उत्तर प्रदेश सरकार ने छात्रों को दिवाली से पहले बड़ा तोहफा दिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार 17 अक्टूबर 2025 को लोकभवन में आयोजित कार्यक्रम में 10.28 लाख से अधिक छात्रों के बैंक खातों में 297.95 करोड़ रुपये की छात्रवृत्ति ट्रांसफर की। यह राशि दशमोत्तर छात्रवृत्ति योजना 2024-25 के तहत दी गई, जिसमें ओबीसी, एससी, एसटी, जनरल और अल्पसंख्यक वर्ग के छात्र शामिल हैं।
कार्यक्रम में सीएम योगी ने कहा कि पहले छात्रवृत्ति वितरण में भेदभाव होता था, लेकिन अब पारदर्शी DBT सिस्टम से समय पर पैसा पहुंच रहा है। उन्होंने बताया कि 2016-17 में केवल 46 लाख छात्रों को लाभ मिलता था, जो अब बढ़कर 62 लाख हो गया है। इस बार पहले चरण में 2.5 लाख ओबीसी छात्रों को 62.13 करोड़ दिए गए, जबकि दूसरे चरण में 4.83 लाख छात्रों को 126.68 करोड़ ट्रांसफर हुए।
17 अक्टूबर 2025 को किन छात्रों को मिली छात्रवृत्ति ?
17 अक्टूबर को मुख्य रूप से उन छात्रों को छात्रवृत्ति मिली है जिनका फॉर्म पूर्ण रूप से सत्यापित है, और वे निम्नलिखित कक्षाओं या पाठ्यक्रमों से संबंधित हैं:
- पूर्वदशम (Pre-Matric): कक्षा 9 और 10 के छात्र।
- दशमोत्तर (Post-Matric): कक्षा 11 और 12 के साथ-साथ UG/PG (BA, BSc, BCom), डिप्लोमा, आईटीआई आदि उच्च शिक्षा के छात्र।
गोंडा जिले में अकेले 13,735 छात्रों को 4.88 करोड़ रुपये मिले। जिला समाज कल्याण अधिकारी एसपी सिंह ने बताया कि पूर्वदशम (कक्षा 9-10) में सामान्य वर्ग के 2,707 छात्रों को 81.21 लाख, एससी के 1,769 को 24.76 लाख, ओबीसी के 3,084 को 64.14 लाख और अल्पसंख्यक के 589 को 7.14 लाख दिए गए। दशमोत्तर (कक्षा 11-12) में सामान्य वर्ग के 3,526 छात्रों को 106.50 लाख, एससी के 1,585 को 190.69 लाख और ओबीसी के 475 को 13.82 लाख ट्रांसफर हुए।
सेकंड इंस्टॉलमेंट के बारे में अधिकारियों ने कहा कि 40% राज्य शेयर पहले आ चुका है, जबकि 60% केंद्र सरकार कभी भी भेज सकती है। जिन छात्रों का आधार लिंक न होने से पेमेंट रिजेक्ट हुआ, उनका फंड नवंबर तक आएगा। पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति आवेदन 27 से 31 अक्टूबर तक फिर से खुले हैं, और 28 नवंबर तक पैसा ट्रांसफर होगा।
आवेदन और दस्तावेज गाइड
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फॉर्म और भुगतान संबंधी महत्वपूर्ण निर्देश
पैसा नहीं आया तो क्या करें?
जिन छात्रों का फॉर्म सत्यापित था लेकिन अभी तक पैसा नहीं आया है, उन्हें निम्नलिखित कार्य करने चाहिए:
- सभी बैंक खाते जांचें: अपने सभी बैंक खातों, विशेषकर पहला अकाउंट जो आपने खुलवाया था, उसे ज़रूर चेक करें।
- आधार सीडिंग (Aadhaar Seeding): आपका बैंक खाता आधार सीडेड और NPCI/DBT से लिंक होना चाहिए। छात्रवृत्ति का पैसा उसी खाते में आता है जो पहला आधार सीडेड अकाउंट होता है।
- IPPB (इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक): यदि आपने इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक में अकाउंट खोला है, तो पैसा सीधे उसमें भी आ सकता है।
स्टेटस चेक और समस्या समाधान
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रिजेक्ट हुए फॉर्म और नया आवेदन
जिन छात्रों का भुगतान आधार नंबर डी-सीडेड होने के कारण या किसी अन्य कारण से रिजेक्ट (Transaction Failed/Rejected) हुआ था, उन्हें घबराने की ज़रूरत नहीं है:
- रिजेक्टेड/फेल्ड ट्रांजैक्शन: इन छात्रों का पैसा नवंबर 2025 तक दोबारा आने की संभावना है। उन्हें इसके लिए कुछ खास करने की आवश्यकता नहीं है, बस खाते को आधार और डीबीटी से लिंक सुनिश्चित करें।
- नए आवेदन का मौका: जो छात्र 2024-25 सत्र में फॉर्म नहीं भर पाए थे या कॉलेज से फॉर्म आगे नहीं बढ़ाया गया था, उन्हें 27 अक्टूबर से 1 नवंबर 2025 तक नए सिरे से आवेदन करने का एक और मौका दिया गया है। इन छात्रों को 28 नवंबर 2025 तक भुगतान हो सकता है।
समाज कल्याण मंत्री नरेंद्र कश्यप ने कहा कि सरकार का लक्ष्य 2047 तक 7 करोड़ ओबीसी छात्रों को 80,000 करोड़ की छात्रवृत्ति देना है। पिछले 8 वर्षों में 2.07 करोड़ छात्रों को 13,535 करोड़ का लाभ मिला, जो पूर्व सरकारों से चार गुना अधिक है।
छात्रों को सलाह दी गई कि बैंक अकाउंट चेक करें, खासकर पहले वाले में, क्योंकि DBT वहीं जाता है। स्टेटस चेक करने के लिए scholarship.up.gov.in पर रजिस्ट्रेशन नंबर और पासवर्ड इस्तेमाल करें। यदि अटेंडेंस 75% से कम है, तो कॉलेज से संपर्क करें, वरना फॉर्म रिजेक्ट हो सकता है।
यह कदम ग्रामीण और वंचित क्षेत्रों के छात्रों को उच्च शिक्षा से जोड़ने का प्रयास है। सरकार ने निर्माण श्रमिकों की बेटियों के विवाह सहायता को 55 हजार से बढ़ाकर 65 हजार रुपये कर दिया है।