लोन रिकवरी एजेंट कर रहा है परेशान? जानें RBI के नियम और शिकायत का पूरा प्रोसेस

आज के समय में लोन लेना जितना आसान है, समय पर EMI न चुका पाने की स्थिति उतनी ही तनावपूर्ण हो सकती है। क्या आप भी किसी बैंक, NBFC या डिजिटल लोन ऐप से लिए गए लोन के कारण रिकवरी एजेंट्स के गलत व्यवहार का सामना कर रहे हैं? अगर loan recovery agent harassment से आप परेशान हैं, तो आप अकेले नहीं हैं।

लोन रिकवरी एजेंट कर रहा है परेशान? जानें RBI के नियम और शिकायत का पूरा प्रोसेस

राहत की बात यह है कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) और सुप्रीम कोर्ट ने ग्राहकों के अधिकारों की रक्षा के लिए सख्त दिशानिर्देश बनाए हैं। इस आर्टिकल में हम आपको loan recovery agent rules in Hindi की पूरी जानकारी देंगे और बताएंगे कि लोन रिकवरी एजेंट के खिलाफ ऑनलाइन शिकायत कैसे दर्ज कर सकते हैं ( how to complaint against loan recovery agent ऑनलाइन)

रिकवरी एजेंट के लिए RBI और सुप्रीम कोर्ट के दिशानिर्देश क्या हैं?

यह जानना आपका अधिकार है कि एक bank loan recovery agent क्या कर सकता है और क्या नहीं। RBI की गाइडलाइन्स और समय-समय पर दिए गए Supreme Court guidelines on loan recovery के अनुसार, एजेंटों को इन नियमों का पालन करना अनिवार्य है:

  • संपर्क का समय: कोई भी रिकवरी एजेंट आपको सुबह 8 बजे से पहले और शाम 7 बजे के बाद कॉल या संपर्क नहीं कर सकता।
  • सभ्य भाषा का प्रयोग: एजेंट आपके साथ किसी भी तरह की धमकी, गाली-गलौज या अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल नहीं कर सकता। Loan recovery agent harassment एक दंडनीय अपराध है।
  • शारीरिक बल का प्रयोग नहीं: वे आपके साथ किसी भी प्रकार की जोर-जबरदस्ती या हिंसा नहीं कर सकते।
  • गोपनीयता का सम्मान: वे आपके लोन डिफॉल्ट के बारे में आपके पड़ोसियों, रिश्तेदारों या ऑफिस में किसी को बताकर आपको सार्वजनिक रूप से शर्मिंदा नहीं कर सकते।
  • पहचान बताना अनिवार्य: जब भी कोई एजेंट आपसे मिले, तो उसे अपना पहचान पत्र और बैंक या एजेंसी से मिला अधिकार पत्र (Authorization Letter) दिखाना अनिवार्य है।

अगर कोई एजेंट इन नियमों का उल्लंघन करता है, तो आप उसके खिलाफ शिकायत दर्ज कर सकते हैं।

रिकवरी एजेंट द्वारा उत्पीड़न होने पर क्या करें? (Step-by-Step Action Plan)

अगर आपको लगता है कि if loan recovery agent harassment is happening to you, तो घबराएं नहीं, बल्कि शांति से ये कदम उठाएं:

  1. पहला कदम: सबूत इकट्ठा करें आपकी शिकायत तभी मजबूत होगी जब आपके पास सबूत होंगे।
  • कॉल रिकॉर्ड करें: एजेंट से फोन पर होने वाली हर बातचीत को रिकॉर्ड करें।
  • मैसेज सेव करें: धमकी भरे SMS या WhatsApp मैसेज का स्क्रीनशॉट लेकर सुरक्षित रखें।
  • पूरी जानकारी लें: एजेंट का नाम, उसकी एजेंसी का नाम और बैंक का नाम पूछकर नोट कर लें।
  • समय और तारीख लिखें: हर कॉल और मुलाकात का समय और तारीख ज़रूर लिखें।
  1. दूसरा कदम: पहले बैंक/NBFC में शिकायत करें सबसे पहले उस बैंक या NBFC में लिखित शिकायत दर्ज करें, जहां से आपने लोन लिया है। आप उनकी ब्रांच में जाकर या उनके शिकायत निवारण (Grievance Redressal) ईमेल पर सभी सबूतों के साथ शिकायत भेज सकते हैं और उसकी रसीद लेना न भूलें।

यह भी पढ़ें: अपने अधिकारों और अन्य सुविधाओं के बारे में जानें

RBI में Loan Recovery Agent Harassment Complaint Online कैसे करें?

अगर बैंक 30 दिनों के भीतर आपकी शिकायत का समाधान नहीं करता है, तो आप सीधे RBI complaint against loan recovery agent दर्ज कर सकते हैं। इसकी प्रक्रिया बहुत आसान है:

  1. पोर्टल पर जाएं: सबसे पहले RBI के आधिकारिक शिकायत पोर्टल पर जाएं: https://cms.rbi.org.in/
  2. "File a Complaint" पर क्लिक करें: होमपेज पर "शिकायत दर्ज करें" का विकल्प चुनें।
लोन रिकवरी एजेंट कर रहा है परेशान? जानें RBI के नियम और शिकायत का पूरा प्रोसेस
  1. अपनी जानकारी दें: अपना नाम, मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी जैसी बेसिक जानकारी भरें।
  2. संस्था चुनें: उस बैंक, NBFC या डिजिटल लोन ऐप का नाम चुनें जिसके खिलाफ आप शिकायत कर रहे हैं।
  3. शिकायत का विवरण दें: यहाँ विस्तार से बताएं कि आपके साथ क्या हुआ। घटना की तारीख, समय और एजेंट के गलत व्यवहार का पूरा ब्यौरा दें। अपने इकट्ठे किए हुए सबूतों का भी जिक्र करें।
  4. सबूत अपलोड करें: स्क्रीनशॉट या अन्य सबूतों को अटैच करने का विकल्प भी मिलेगा।
  5. फॉर्म जमा करें: फॉर्म सबमिट करने के बाद आपको एक रेफरेंस नंबर मिलेगा। इसे संभाल कर रखें ताकि आप अपनी शिकायत का स्टेटस ट्रैक कर सकें।

यदि बैंक संतोषजनक समाधान नहीं देता है, तो आपका मामला RBI लोकपाल (Ombudsman) को भेज दिया जाता है, जो आपकी समस्या का निष्पक्ष रूप से समाधान करता है।

अगर RBI से भी समाधान न मिले तो क्या करें?

अगर आपको लगता है कि उत्पीड़न गंभीर है, तो आपके पास अन्य कानूनी रास्ते भी हैं:

  • पुलिस में FIR: अगर एजेंट आपको जान से मारने की धमकी देता है या शारीरिक नुकसान पहुंचाता है, तो तुरंत नजदीकी पुलिस स्टेशन में IPC की संबंधित धाराओं के तहत FIR दर्ज कराएं।
  • उपभोक्ता मंच (Consumer Forum): आप बैंक की सेवा में कमी को लेकर उपभोक्ता मंच में भी शिकायत कर सकते हैं।

शिकायत दर्ज करते समय किन बातों का ध्यान रखें?

शिकायत मजबूत और प्रभावी तभी होगी जब आपके पास सबूत हों। इसलिए हमेशा ये चीज़ें सुरक्षित रखें:

  • फोन कॉल रिकॉर्डिंग
  • एसएमएस या व्हाट्सएप मैसेज
  • बैंक लोन एग्रीमेंट की कॉपी
  • रिकवरी एजेंट का नाम और तारीख
  • किसी भी गवाह का बयान

ये सबूत RBI और Ombudsman को आपकी शिकायत समझने और समाधान करने में मदद करेंगे।

लोन डिफॉल्ट से बचने के लिए टिप्स

लोन रिकवरी की स्थिति से बचने के लिए आप निम्नलिखित उपायadopt कर सकते हैं:

  1. EMI समय पर चुकाएं: अपने मासिक बजट में EMI को प्राथमिकता दें।
  2. लेंडर से बात करें: अगर आपको EMI चुकाने में परेशानी हो रही है, तो तुरंत अपने बैंक या NBFC से संपर्क करें। वे लोन रीस्ट्रक्चरिंग या मोरेटोरियम जैसे विकल्प दे सकते हैं।
  3. वित्तीय योजना बनाएं: अनावश्यक खर्चों को कम करें और बचत पर ध्यान दें।
  4. डिजिटल लोन ऐप्स से सावधान रहें: कुछ डिजिटल लोन ऐप्स RBI नियमों का पालन नहीं करते। हमेशा RBI-पंजीकृत संस्था से ही लोन लें।

डिजिटल लोन ऐप्स और RBI नियम

आजकल डिजिटल लोन ऐप्स की संख्या तेजी से बढ़ रही है, लेकिन कई ऐप्स अनैतिक तरीकों से वसूली करते हैं। RBI ने इनके लिए भी सख्त नियम बनाए हैं। अगर कोई डिजिटल लोन ऐप आपको परेशान करता है, तो आप डिजिटल लोन ऐप शिकायत RBI के पोर्टल पर दर्ज कर सकते हैं। सुनिश्चित करें कि आप जिस ऐप से लोन ले रहे हैं, वह RBI-पंजीकृत हो।

RBI का फेयर प्रैक्टिस कोड क्या है?

RBI का फेयर प्रैक्टिस कोड लोन वसूली की प्रक्रिया को पारदर्शी और निष्पक्ष बनाता है। इसके मुख्य बिंदु हैं:

  • लेंडर को डिफॉल्ट से पहले आपको नोटिस देना होगा।
  • रिकवरी एजेंट्स को प्रशिक्षित और अधिकृत होना चाहिए।
  • आपकी गोपनीयता का सम्मान करना अनिवार्य है।
  • किसी भी तरह की जबरदस्ती या उत्पीड़न प्रतिबंधित है।

आपके काम की अन्य जानकारी

अपने अधिकारों को जानें

लोन डिफॉल्टर अधिकार के तहत आपको निम्नलिखित अधिकार प्राप्त हैं:

  • नोटिस का अधिकार: लोन डिफॉल्ट होने पर आपको पहले लिखित नोटिस मिलना चाहिए।
  • निष्पक्ष व्यवहार: रिकवरी प्रक्रिया में आपको सम्मान के साथ व्यवहार किया जाना चाहिए।
  • संपत्ति की नीलामी में पारदर्शिता: अगर लोन सिक्योर्ड है, तो संपत्ति की नीलामी में उचित मूल्यांकन होना चाहिए।
  • बकाया राशि का दावा: अगर नीलामी से अतिरिक्त राशि मिलती है, तो वह आपको लौटाई जानी चाहिए।

(FAQs)

Q1: Can loan recovery agent come to home? (क्या रिकवरी एजेंट घर आ सकते हैं?) A: हाँ, रिकवरी एजेंट आपके घर आ सकते हैं, लेकिन केवल सुबह 8 बजे से शाम 7 बजे के बीच। वे जबरदस्ती आपके घर में प्रवेश नहीं कर सकते या आपके पड़ोसियों के सामने हंगामा नहीं कर सकते।

Q2: क्या लोन न चुकाने पर मुझे जेल हो सकती है? A: नहीं। लोन न चुकाना एक सिविल मामला है, आपराधिक नहीं। रिकवरी एजेंट या बैंक आपको जेल नहीं भेज सकता। कानूनी प्रक्रिया केवल कोर्ट के माध्यम से ही हो सकती है।

Q3: Mpokket loan recovery agent या अन्य डिजिटल लोन ऐप के एजेंट परेशान करें तो क्या करें? A: RBI की गाइडलाइन्स सभी तरह के लोन देने वाली संस्थाओं पर लागू होती हैं, जिनमें Mpokket जैसे डिजिटल लोन ऐप्स भी शामिल हैं। आप ऊपर बताई गई प्रक्रिया के अनुसार ही RBI के CMS पोर्टल पर इनकी शिकायत कर सकते हैं।

Q4: अगर मैं सच में EMI नहीं चुका पा रहा हूँ तो क्या करना चाहिए? A: ऐसी स्थिति में एजेंट से डरने या छिपने की बजाय सीधे बैंक से संपर्क करें। अपनी वित्तीय स्थिति के बारे में बताएं और उनसे लोन रीस्ट्रक्चरिंग (EMI कम करवाना) या कुछ समय के लिए मोहलत (Moratorium) देने का अनुरोध करें।

निष्कर्ष

लोन चुकाना आपकी ज़िम्मेदारी है, लेकिन इस प्रक्रिया में आपके सम्मान और अधिकारों का हनन नहीं होना चाहिए। Loan recovery agent rules आपकी सुरक्षा के लिए ही बनाए गए हैं। यदि कोई एजेंट आपको परेशान करता है, तो चुप न रहें। सबूत इकट्ठा करें और तुरंत शिकायत दर्ज कराएं।

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