अगर आप बैंक में एक नया बचत खाता खोलने जाते हैं, और पता चलता है कि अब ₹50,000 का न्यूनतम औसत बैलेंस बनाए रखना पड़ेगा, वरना जुर्माना लगेगा! ICICI Bank ने एक बड़ा फैसला लिया है, जो बेंगलुरु, चेन्नई से लेकर छोटे शहरों तक के लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गया है। आइए जानते हैं कि यह बदलाव क्या है और आपके लिए क्या मायने रखता है।
बदलाव की पृष्ठभूमि: प्रीमियम ग्राहकों पर फोकस
ICICI Bank भारत के प्रमुख निजी बैंकों में से एक है, जो करोड़ों ग्राहकों को सेवाएं देता है। लेकिन अब बैंक प्रीमियम ग्राहकों को आकर्षित करने की रणनीति पर काम कर रहा है। सूत्रों के मुताबिक, यह कदम उन ग्राहकों को लक्षित करता है जो ऊंचे बैलेंस रख सकते हैं और वेल्थ मैनेजमेंट जैसी सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं।
मुख्य अपडेट: नए नियम क्या हैं?
1 अगस्त 2025 से, ICICI Bank ने नए बचत खातों के लिए न्यूनतम औसत मासिक बैलेंस (MAB) की आवश्यकता बढ़ा दी है। यहां विवरण है:
- मेट्रो और शहरी क्षेत्रों (जैसे मुंबई, दिल्ली, बेंगलुरु और आदि बड़े शहरों में: ₹50,000, पहले यह ₹10,000 था।
- अर्ध-शहरी क्षेत्रों में: ₹25,000, पहले ₹5,000।
- ग्रामीण क्षेत्रों में: ₹10,000, पहले ₹5,000।
अगर बैलेंस कम रहता है, तो कमी की 6% राशि या ₹500, जो भी कम हो, जुर्माना लगेगा। उदाहरण के तौर पर, मेट्रो क्षेत्र में अगर बैलेंस ₹40,000 रहता है, तो ₹10,000 की कमी पर ₹500 का जुर्माना (कैप्ड) लग सकता है। पुराने ग्राहक चिंता न करें—यह बदलाव केवल 1 अगस्त 2025 के बाद खुले खातों पर लागू है।
अन्य शुल्क जो जानना जरूरी है
बैंक ने लेन-देन के नियमों में भी बदलाव किए हैं, जो आपकी जेब पर असर डाल सकते हैं:
- नकद जमा और निकासी: प्रति माह तीन मुफ्त लेन-देन, कुल ₹1 लाख तक। उसके बाद ₹150 प्रति लेन-देन या ₹3.5 प्रति ₹1,000, जो ज्यादा हो।
- थर्ड-पार्टी लेन-देन: जमा और निकासी दोनों के लिए प्रति लेन-देन ₹25,000 की सीमा।
- चेक रिटर्न: जमा किए चेक के रिटर्न पर ₹200 प्रति मामला; जारी किए चेक के रिटर्न पर ₹500 (वित्तीय कारणों से) या ₹50 (गैर-वित्तीय)।
- गैर-ICICI ATM लेन-देन: मुंबई, दिल्ली, चेन्नई जैसे मेट्रो शहरों में पहले तीन मुफ्त के बाद ₹23 (वित्तीय) और ₹8.5 (गैर-वित्तीय) प्रति लेन-देन।
पेंशनभोगी और बेसिक बचत खाते, जैसे पीएम जन धन योजना के तहत, इन MAB नियमों से मुक्त हैं।
आपके ऊपर क्या असर पड़ेगा?
यह बढ़ोतरी मध्यम वर्ग और कम आय वाले ग्राहकों के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकती है, खासकर कोलकाता या अहमदाबाद जैसे शहरों में। भारत में औसत मासिक आय लगभग ₹33,000 है, ऐसे में ₹50,000 बनाए रखना मुश्किल लगता है। राजस्थान या मध्य प्रदेश के ग्रामीण और अर्ध-शहरी इलाकों में भी ₹10,000 और ₹25,000 की सीमा दबाव डाल सकती है।
सोशल मीडिया पर इसकी आलोचना हो रही है, लोग इसे 'अमीरों का बैंक' कह रहे हैं और RBI से हस्तक्षेप की मांग कर रहे हैं। कुछ ग्राहक SBI जैसे बैंकों की ओर रुख कर रहे हैं, जहां 2020 से MAB जुर्माना खत्म है, या HDFC Bank, जहां मेट्रो में ₹10,000 की जरूरत है।
Zero Balance Account Guides
- AU Bank Zero Balance Account Opening Online – सिर्फ 5 मिनट में अकाउंट खोलने का आसान तरीका जानें।
- Kotak Mahindra Zero Balance Account – बिना बैलेंस के बैंकिंग के फायदे पाएं।
- IndusInd Bank Zero Balance Account – घर बैठे तुरंत अकाउंट ओपन करें।
आगे क्या? विकल्प तलाशें
अगर आप बैंगलोर या गुजरात के किसी शहर में नया ICICI खाता खोलने की सोच रहे हैं, तो ये कदम उठाएं:
- विकल्प देखें: SBI, कैनरा बैंक या पंजाब नेशनल बैंक जैसे बैंक जहां कम या कोई MAB नहीं।
- जीरो बैलेंस खाते चुनें: सैलरी खाते या बेसिक बचत खाते जहां न्यूनतम बैलेंस की जरूरत नहीं।
- बैलेंस की निगरानी करें: ICICI के SMS बैंकिंग (IBAL भेजें 9215676766 पर) या मोबाइल ऐप से बैलेंस चेक करें।
यह बदलाव निजी बैंकिंग में प्रीमियम ट्रेंड की ओर इशारा करता है, लेकिन सामान्य बचतकर्ताओं को सार्वजनिक बैंक या डिजिटल विकल्पों की ओर धकेल सकता है।
क्यों लिया गया ये फैसला?
बैंकिंग सेक्टर के जानकारों का मानना है कि बढ़ती ऑपरेशनल कॉस्ट और महंगाई के चलते बैंक यह कदम उठा रहे हैं। इससे बैंक को अपनी सर्विस क्वालिटी और टेक्नोलॉजी इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश करने में मदद मिलेगी।
ग्राहकों पर असर
- छोटे खाताधारकों को अतिरिक्त बोझ महसूस होगा
- न्यूनतम बैलेंस में ₹5,000 तक की वृद्धि
- ग्रामीण क्षेत्रों में भी प्रभाव
- बैंक अकाउंट मैनेजमेंट पर ज्यादा ध्यान देना पड़ेगा
रहें अपडेट, रहें स्मार्ट
ICICI Bank का यह फैसला दिल्ली जैसे शहरी केंद्रों या ओडिशा के ग्रामीण इलाकों में नए ग्राहकों के लिए बड़ा झटका है। चाहे आप ICICI के साथ रहें या दूसरे बैंक चुनें, जानकारी रखना जरूरी है। अपने खाते पर नजर रखें, जीरो बैलेंस विकल्प तलाशें और अपनी वित्तीय जरूरतों के मुताबिक फैसला लें।
Online Balance Check & Banking Tips
- आधार कार्ड से बैंक बैलेंस चेक – मोबाइल से तुरंत बैलेंस पता करें।
- ई-श्रम कार्ड बैलेंस चेक गाइड – सरकारी लाभ की स्थिति जानें।
FAQs
- ICICI Bank के नए न्यूनतम बैलेंस नियम किस पर लागू होते हैं?
केवल 1 अगस्त 2025 या उसके बाद खुले नए बचत खातों पर (मेट्रो/शहरी में ₹50,000, अर्ध-शहरी में ₹25,000, ग्रामीण में ₹10,000)। पुराने ग्राहक पुरानी सीमाओं (मेट्रो/शहरी में ₹10,000, अर्ध-शहरी/ग्रामीण में ₹5,000) पर रहेंगे। - न्यूनतम बैलेंस न रखने पर क्या होगा?
कमी की 6% राशि या ₹500, जो कम हो, जुर्माना लगेगा। मिसाल के तौर पर, मेट्रो खाते में ₹5,000 की कमी पर ₹300 (6% का) जुर्माना। - ICICI Bank में जीरो बैलेंस खाते के विकल्प क्या हैं?
हां, सैलरी खाते, पीएम जन धन खाते और बेसिक बचत खाते MAB से मुक्त हैं, जो कम बैलेंस वाले ग्राहकों के लिए आदर्श हैं।