आधार कार्ड आज भारत में पहचान का सबसे महत्वपूर्ण दस्तावेज है। यह न केवल सरकारी योजनाओं, बैंक खातों, और मोबाइल सिम के लिए जरूरी है, बल्कि हमारी डिजिटल और वित्तीय पहचान का आधार भी है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा कि किसी व्यक्ति की मृत्यु के बाद उसके आधार कार्ड का क्या होता है? क्या यह स्वतः निष्क्रिय हो जाता है, या इसका दुरुपयोग होने का खतरा रहता है? भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) के अनुसार, मृत्यु के बाद आधार कार्ड को रद्द करने का कोई प्रावधान नहीं है, लेकिन इसे निष्क्रिय (deactivate) करने और बायोमेट्रिक डेटा को लॉक करने की सुविधा जरूर उपलब्ध है।
इस ब्लॉग पोस्ट में, हम आपको बताएंगे कि how to deactivate Aadhaar card after death की प्रक्रिया क्या है, मृतक के आधार कार्ड से धोखाधड़ी कैसे रोकी जा सकती है, और UIDAI की नई सेवाओं का उपयोग कैसे करें। यह हिंदी गाइड आपको स्टेप-बाय-स्टेप जानकारी देगी, ताकि आप अपने परिवार के किसी मृत सदस्य के आधार कार्ड को सुरक्षित कर सकें।
मृत्यु के बाद आधार कार्ड का क्या होता है? क्या यह अपने आप रद्द हो जाता है?
जब किसी व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है, तो उसका आधार कार्ड स्वतः निष्क्रिय नहीं होता। UIDAI के नियमों के अनुसार, आधार नंबर जीवन भर मान्य रहता है, और इसे किसी अन्य व्यक्ति को दोबारा आवंटित नहीं किया जाता। लेकिन इसका मतलब यह भी है कि मृतक का आधार नंबर सक्रिय रह सकता है, जिससे धोखाधड़ी का खतरा बढ़ जाता है। RTI के हालिया आंकड़ों के अनुसार, पिछले 14 वर्षों में भारत में लगभग 11.69 करोड़ लोगों की मृत्यु हुई, लेकिन केवल 1.17 करोड़ आधार नंबर ही निष्क्रिय किए गए हैं। यानी, लाखों आधार नंबर अभी भी सक्रिय हैं, जो स्कैमर्स के लिए एक बड़ा अवसर हो सकता है।
मृतक के आधार कार्ड का उपयोग बैंक खाता खोलने, सरकारी सब्सिडी लेने, या अन्य अवैध गतिविधियों के लिए किया जा सकता है। इसलिए, परिवार के सदस्यों की जिम्मेदारी है कि वे मृतक के आधार को निष्क्रिय करें या इसके बायोमेट्रिक डेटा को लॉक करें। UIDAI ने इस समस्या को हल करने के लिए जून 2025 में माय आधार पोर्टल पर "Reporting of Death of a Family Member" सेवा शुरू की है, जो मृत्यु के बाद आधार कार्ड को निष्क्रिय करने की प्रक्रिया को आसान बनाती है।
How to Deactivate Aadhaar Card After Death: ऑनलाइन प्रक्रिया
UIDAI ने हाल ही में मृत्यु के बाद आधार कार्ड को निष्क्रिय करने के लिए एक नई और सरल प्रक्रिया शुरू की है, जो माय आधार पोर्टल पर उपलब्ध है। यह सेवा खास तौर पर उन परिवारों के लिए है जो अपने मृत सदस्य के आधार को सुरक्षित करना चाहते हैं। आइए जानते हैं कि यह प्रक्रिया कैसे काम करती है और इसे कैसे पूरा करें।
मृतक का आधार निष्क्रिय करने के लिए आवश्यक दस्तावेज
दस्तावेज | विवरण |
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मृत्यु प्रमाण पत्र | मृतक का आधिकारिक मृत्यु प्रमाण पत्र (PDF या JPEG में स्कैन कॉपी) |
मृतक का आधार नंबर | 12 अंकों का आधार नंबर |
परिवार के सदस्य का आधार नंबर | लॉगिन के लिए आधार नंबर और रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर |
यदि आपके पास इंटरनेट की सुविधा नहीं है, तो आप नजदीकी आधार सेवा केंद्र (Aadhaar Seva Kendra) पर जा सकते हैं। वहाँ आपको मृत्यु प्रमाण पत्र और मृतक के आधार नंबर के साथ एक आवेदन जमा करना होगा। केंद्र के कर्मचारी आपकी जानकारी UIDAI को भेजेंगे, और सत्यापन के बाद आधार नंबर निष्क्रिय कर दिया जाएगा।
डीएक्टिवेशन के लिए कदम
- वेबसाइट पर जाएं: UIDAI की आधिकारिक वेबसाइट myaadhaar.uidai.gov.in/en_IN पर जाएं।
- रिपोर्ट डेथ ऑफ अ फैमिली मेंबर पर क्लिक करें: होमपेज पर "Report Death of a Family Member" विकल्प चुनें।
- लॉगिन करें: अपने आधार नंबर और रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर आए OTP के जरिए लॉगिन करें।
- मृतक का विवरण दर्ज करें: मृतक का आधार नंबर और अन्य जानकारी जैसे नाम, मृत्यु की तारीख, और मृत्यु प्रमाण पत्र का विवरण भरें।
- दस्तावेज अपलोड करें: मृत्यु प्रमाण पत्र की स्कैन कॉपी अपलोड करें और फॉर्म सबमिट करें। अब आपको एक 27 अंको की SID मिलेगी जिसे नोट कर लीजिये यह Check Deceased Aadhaar Deactivation Status चेक करने के काम आएगी!
यह सेवा किसके लिए है?
यह सुविधा उन लोगों के लिए है जो अपने परिवार के मृत सदस्य की मृत्यु की सूचना देना चाहते हैं। इसमें शामिल हो सकते हैं: बच्चा, पति/पत्नी, माता-पिता, भाई-बहन, या मृतक का कानूनी अभिभावक। इस सेवा का मुख्य उद्देश्य मृतक के आधार को निष्क्रिय करना है ताकि उसका दुरुपयोग न हो सके।
प्रक्रिया का परिणाम
जब आप यह जानकारी सबमिट करेंगे और UIDAI इसे सत्यापित कर लेगा, तो मृतक का आधार नंबर निष्क्रिय हो जाएगा। यह प्रक्रिया 90 दिनों के भीतर पूरी हो जाती है। यदि कोई त्रुटि होती है, तो आपको SMS के जरिए अपडेट मिलेगा।
मृत्यु से जुड़े दस्तावेज और सहायता योजनाएँ
- मृतक के खाते से पैसे निकालने की प्रक्रिया – पूरी जानकारी यहाँ पढ़ें।
- ऑनलाइन जन्म प्रमाण पत्र कैसे बनवाएं – स्टेप बाय स्टेप गाइड यहां है।
- सड़क दुर्घटना सहायता योजना का पूरा विवरण इस पोस्ट में जानें।
डीएक्टिवेट आधार कार्ड की स्थति कैसे जाँचें?
यदि आपने मृत्यु के बाद आधार कार्ड को निष्क्रिय करने के लिए आवेदन किया है और यह जानना चाहते हैं कि आधार निष्क्रिय हुआ है या नहीं, तो UIDAI की वेबसाइट पर इसकी स्थिति आसानी से जाँच सकते हैं। यह प्रक्रिया आपको यह पुष्टि करने में मदद करेगी कि मृतक का आधार सुरक्षित है या अभी भी सक्रिय है। यह दो तरह से चेक कर सकते हैं पहला जिनके पास 27 डिजिट का SID नम्बर है उसके द्वारा UIDAI की वेबसाइट पर जाकर Check Deceased Aadhaar Deactivation Status आप्शन पर क्लिक कर check the status of the Deceased Aadhaar Deactivation request. ऑप्शन से इसमे यहाँ 27 डिजिट की SID दर्ज करनी होगी जो आधार Deactivate करते समय आपको मिली थी उसके द्वारा स्टेटस देख सकते हैं आधार बंद हुआ या नही!
दूसरा तरीका है बिना OTP मृतक के आधार नम्बर द्वारा इसके लिए नीचे का तरीका देखें!
आधार वैधता जाँचने की प्रक्रिया
- UIDAI की आधिकारिक वेबसाइट myaadhaar.uidai.gov.in/check-aadhaar-validity/en पर जाएं।
- "Check Aadhaar Validity" विकल्प पर क्लिक करें।
- मृतक का 12 अंकों का आधार नंबर दर्ज करें।
- स्क्रीन पर दिखाई देने वाला कैप्चा कोड भरें।
- "Proceed" बटन पर क्लिक करें।
- यदि आधार निष्क्रिय हो चुका है: स्क्रीन पर एक संदेश दिखाई देगा, जैसे: "Aadhaar deactivated due to deceased status. Aadhaar Verification Completed." यह पुष्टि करता है कि आधार नंबर निष्क्रिय हो गया है।
- यदि आधार अभी सक्रिय है: स्क्रीन पर मृतक की जानकारी जैसे उम्र, लिंग, राज्य, और रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर के अंतिम तीन अंक दिखाई देंगे। इसका मतलब है कि आधार अभी भी सक्रिय है, और आपको डीएक्टिवेशन प्रक्रिया को दोबारा जाँचने की आवश्यकता हो सकती है।
यदि आधार अभी भी सक्रिय है, तो आप UIDAI हेल्पलाइन (1947) पर संपर्क कर सकते हैं या नजदीकी आधार सेवा केंद्र पर जाकर स्थिति की जाँच कर सकते हैं।
आधार बायोमेट्रिक लॉक कैसे करें?
यदि आप तुरंत आधार कार्ड को निष्क्रिय नहीं करना चाहते, लेकिन इसका दुरुपयोग रोकना चाहते हैं, तो Aadhaar biometric lock एक प्रभावी तरीका है। यह सुविधा मृतक के आधार के बायोमेट्रिक डेटा (जैसे फिंगरप्रिंट और आइरिस स्कैन) को लॉक कर देती है, जिससे इसका अनधिकृत उपयोग असंभव हो जाता है।
बायोमेट्रिक लॉक करने की प्रक्रिया
- UIDAI की वेबसाइट www.uidai.gov.in पर जाएं।
- "My Aadhaar" सेक्शन में "Aadhaar Services" चुनें और "Lock/Unlock Biometrics" पर क्लिक करें।
- मृतक का आधार नंबर और कैप्चा कोड दर्ज करें।
- रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर आने वाले OTP को दर्ज करें।
- "Lock Biometrics" विकल्प चुनें और प्रक्रिया पूरी करें।
यह प्रक्रिया तुरंत प्रभावी होती है और आधार नंबर को अनधिकृत उपयोग से सुरक्षित करती है। आप इसे कभी भी अनलॉक भी कर सकते हैं, यदि आवश्यक हो।
मृतक के आधार कार्ड से धोखाधड़ी कैसे रोकें?
मृतक के आधार कार्ड का दुरुपयोग एक गंभीर समस्या है। स्कैमर्स इसका उपयोग बैंक खाते खोलने, सरकारी योजनाओं का लाभ लेने, या अन्य अवैध गतिविधियों के लिए कर सकते हैं। यहाँ कुछ उपाय दिए गए हैं, जो Aadhaar fraud prevention में मदद करेंगे:
- तुरंत बायोमेट्रिक लॉक करें: जैसा कि ऊपर बताया गया, बायोमेट्रिक लॉक धोखाधड़ी का सबसे आसान और त्वरित उपाय है।
- सरकारी योजनाओं से नाम हटवाएं: यदि मृतक किसी सरकारी योजना (जैसे राशन, पेंशन, या सब्सिडी) से जुड़ा था, तो संबंधित विभाग को मृत्यु की सूचना दें ताकि उसका नाम हटाया जा सके।
- आधार स्टेटस की जांच करें: माय आधार पोर्टल पर जाकर समय-समय पर आधार की स्थिति जांचें। यदि आधार निष्क्रिय हो चुका है, तो स्क्रीन पर "Aadhaar deactivated due to deceased status" दिखाई देगा।
- जागरूक रहें: मृत्यु प्रमाण पत्र प्राप्त होने के बाद तुरंत माय आधार पोर्टल पर मृत्यु की सूचना दर्ज करें।
आधार कार्ड से जुड़ी जरूरी जानकारियाँ
- आधार कार्ड खो गया है? तुरंत क्या करें – पूरी जानकारी इस पोस्ट में पढ़ें।
- आधार फ्री में अपडेट कैसे करें? जून 2025 की नई प्रक्रिया जानें।
- आधार वर्चुअल आईडी क्या होती है? इसका पूरा सच इस पोस्ट में है।
- नाम, पता या जन्मतिथि में सुधार करना है? आधार अपडेट का आसान तरीका पढ़ें।
- पैन कार्ड से आधार लिंक है या नहीं? बस एक क्लिक में पता करें।
गलती से डीएक्टिवेट हुआ आधार कैसे पुन: सक्रिय करें?
कभी-कभी गलत डेटा या त्रुटि के कारण किसी जीवित व्यक्ति का आधार नंबर निष्क्रिय हो सकता है। UIDAI ने जुलाई 2025 में इसके लिए एक पुन: सक्रियकरण प्रक्रिया शुरू की है। यदि ऐसा होता है, तो निम्नलिखित कदम उठाएं:
- आवेदन जमा करें: नजदीकी आधार सेवा केंद्र या UIDAI क्षेत्रीय कार्यालय में पुन: सक्रियकरण के लिए आवेदन करें। आप इसे ऑनलाइन myaadhaar.uidai.gov.in पर भी कर सकते हैं।
- बायोमेट्रिक सत्यापन: आवेदन के बाद, आपको 2 सप्ताह के भीतर आधार केंद्र पर अपने बायोमेट्रिक डेटा (चेहरे, आइरिस, और फिंगरप्रिंट) जमा करने होंगे।
- स्थिति की जांच: 30 दिनों के भीतर पुन: सक्रियकरण की स्थिति SMS या माय आधार पोर्टल पर अपडेट हो जाएगी।
आवेदन के लिए आवश्यक जानकारी में आधार नंबर, नाम, लिंग, जन्मतिथि, पता, और मोबाइल नंबर शामिल हैं। यदि व्यक्ति की उम्र 18 वर्ष से कम है, तो माता-पिता के आधार विवरण और हस्ताक्षर भी जरूरी होंगे।
महत्वपूर्ण लिंक |
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आधिकारिक UIDAI वेबसाइट पर जाएं |
परिवार के किसी सदस्य की मृत्यु की सूचना दें |
मृतक के आधार निष्क्रियकरण की स्थिति जांचें |
आधार की वैधता (सक्रिय/निष्क्रिय) स्थिति जांचें |
निष्कर्ष
मृत्यु के बाद आधार कार्ड को निष्क्रिय करना या इसके बायोमेट्रिक डेटा को लॉक करना न केवल एक जिम्मेदारी है, बल्कि यह आपके परिवार की वित्तीय और डिजिटल सुरक्षा के लिए भी जरूरी है। UIDAI की नई सेवा, Reporting of Death of a Family Member, ने इस प्रक्रिया को पहले से कहीं अधिक आसान बना दिया है। चाहे आप ऑनलाइन माय आधार पोर्टल का उपयोग करें या ऑफलाइन आधार सेवा केंद्र पर जाएं, यह सुनिश्चित करें कि मृतक का आधार नंबर सुरक्षित रहे।
अब समय है कि आप अपने परिवार के मृत सदस्य के आधार कार्ड को निष्क्रिय करने की प्रक्रिया शुरू करें। माय आधार पोर्टल पर जाएं, मृत्यु की सूचना दर्ज करें, और धोखाधड़ी से बचें। यदि आपके पास कोई सवाल है, तो नीचे कमेंट करें, और हम आपकी मदद करेंगे। इस जानकारी को अपने दोस्तों और परिवार के साथ शेयर करें, ताकि अधिक से अधिक लोग जागरूक हो सकें।