पेंशन घोटाला उजागर: मृतकों और अपात्रों को मिल रही थी पेंशन, जानें कैसे बचें और किसे मिली राहत!

सरकारी कल्याणकारी योजनाएं हमेशा से जरूरतमंदों के लिए सहारा रही हैं, लेकिन जब इन्हीं योजनाओं में फर्जीवाड़ा और घोटाला सामने आता है, तो यह चिंता का विषय बन जाता है। हाल ही में, उत्तर प्रदेश के बदायूं और शाहजहांपुर जिलों में दिव्यांग पेंशन और विधवा पेंशन योजनाओं में एक बड़ा पेंशन घोटाला उजागर हुआ है, जिसने सरकारी तंत्र की पारदर्शिता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

पेंशन घोटाला उजागर: मृतकों और अपात्रों को मिल रही थी पेंशन, जानें कैसे बचें और किसे मिली राहत!

इस घोटाले में मृतकों और अपात्र लोगों के खातों में सालों से पेंशन डाली जा रही थी, जिससे सरकारी खजाने को लाखों का चूना लग रहा था। आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला और कैसे आप ऐसे धोखाधड़ी से बच सकते हैं।

क्या है यह 'मृतक पेंशन घोटाला'?

शासन के निर्देशों पर हुए एक व्यापक सर्वे और डोर-टू-डोर सत्यापन अभियान के बाद इस बड़े पेंशन घोटाले का पर्दाफाश हुआ है। अधिकारियों ने घर-घर जाकर लाभार्थियों की जांच की, जिसमें चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए:

बदायूं में उजागर हुआ फर्जीवाड़ा:

  • कुल 393 फर्जी लाभार्थी चिन्हित किए गए।
  • 275 मृतक ऐसे पाए गए जिनके नाम पर पेंशन जारी थी।
  • 118 अन्य अपात्र लाभार्थी थे, जिनमें कई ऐसी महिलाएं भी शामिल थीं जिनकी दोबारा शादी हो चुकी थी या वे आर्थिक रूप से सक्षम थीं।
  • इन सभी की पेंशन तत्काल प्रभाव से रोक दी गई है और वसूली की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
  • इसी तरह, विधवा पेंशन में भी लगभग एक हजार अपात्र महिलाएं चिन्हित की गईं, जिनकी पेंशन भी बंद कर दी गई है।

शाहजहांपुर में भी सामने आया बड़ा खुलासा:

  • यहां 172 मृतक पेंशनधारक पाए गए, जिनके खातों में लगातार पैसे ट्रांसफर हो रहे थे।
  • 161 अन्य व्यक्ति अपात्र घोषित किए गए जो पात्रता की शर्तों पर खरे नहीं उतरते थे।
  • कुल 333 लोगों की पेंशन तत्काल प्रभाव से रोक दी गई, जिससे सरकारी कोष पर पड़ रहे आर्थिक बोझ को कम किया जा सका।
  • हालांकि, इस अभियान में 530 नए पात्र दिव्यांगजन भी जोड़े गए हैं, जिससे कुल लाभार्थियों की संख्या 22,833 से बढ़कर 23,030 हो गई है।

यह साफ है कि सरकारी पेंशन घोटाला सिर्फ एक जिले की समस्या नहीं है, बल्कि यह एक व्यापक चुनौती है।

संबंधित योजनाओं की जानकारी

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कैसे पकड़े गए ये फर्जी लाभार्थी?

यह फर्जीवाड़ा किसी एक व्यक्ति की देन नहीं, बल्कि लंबे समय से चली आ रही लापरवाही और लचर निगरानी प्रणाली का नतीजा था। लेकिन, हाल ही में मुख्य विकास अधिकारी (CDO) डॉ. अपराजिता सिंह और जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण अधिकारी संजय कुमार जैसे अधिकारियों के निर्देश पर चलाए गए सत्यापन अभियान ने इस पर रोक लगाई।

ब्लॉक कर्मचारियों की टीमों ने डोर-टू-डोर सर्वे किया और भौतिक सत्यापन के दौरान पाया कि कई लाभार्थी या तो अब इस दुनिया में नहीं हैं, या फिर वे योजना का लाभ लेने के पात्र नहीं हैं। इन जांचों के बाद ही यह बड़ा पेंशन घोटाला उजागर हो सका।

विभागों की सख्त कार्रवाई और भविष्य के कदम

इस पेंशन घोटाले के उजागर होने के बाद, संबंधित विभागों ने सख्त कदम उठाए हैं:

  1. पेंशन बंद करना और वसूली: सभी मृतक और अपात्र लाभार्थियों की पेंशन तत्काल प्रभाव से रोक दी गई है। साथ ही, उनसे अब तक ली गई सरकारी मदद की वसूली की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है और नोटिस भी जारी किए जा रहे हैं।
  2. आधार सत्यापन और जीवित प्रमाण पत्र: भविष्य में ऐसे पेंशन घोटालों को रोकने के लिए, अब बिना आधार सत्यापन और जीवित प्रमाण पत्र के पेंशन नहीं दी जाएगी।
  3. मजबूत निगरानी प्रणाली: ब्लॉक स्तर पर एक मजबूत निगरानी प्रणाली तैयार की जा रही है ताकि भविष्य में किसी भी प्रकार की वित्तीय अनियमितता न हो।
  4. पारदर्शिता पर जोर: प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि कल्याणकारी योजनाओं में पारदर्शिता सर्वोपरि है और गड़बड़ियों को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

आप कैसे बचें पेंशन संबंधी धोखाधड़ी से?

इस तरह के पेंशन घोटालों को देखते हुए, लाभार्थियों और आम जनता को कुछ बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है:

  • केवल आधिकारिक स्रोतों पर भरोसा करें: पेंशन या किसी भी सरकारी योजना से जुड़ी जानकारी के लिए केवल सरकारी वेबसाइटों (जैसे संबंधित विभाग की वेबसाइट या जन सूचना पोर्टल) पर ही भरोसा करें।
  • अज्ञात कॉल या संदेशों से सावधान रहें: यदि आपको किसी अज्ञात नंबर से कॉल या संदेश आता है जो आपकी व्यक्तिगत या बैंक जानकारी मांगता है, तो कभी भी साझा न करें। सरकारी विभाग कभी भी फोन पर ऐसी जानकारी नहीं मांगते हैं।
  • दलालों से दूर रहें: यदि कोई व्यक्ति आपको यह कहकर संपर्क करता है कि वह आपकी पेंशन दिलवा सकता है या बढ़ा सकता है, तो सावधान रहें। सरकारी योजनाओं में बिचौलियों या दलालों की कोई भूमिका नहीं होती।
  • अपने आसपास नजर रखें: यदि आपको लगता है कि कोई व्यक्ति गलत तरीके से सरकारी योजना का लाभ ले रहा है, तो संबंधित विभाग को इसकी सूचना दें। आपकी जागरूकता समाज में पारदर्शिता लाने में मदद कर सकती है।
  • नियमित रूप से अपनी जानकारी अपडेट करें: यदि आपकी स्थिति में कोई बदलाव आता है (जैसे विवाह, आय में वृद्धि, या दुर्भाग्यवश किसी लाभार्थी की मृत्यु), तो तुरंत संबंधित विभाग को सूचित करें ताकि उनकी पेंशन में उचित कार्रवाई हो सके।
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पेंशन स्टेटस और अपडेट्स

आपकी पेंशन पात्रता कैसे चेक करें?

इस घोटाले के बाद सरकार ने सत्यापन को और सख्त कर दिया है। आप अपनी दिव्यांग पेंशन या विधवा पेंशन की पात्रता निम्नलिखित तरीकों से चेक कर सकते हैं:

  • ऑनलाइन पोर्टल: उत्तर प्रदेश के लिए sspy-up.gov.in पर जाएँ। यहाँ आप लाभार्थी सूची में अपना नाम चेक कर सकते हैं।
  • आधार सत्यापन: अब पेंशन के लिए आधार और जीवित प्रमाण पत्र अनिवार्य है।
  • ब्लॉक कार्यालय: स्थानीय ब्लॉक या तहसील कार्यालय में जाकर अपनी स्थिति की जाँच करें।
  • हेल्पलाइन: यूपी पेंशन योजना हेल्पलाइन नंबर (1800-419-0001) पर संपर्क करें।

प्रो टिप: नियमित रूप से अपनी पेंशन स्थिति चेक करें और संदिग्ध गतिविधि की शिकायत तुरंत करें।

सरकारी योजनाओं में घोटाले से कैसे बचें?

इस तरह के फ्रॉड से बचने के लिए निम्नलिखित कदम उठाएँ:

  • आधिकारिक पोर्टल्स का उपयोग करें: हमेशा myscheme.gov.in या sspy-up.gov.in जैसे सरकारी पोर्टल्स से जानकारी लें।
  • जागरूक रहें: अगर कोई आपसे पेंशन के लिए रिश्वत माँगता है, तो तुरंत शिकायत करें।
  • दस्तावेज़ अपडेट रखें: आधार, आय प्रमाण पत्र, और अन्य दस्तावेज़ समय पर अपडेट करें।
  • स्थानीय प्रशासन से संपर्क: ब्लॉक या जिला कार्यालय में नियमित जाँच करें।
  • ऑनलाइन शिकायत: यूपी सरकार की jansunwai.up.nic.in वेबसाइट पर शिकायत दर्ज करें।

पेंशन घोटाले और सत्यापन

निष्कर्ष

दिव्यांग पेंशन घोटाला 2025 ने सरकारी योजनाओं में पारदर्शिता और जवाबदेही की जरूरत को सामने लाया है। यह महत्वपूर्ण है कि आप अपनी पेंशन पात्रता नियमित रूप से चेक करें और फ्रॉड से सावधान रहें। हमारी वेबसाइट पर ऐसी ही उपयोगी जानकारी के लिए बने रहें। क्या आपके साथ कभी पेंशन योजना में कोई समस्या हुई? नीचे कमेंट में साझा करें, और इस पोस्ट को अपने दोस्तों के साथ शेयर करें ताकि वे भी जागरूक हों!

FAQ

दिव्यांग पेंशन घोटाला क्या है?

यह एक फ्रॉड है जिसमें मृतकों और अपात्र लोगों के खातों में पेंशन जमा की जा रही थी।

मैं अपनी पेंशन पात्रता कैसे चेक करूँ?

sspy-up.gov.in पर जाएँ या स्थानीय ब्लॉक कार्यालय में संपर्क करें।

पेंशन घोटाले की शिकायत कहाँ करें?

jansunwai.up.nic.in पर ऑनलाइन शिकायत दर्ज करें।

क्या नए लाभार्थी पेंशन के लिए आवेदन कर सकते हैं?

हाँ, पात्र लोग sspy-up.gov.in के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं।

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