिजिटल बैंकिंग का इस्तेमाल करते हैं। अपने पैसों को सुरक्षित रखने के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना ज़रूरी है:

  • बायोमेट्रिक डेटा की सुरक्षा: किसी भी अज्ञात जगह पर अपने फिंगरप्रिंट का इस्तेमाल करने से बचें।
  • आधार-लिंक सेवाओं की निगरानी: अपने आधार-लिंक बैंक खातों पर नज़र रखें और किसी भी संदिग्ध लेनदेन की तुरंत शिकायत करें।
  • जागरूकता: साइबर धोखाधड़ी के नए-नए तरीकों से अपडेट रहें।

यह घटना दर्शाती है कि डिजिटल दुनिया में सुविधा के साथ-साथ जागरूकता और सावधानी कितनी ज़रूरी है। बिहार पुलिस की EOU टीम की जांच से उम्मीद है कि इस मामले में जल्द ही अपराधियों का पता चलेगा और ग्राहकों को उनका पैसा वापस मिल पाएगा।

पेमेंट बैंक से जुड़ी ज़रूरी जानकारी

Payment Bank खाता धारक ध्यान दें: इस पेमेंट बैंक के साथ सबसे बड़ी साइबर ठगी

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

फिनो पेमेंट बैंक कस्टमर केयर नंबर क्या है?
फिनो पेमेंट बैंक का हेल्पलाइन नंबर 1800 268 1000 है। बिहार में साइबर फ्रॉड की शिकायत के लिए इस पर संपर्क करें या customercare@finobank.com पर ईमेल भेजें। व्हाट्सएпп नंबर उपलब्ध नहीं है, लेकिन टोल-फ्री नंबर से मदद मिलेगी।

फिनो पेमेंट बैंक में अकाउंट कैसे खोलें?
फिनो पेमेंट बैंक अकाउंट ऑनलाइन या ब्रांच में खोला जा सकता है। FinoPay ऐप डाउनलोड करें, आधार और पैन डालें, वीडियो KYC पूरा करें। यह जीरो बैलेंस अकाउंट है, और अधिकतम बैलेंस 1.95 लाख रुपये रख सकते हैं। बिहार में नजदीकी ब्रांच खोजें।

साइबर फ्रॉड से कैसे बचें?
बायोमेट्रिक डिटेल्स शेयर न करें, नियमित बैलेंस चेक करें (मिस्ड कॉल से या ऐप से), और संदिग्ध ट्रांजेक्शन पर तुरंत रिपोर्ट करें। आधार क्लोनिंग से बचने के लिए UIDAI पोर्टल पर लॉक फीचर यूज करें।

पेमेंट और CSP से जुड़ी अन्य जानकारी

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