क्या आप विदेश यात्रा की योजना बना रहे हैं और पासपोर्ट बनवाने की सोच रहे हैं? अच्छी खबर यह है कि भारत में अब ई-पासपोर्ट की शुरुआत हो चुकी है, जो न केवल पहले से ज्यादा सुरक्षित है, बल्कि इमिग्रेशन प्रक्रिया को तेज और आसान बनाता है। लेकिन ई-पासपोर्ट क्या है, यह नॉर्मल पासपोर्ट से कैसे अलग है, और क्या पुराने पासपोर्ट अब बेकार हो जाएंगे? कई लोग सोचते हैं कि ई-पासपोर्ट का मतलब डिजिटल कॉपी है, जैसे ई-आधार या ई-पैन, लेकिन ऐसा नहीं है। यह एक फिजिकल पासपोर्ट है जिसमें एक खास RFID चिप होती है। (E-Passport India Online Apply) और ई पासपोर्ट डाउनलोड करना सीखें!
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ई-पासपोर्ट क्या है?
ई-पासपोर्ट की विशेषताएं:
- RFID चिप: यह बिना किसी पावर सोर्स के काम करती है और रेडियस में आने पर एक्टिव हो जाती है।
- बायोमेट्रिक डेटा: फिंगरप्रिंट, फोटो, और अन्य जानकारी डिजिटल रूप में सुरक्षित।
- सुनहरा लोगो: पासपोर्ट कवर पर ई-पासपोर्ट का प्रतीक।
- वैश्विक मान्यता: 150+ देशों में पहले से उपयोग में, जैसे अमेरिका, स्पेन, मलेशिया।
ई-पासपोर्ट और नॉर्मल पासपोर्ट में अंतर
विशेषता | ई-पासपोर्ट (E-Passport) | नॉर्मल पासपोर्ट (Normal Passport) |
---|---|---|
चिप | RFID चिप में डिजिटल और बायोमेट्रिक डेटा स्टोर | कोई चिप नहीं, केवल प्रिंटेड जानकारी |
सुरक्षा | उच्च एन्क्रिप्टेड डेटा, धोखाधड़ी लगभग असंभव | सामान्य सुरक्षा, चिप की कमी के कारण धोखाधड़ी की संभावना अधिक |
इमिग्रेशन प्रक्रिया | ई-गेट पर तेज़, कॉन्टैक्टलेस वेरिफिकेशन (स्कैनिंग सेकंडों में) | मैन्युअल वेरिफिकेशन, समय अधिक लगता है |
वैश्विक स्वीकार्यता | 150+ देशों में आसान और तेज़ स्वीकृति | अधिकांश देशों में स्वीकार्य, लेकिन ई-गेट पर सीमित |
डिज़ाइन | सुनहरा लोगो और सुरक्षा फीचर्स के साथ आधुनिक लुक | पारंपरिक डिज़ाइन, केवल प्रिंटेड फोटो और डेटा |
धोखाधड़ी रोकथाम | छेड़छाड़ या डुप्लीकेट बनाना मुश्किल, ऑथेंटिकेशन जरूरी | डुप्लीकेट बनाना संभव, धोखाधड़ी के खतरे ज्यादा |
पासपोर्ट वैधता (उम्र के आधार पर ) | 5 से 10 साल तक उम्र) | 10 साल की वैधता |
उपयोग | विदेश यात्रा, एड्रेस प्रूफ, सरकारी दस्तावेज़ में उपयोग | मुख्य रूप से विदेश यात्रा के लिए |
सुविधा | ऑनलाइन अपॉइंटमेंट, लंबी कतार से बचाव | मैन्युअल प्रक्रिया, कतार लग सकती है |
ई-पासपोर्ट के लाभ क्या हैं
- उच्च सुरक्षा ई-पासपोर्ट में लगा RFID चिप आपकी सभी जानकारी को एन्क्रिप्टेड फॉर्मेट में सुरक्षित रखता है। जिससे छेड़छाड़, क्लोनिंग या नकली पासपोर्ट नही बन सकता।
- तेज़ इमिग्रेशन प्रक्रिया (Faster Immigration Process) ई-पासपोर्ट के जरिए अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर ई-गेट का इस्तेमाल कर यात्री कुछ ही सेकंड में इमिग्रेशन प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं। इससे लंबी कतारों में लगने की जरूरत नहीं पड़ती और यात्रियों का समय बचता है। उदाहरण: यदि आप दिल्ली एयरपोर्ट पर DigiYatra के तहत ई-पासपोर्ट स्कैन करते हैं, तो आपकी सभी डिटेल्स तुरंत सिस्टम में आ जाती हैं और वेरिफिकेशन सेकंडों में हो जाता है।
- वैश्विक मान्यता (Global Acceptance) अमेरिका, स्पेन, मलेशिया और यूके जैसे 150 से अधिक देश पहले ही ई-पासपोर्ट का उपयोग कर रहे हैं। भारत में भी इसे अपनाने से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर यात्रा करना ज्यादा सुविधाजनक हो जाएगा।
- कॉन्टैक्टलेस प्रक्रिया (Contactless Verification)ई-पासपोर्ट में मौजूद डिजिटल सिग्नेचर और बायोमेट्रिक जानकारी की वजह से वेरिफिकेशन पूरी तरह टचलेस हो जाता है। इससे संक्रमण के जोखिम कम होते हैं और प्रक्रिया अधिक स्वच्छ व प्रभावी बनती है।
- डेटा संरक्षण और गोपनीयता (Data Protection & Privacy) सभी व्यक्तिगत जानकारी जैसे नाम, जन्मतिथि, फोटो, बायोमेट्रिक और डिजिटल सिग्नेचर को सुरक्षित और गोपनीय तरीके से संग्रहित किया जाता है। कोई अनधिकृत व्यक्ति इन्हें एक्सेस नहीं कर सकता।
- आसान सरकारी प्रक्रिया में उपयोग ई-पासपोर्ट को सिर्फ यात्रा दस्तावेज़ के रूप में ही नहीं, बल्कि एड्रेस प्रूफ और अन्य सरकारी कार्यों में दस्तावेज के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है। इससे दस्तावेज़ सत्यापन तेज़ होता है।
क्या पुराने पासपोर्ट बेकार हो जाएंगे?
- नया पासपोर्ट: अगर आप नया पासपोर्ट बनवाते हैं, तो अब केवल ई-पासपोर्ट ही जारी होगा।
- रिन्यूअल: पुराना पासपोर्ट एक्सपायर होने पर रिन्यूअल के समय आपको ई-पासपोर्ट मिलेगा।
- अपग्रेड की जरूरत: पुराने पासपोर्ट को तुरंत अपग्रेड करने की जरूरत नहीं है। यह वैध रहेंगे।
ई-पासपोर्ट आवेदन के लिए जरूरी दस्तावेज़
ई-पासपोर्ट के लिए आवेदन करते समय कुछ मुख्य दस्तावेज़ों की ज़रूरत होती है, जो आपकी पहचान, पता, और जन्मतिथि को प्रमाणित करते हैं। सही और वैध दस्तावेज़ होने से पासपोर्ट प्रोसेस जल्दी और बिना रुकावट के पूरा हो जाता है।
सबसे पहले, आधार कार्ड सबसे जरूरी दस्तावेज़ है, जो पहचान और पते दोनों का प्रमाण माना जाता है। इसके बाद, जन्म प्रमाण के लिए आप हाई स्कूल की मार्कशीट या बर्थ सर्टिफिकेट दे सकते हैं। दोनों में से कोई एक चल जाएगा, लेकिन उसमें दर्ज जन्मतिथि आपके आधार कार्ड से मेल खानी चाहिए।
अन्य वैकल्पिक दस्तावेज़ों में आप वोटर आईडी कार्ड, पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, बैंक स्टेटमेंट, रेंट एग्रीमेंट, या बिजली का बिल आदि का उपयोग कर सकते हैं। ध्यान रखें कि ये दस्तावेज़ हाल के होने चाहिए और इनमें वही पता हो जो आपने आवेदन में भरा है।
अगर आप डिजिटल रूप से दस्तावेज़ जमा करना चाहते हैं, तो Digilocker का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह पासपोर्ट सेवा पोर्टल से लिंक होता है और आपके दस्तावेज़ को डिजिटल रूप में स्वीकार करता है। फिर भी, पासपोर्ट सेवा केंद्र (PSK) में आपको सभी मूल दस्तावेज़ साथ ले जाना अनिवार्य होता है। केवल फोटोकॉपी या ऑनलाइन अपलोड से प्रक्रिया पूरी नहीं होती।
दस्तावेज़ और पहचान से जुड़े ज़रूरी स्टेप्स
- जन्म प्रमाण पत्र कैसे बनता है और कौन-कौन से दस्तावेज़ लगते हैं – जानिए इस आसान गाइड में।
- ऑनलाइन पैन कार्ड कैसे बनवाएं – 2024 की सबसे नई और सरल प्रक्रिया यहां दी गई है।
- भारत में जारी किए जाने वाले सभी सरकारी कार्ड्स की लिस्ट और उनके फायदे इस लेख में दिए गए हैं।
भारत में ई-पासपोर्ट ऑनलाइन कैसे बनवाएं? पूरी आवेदन प्रक्रिया स्टेप बाय स्टेप
भारत सरकार द्वारा शुरू किए गए ई-पासपोर्ट की प्रक्रिया पहले की तरह ही सरल है, लेकिन अब Passport Seva पोर्टल का इंटरफेस थोड़ा नया हो गया है। इस नए पोर्टल पर आवेदन करने के लिए आपको कुछ आसान स्टेप्स फॉलो करने होंगे। नीचे पूरे प्रोसेस को क्रमबद्ध तरीके से समझाया गया है, ताकि आप बिना किसी परेशानी के अपना ई-पासपोर्ट बनवा सकें।
पासपोर्ट सेवा पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करें
रजिस्ट्रेशन करते समय सबसे पहले आपको "Passport Office" चुनना होगा। ध्यान दें कि अगर आप सामान्य नागरिक हैं तो अपने क्षेत्र का नजदीकी पासपोर्ट ऑफिस चुनें। "CPV Delhi" विकल्प केवल डिप्लोमैटिक या ऑफिशियल पासपोर्ट के लिए होता है।
इसके बाद आप अपने वर्तमान पते के आधार पर शहर का चयन कर सकते हैं। अब यह सुविधा उपलब्ध है कि आप जहाँ रहते हैं उसी पते से आवेदन कर सकते हैं, भले ही स्थायी पता किसी और राज्य का हो। उदाहरण के लिए, अगर आप महाराष्ट्र के निवासी हैं लेकिन वर्तमान में दिल्ली में रहते हैं, तो आप दिल्ली के पते से आवेदन कर सकते हैं और वहीं पुलिस वेरिफिकेशन भी करा सकते हैं।
अब आपको अपनी ईमेल आईडी को यूज़र आईडी के रूप में रजिस्टर करना है और एक मजबूत पासवर्ड सेट करना है। इसके बाद सिक्योरिटी क्वेश्चन का उत्तर भरें और OTP के माध्यम से अपनी ईमेल आईडी को वेरिफाई करें।
ई पासपोर्ट के लिए आवेदन फॉर्म ऐसे भरें
रजिस्ट्रेशन पूरा होने के बाद आप पोर्टल पर लॉगिन करें और “Apply for Fresh Passport” या “Reissue of Passport” में से एक विकल्प चुनें, जो आपके केस पर निर्भर करता है।
इसके बाद सेवा का चयन करें — यदि आप सामान्य समय में पासपोर्ट चाहते हैं तो "Normal" सेवा चुनें, और अगर आपको पासपोर्ट जल्दी चाहिए तो "Tatkal" सेवा का चयन कर सकते हैं। हालांकि तत्काळ सेवा में फीस अधिक होती है और दस्तावेज़ भी ज्यादा लगते हैं।
फॉर्म भरते समय आपको पासपोर्ट बुकलेट के लिए पेज संख्या भी चुननी होगी। इसमें दो विकल्प होते हैं — 36 पेज की बुकलेट जो सामान्य यात्रियों के लिए होती है, और 60 पेज की बुकलेट जो ज्यादा यात्रा करने वालों के लिए उपयुक्त होती है।
अब फॉर्म में मांगी गई सभी जानकारियां जैसे कि नाम, जन्मतिथि, माता-पिता का नाम, और पता भरें। ध्यान रखें कि यह सारी जानकारी आपके दस्तावेजों जैसे आधार कार्ड या हाई स्कूल मार्कशीट से मेल खानी चाहिए, क्योंकि बाद में किसी भी तरह का मिसमैच आपकी एप्लिकेशन को रिजेक्ट करवा सकता है।
Passport Appointment Booking Online कैसे करें
फॉर्म भरने के बाद अगला कदम है पासपोर्ट सेवा केंद्र (PSK) या पोस्ट ऑफिस पासपोर्ट सेवा केंद्र (POPSK) के लिए अपॉइंटमेंट बुक करना। पोर्टल पर आपको नजदीकी PSK/POPSK की लिस्ट दिखाई देगी, जिसमें से आप अपनी सुविधा के अनुसार कोई एक केंद्र चुन सकते हैं।
अब आपको उपलब्ध तिथियों और समय में से एक स्लॉट बुक करना होगा। यदि आवश्यक हो, तो बाद में आप इस तारीख को बदल भी सकते हैं।
Passport Fees For Normal and Tatkal कितनी है
फीस भुगतान की प्रक्रिया भी पोर्टल से ही होती है। फीस इस प्रकार है:
- नॉर्मल (36 पेज): पासपोर्ट के लिए ₹1,500: (36 पेज) पासपोर्ट सामान्य यात्रियों के लिए होता है जो साल में 1-2 बार ट्रैवल करते हैं।
- नॉर्मल (60 पेज): पासपोर्ट के लिए ₹2,000; (60 पेज) पासपोर्ट उन लोगों के लिए होता है जो बार-बार अंतरराष्ट्रीय यात्रा करते हैं, जैसे बिज़नेसमेन, ऑफिस कर्मचारी, ट्रैवल ब्लॉगर आदि।
- तत्काल सेवा: पासपोर्ट ₹3,500 – ₹4,000
पेमेंट आप UPI, डेबिट/क्रेडिट कार्ड या नेट बैंकिंग से कर सकते हैं। UPI से पेमेंट करना सबसे तेज़ और आसान तरीका माना जाता है।
पेमेंट पूरा होते ही आपको एक अपॉइंटमेंट स्लिप डाउनलोड करने का विकल्प मिलेगा। इस स्लिप को प्रिंट कर लें और PSK में अपॉइंटमेंट के दिन निर्धारित समय से 10-15 मिनट पहले पहुंचें।
E-पासपोर्ट पुलिस वेरिफिकेशन कैसे कराएँ
जब आप पासपोर्ट सेवा केंद्र पहुंचते हैं, तो सबसे पहले आपकी बायोमेट्रिक प्रक्रिया की जाती है जिसमें आपकी फोटो ली जाती है और फिंगरप्रिंट लिए जाते हैं। साथ ही, आपके दस्तावेज़ों की मूल प्रतियों की जांच भी की जाती है।
इसके बाद आपकी एप्लिकेशन पास होने पर फाइल आपके क्षेत्रीय पुलिस स्टेशन को भेज दी जाती है। आमतौर पर 5 से 6 कार्य दिवसों के भीतर पुलिस वेरिफिकेशन के लिए कॉल आता है। उस समय आपको सभी संबंधित दस्तावेज़ की फोटोकॉपी पुलिस स्टेशन में जमा करनी होती है।
पुलिस वेरिफिकेशन सफल होने के बाद पासपोर्ट प्रिंट होकर 1 से 2 कार्य दिवसों में आपके दिए गए पते पर स्पीड पोस्ट के माध्यम से भेज दिया जाता है।
महत्वपूर्ण: अब पासपोर्ट पर मोबाइल नंबर प्रिंट नहीं होता है, इसलिए पता बिल्कुल सही और स्पष्ट होना चाहिए ताकि डिलीवरी में कोई समस्या न आए।
ई-पासपोर्ट की डिलीवरी और ट्रैकिंग कैसे करें?
ई-पासपोर्ट आवेदन और वेरिफिकेशन प्रोसेस पूरी होने के बाद आपका पासपोर्ट डाक (India Post) के माध्यम से आपके पते पर भेजा जाता है।
डिलीवरी में लगने वाला समय:
- आमतौर पर 7 से 10 कार्यदिवस में पासपोर्ट घर पहुंच जाता है।
- Tatkal सेवा में यह 2-3 दिन में भी डिलीवर हो सकता है।
पासपोर्ट ट्रैक कैसे करें?
Passport Seva ट्रैकिंग पेज पर जाएं।- Track Application Status: होमपेज पर "Track Application Status" पर क्लिक करें।
- डिटेल्स दर्ज करें: आवेदन नंबर (Application Reference Number - ARN) और जन्मतिथि डालें।
- स्टेटस चेक: स्टेटस दिखेगा, जैसे "Application Submitted", "Under Verification", या "Passport Dispatched"।
अगर डिलीवरी में देरी हो:
टिप: अगर आपने रजिस्ट्रेशन किया है, तो लॉगिन करके डैशबोर्ड से स्टेटस देख सकते हैं।समय: सामान्य पासपोर्ट का स्टेटस 10-30 दिन में अपडेट होता है, तत्काल में 1-3 दिन। लोकल पोस्ट ऑफिस में संपर्क करें। या पासपोर्ट सेवा हेल्पलाइन 1800-258-1800 पर संपर्क करें।
नागरिकता, ग्रीन कार्ड और विदेशी दस्तावेज़ से जुड़ी जानकारी
पासपोर्ट अपॉइंटमेंट रसीद डाउनलोड कैसे करें?
- लॉगिन: Passport Seva पोर्टल पर लॉगिन करें।
- View Application: "View Saved/Submitted Applications" में अपनी एप्लिकेशन चुनें।
- Print Receipt: "Print Application Receipt" पर क्लिक करें।
- डाउनलोड: PDF फॉर्मेट में रसीद डाउनलोड होगी, जिसे प्रिंट करें।
पासपोर्ट आवेदन फॉर्म कैसे डाउनलोड करें?
अगर आप पासपोर्ट के लिए ऑफलाइन आवेदन करना चाहते हैं, तो आपको पासपोर्ट सेवा पोर्टल से फॉर्म डाउनलोड करना होगा। सरकार ने अलग-अलग ज़रूरतों के अनुसार कई फॉर्म और निर्देश पुस्तिकाएं उपलब्ध कराई हैं, जिन्हें आप ZIP फॉर्मेट में डाउनलोड करके भर सकते हैं।
📌 पासपोर्ट फॉर्म डाउनलोड करने की मुख्य वेबसाइट
आप Passport Seva पोर्टल पर जाकर फॉर्म डाउनलोड कर सकते हैं। यहां आपको विभिन्न श्रेणियों के आवेदन फॉर्म मिलेंगे।
📂 कौन-कौन से पासपोर्ट फॉर्म मिलते हैं?
👉 मुख्य आवेदन फॉर्म (Fresh/Re-issue):
नया पासपोर्ट बनवाने या पुराने पासपोर्ट को री-इशू कराने के लिए आवश्यक।
👉 पूरक फॉर्म (Supplementary Form):
यदि अतिरिक्त जानकारी देनी हो, तो इसके लिए पूरक फॉर्म का उपयोग करें।
👉 निर्देश पुस्तिका (Instruction Booklet):
हर फॉर्म के लिए सरकार ने एक स्पष्ट गाइड भी दी है, जिससे फॉर्म भरना आसान हो जाता है।
👉 पुलिस क्लीयरेंस सर्टिफिकेट (PCC):
यदि आपको वीज़ा के लिए पुलिस वेरिफिकेशन चाहिए, तो PCC फॉर्म डाउनलोड करें।
👉 आइडेंटिटी सर्टिफिकेट:
तिब्बती शरणार्थियों या जिनके पास नागरिकता नहीं है, उनके लिए विशेष फॉर्म।
👉 LoC परमिट और सरेंडर सर्टिफिकेट:
यदि आप नियंत्रण रेखा से यात्रा कर रहे हैं या पासपोर्ट सरेंडर करना है, तो ये फॉर्म ज़रूरी होंगे।
इन सभी फॉर्म को आप एक जगह से डाउनलोड कर सकते हैं —
🛠 ZIP फॉर्म को एक्सट्रैक्ट और प्रिंट कैसे करें?
- जब आप फॉर्म डाउनलोड करेंगे, तो वह ZIP फाइल में होगा।
- ZIP फाइल को अपने कंप्यूटर या मोबाइल में Extract करें।
- फोल्डर में मिलने वाले PDF फॉर्म को खोलें और प्रिंट करें।
ECR और Non-ECR पासपोर्ट
पासपोर्ट दो प्रकार के होते हैं: ECR (Emigration Check Required) और Non-ECR।ECR पासपोर्ट:
- 10वीं से कम पढ़ाई वालों को मिलता है।
- 18 देशों (जैसे UAE, सऊदी अरब, कतर) में इमिग्रेशन चेक अनिवार्य।
- कम शिक्षित या कम आय वाले श्रमिकों के लिए।
- 10वीं पास या अधिक, ITR फाइल करने वाले, गवर्नमेंट सर्वेंट, या माइनर (18 साल से कम) को मिलता है।
- बिना अतिरिक्त वेरिफिकेशन के विदेश यात्रा आसान।
- टिप: ITR कॉपी या गवर्नमेंट सर्वेंट प्रमाण जमा कर Non-ECR पासपोर्ट प्राप्त करें।
भारत में ई-पासपोर्ट का इतिहास और भविष्य
- लॉन्च: भारत ने अप्रैल 2024 में पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया और मई 2025 से पूर्ण रूप से ई-पासपोर्ट जारी करना शुरू किया।
- पहला ई-पासपोर्ट: वैश्विक स्तर पर पहला ई-पासपोर्ट 1998 में मलेशिया ने जारी किया था। भारत अब इस तकनीक को अपनाने वाला 150+वां देश है।
- भविष्य: 2026 तक भारत के सभी नए पासपोर्ट ई-पासपोर्ट होंगे, जिससे वैश्विक यात्रा और सुरक्षित होगी।
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निष्कर्ष
ई-पासपोर्ट ने भारत में पासपोर्ट सिस्टम को सुरक्षित, तेज, और वैश्विक स्तर पर स्वीकार्य बना दिया है। यह RFID चिप के साथ आता है, जो आपकी जानकारी को एन्क्रिप्टेड रखता है और इमिग्रेशन प्रक्रिया को सेकंडों में पूरा करता है। पुराने पासपोर्ट अभी भी वैध हैं, लेकिन नए आवेदन या रिन्यूअल पर अब केवल ई-पासपोर्ट मिलेगा। आधार कार्ड और हाई स्कूल मार्कशीट के साथ आप आसानी से आवेदन कर सकते हैं, और (E-Passport India Online Apply) नया पोर्टल इंटरफेस प्रक्रिया को और सरल बनाता है।
ई-पासपोर्ट से जुड़े सामान्य सवाल (FAQs)
ई-पासपोर्ट क्या है?
ई-पासपोर्ट एक इलेक्ट्रॉनिक पासपोर्ट है, जो सामान्य पासपोर्ट जैसा दिखता है लेकिन इसमें RFID चिप होती है। यह चिप बायोमेट्रिक डेटा (फिंगरप्रिंट, फोटो) और व्यक्तिगत जानकारी को एन्क्रिप्टेड रूप में स्टोर करती है। भारत में मई 2025 से ई-पासपोर्ट जारी हो रहे हैं, जो इमिग्रेशन को तेज और सुरक्षित बनाते हैं।
क्या भारत में ई-पासपोर्ट उपलब्ध है?
हाँ, भारत में मई 2025 से ई-पासपोर्ट जारी हो रहे हैं। सभी नए और री-इश्यू पासपोर्ट अब ई-पासपोर्ट होंगे, जिनमें RFID चिप होती है। यह 150+ देशों में मान्य है। पुराने पासपोर्ट भी वैलिडिटी तक उपयोग किए जा सकते हैं।
ई-पासपोर्ट और सामान्य पासपोर्ट में क्या अंतर है?
ई-पासपोर्ट में RFID चिप होती है, जो डेटा को डिजिटल और एन्क्रिप्टेड रूप में स्टोर करती है, जबकि सामान्य पासपोर्ट में केवल प्रिंटेड जानकारी होती है। ई-पासपोर्ट ई-गेट पर तेज वेरिफिकेशन देता है और अधिक सुरक्षित है। यह वैश्विक स्तर पर ज्यादा स्वीकार्य है।
भारत में ई-पासपोर्ट की फीस कितनी है?
ई-पासपोर्ट की फीस सामान्य पासपोर्ट जैसी है: 36 पेज के लिए ₹1,500, 60 पेज के लिए ₹2,000 (नॉर्मल), और तत्काल के लिए ₹3,500-4,000। पेमेंट UPI, डेबिट/क्रेडिट कार्ड, या नेट बैंकिंग से करें। कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं है।
मेरा पासपोर्ट ई-पासपोर्ट है या नहीं, कैसे जानें?
अगर आपका पासपोर्ट मई 2025 या उसके बाद बना है और कवर पर सुनहरा ई-पासपोर्ट लोगो है, तो यह ई-पासपोर्ट है। इसमें RFID चिप होती है। स्टेटस चेक करने के लिए Passport Seva पोर्टल पर जाएं।
क्या मैं ई-पासपोर्ट ऑनलाइन डाउनलोड कर सकता हूँ?
नहीं, ई-पासपोर्ट एक फिजिकल बुकलेट है जिसमें RFID चिप होती है। यह डाक द्वारा आपके पते पर भेजा जाता है। आप केवल आवेदन फॉर्म यहां से डाउनलोड कर सकते हैं।
ई-पासपोर्ट का स्टेटस ऑनलाइन कैसे चेक करें?
Passport Seva पोर्टल पर "Track Application Status" चुनें। आवेदन नंबर (ARN) और जन्मतिथि डालें। स्टेटस जैसे "Under Verification" या "Dispatched" दिखेगा। लॉगिन करके डैशबोर्ड से भी चेक कर सकते हैं। तत्काल पासपोर्ट का स्टेटस 1-3 दिन में अपडेट होता है।
पासपोर्ट ECR या Non-ECR है, यह कैसे चेक करें?
पासपोर्ट के आखिरी पेज पर देखें। अगर "ECR" लिखा है, तो Emigration Check Required है। कुछ नहीं लिखा तो Non-ECR है। 10वीं पास, ITR फाइलर, या गवर्नमेंट सर्वेंट को Non-ECR मिलता है। PSK में दस्तावेज जमा कर इसे अपडेट करें।
क्या पुराने पासपोर्ट को ई-पासपोर्ट में बदला जा सकता है?
हाँ, पुराने पासपोर्ट की वैलिडिटी समाप्त होने पर री-इश्यू के लिए आवेदन करें। आपको नया ई-पासपोर्ट मिलेगा। अगर पासपोर्ट वैध है, तो इसे अपग्रेड करने की जरूरत नहीं है। Passport Seva पोर्टल पर आवेदन करें।
क्या तत्काल सेवा में ई-पासपोर्ट मिलता है?
हाँ, तत्काल सेवा के तहत भी ई-पासपोर्ट जारी किया जाता है। प्रक्रिया तेज होती है, और फीस ₹3,500-4,000 है। आवेदन के लिए Passport Seva पोर्टल पर जाएं।
ई-पासपोर्ट में मोबाइल नंबर क्यों नहीं छपता?
सुरक्षा और प्राइवेसी को ध्यान में रखते हुए, अब पासपोर्ट पर मोबाइल नंबर प्रिंट नहीं किया जाता। डिलीवरी के लिए सही पता देना जरूरी है, क्योंकि पासपोर्ट डाक से आपके घर आएगा।
आवेदन में गलती होने पर क्या करें?
अगर आवेदन में गलती हो, तो पासपोर्ट सेवा केंद्र (PSK) में अपॉइंटमेंट बुक करें या री-इश्यू के लिए आवेदन करें। सही दस्तावेज जमा करें। अधिक जानकारी के लिए Passport Seva पोर्टल पर जाएं।
पासपोर्ट आवेदन फॉर्म डाउनलोड कैसे करें?
Passport Seva पोर्टल (यहां क्लिक करें) पर जाएं। Fresh/Re-issue, PCC, या अन्य फॉर्म ZIP में डाउनलोड करें। ZIP एक्सट्रैक्ट कर PDF प्रिंट करें। ऑनलाइन फॉर्म भरना बेहतर है।
ई-पासपोर्ट कैसा दिखता है?
ई-पासपोर्ट सामान्य पासपोर्ट जैसा दिखता है, लेकिन इसके कवर पर सुनहरा ई-पासपोर्ट लोगो होता है। इसमें RFID चिप लगी होती है, जो दिखाई नहीं देती। चिप डेटा को डिजिटल रूप में स्टोर करती है, जिसे ई-गेट पर स्कैन किया जाता है।
भारत में कौन से ऑफिस ई-पासपोर्ट जारी कर रहे हैं?
मई 2025 से सभी पासपोर्ट सेवा केंद्र (PSK) और पोस्ट ऑफिस पासपोर्ट सेवा केंद्र (POPSK) ई-पासपोर्ट जारी कर रहे हैं। दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, कोलकाता जैसे प्रमुख शहरों में यह शुरू हो चुका है। लिस्ट यहां चेक करें।
क्या पासपोर्ट की डिजिटल कॉपी मिल सकती है?
नहीं, भारत में पासपोर्ट की डिजिटल कॉपी आधिकारिक रूप से उपलब्ध नहीं है। आप केवल आवेदन फॉर्म या अपॉइंटमेंट स्लिप डाउनलोड कर सकते हैं। पासपोर्ट फिजिकल बुकलेट के रूप में डाक से आएगा।
पासपोर्ट की कॉपी कैसे लें?
पासपोर्ट के पहले और आखिरी पेज को स्कैन या फोटोकॉपी करें। डिजिटल कॉपी के लिए Adobe Scan जैसे ऐप का उपयोग करें। लेकिन यह आधिकारिक दस्तावेज के रूप में मान्य नहीं है।
क्या मैं घर बैठे पासपोर्ट प्राप्त कर सकता हूँ?
आवेदन और स्टेटस चेक ऑनलाइन हो सकता है, लेकिन बायोमेट्रिक के लिए PSK जाना जरूरी है। पासपोर्ट डाक से आपके घर भेजा जाता है। आवेदन के लिए Passport Seva पोर्टल पर रजिस्टर करें।