क्या आप विदेश यात्रा की योजना बना रहे हैं और पासपोर्ट बनवाने की सोच रहे हैं? अच्छी खबर यह है कि भारत में अब ई-पासपोर्ट की शुरुआत हो चुकी है, जो न केवल पहले से ज्यादा सुरक्षित है, बल्कि इमिग्रेशन प्रक्रिया को तेज और आसान बनाता है। लेकिन ई-पासपोर्ट क्या है, यह नॉर्मल पासपोर्ट से कैसे अलग है, और क्या पुराने पासपोर्ट अब बेकार हो जाएंगे? कई लोग सोचते हैं कि ई-पासपोर्ट का मतलब डिजिटल कॉपी है, जैसे ई-आधार या ई-पैन, लेकिन ऐसा नहीं है। यह एक फिजिकल पासपोर्ट है जिसमें एक खास RFID चिप होती है। (E-Passport India Online Apply) और ई पासपोर्ट डाउनलोड करना सीखें!
ई-पासपोर्ट क्या है? (What Is E-Passport?)
ई-पासपोर्ट एक इलेक्ट्रॉनिक पासपोर्ट है, जो दिखने में सामान्य पासपोर्ट जैसा ही है, लेकिन इसमें एक RFID (Radio Frequency Identification) चिप लगी होती है। यह चिप पासपोर्ट धारक की व्यक्तिगत जानकारी (नाम, जन्मतिथि) और बायोमेट्रिक डेटा (फिंगरप्रिंट, फेशियल रिकॉग्निशन) को सुरक्षित रूप से स्टोर करती है।
आधिकारिक अपडेट और सुरक्षा मानक:
- वैश्विक मानक: यह ICAO (इंटरनेशनल सिविल एविएशन ऑर्गनाइजेशन) के कड़े मानकों का पालन करता है, जिससे इसे 120+ देशों में वैश्विक मान्यता मिलती है।
- उच्च सुरक्षा: चिप का डेटा PKI (पब्लिक की इंफ्रास्ट्रक्चर) और डिजिटल सिग्नेचर से एन्क्रिप्टेड रहता है। यह सुरक्षा फ्रॉड और पहचान की चोरी को असंभव बना देती है।
- उत्पादन: यह पासपोर्ट नासिक की इंडिया सिक्योरिटी प्रेस में निर्मित किया जा रहा है, जो केंद्र सरकार की 'मेक इन इंडिया' पहल का एक हिस्सा है।
- उपलब्धता: भारत में यह पायलट प्रोजेक्ट के रूप में 2024 में शुरू हुआ और 2025 तक यह दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, कोलकाता, बेंगलूरु जैसे प्रमुख शहरों में उपलब्ध हो गया है।
मिथक दूर करना: कई लोग सोचते हैं कि ई-पासपोर्ट डाउनलोड करने योग्य डिजिटल कॉपी है, जैसे ई-आधार। लेकिन यह एक फिजिकल बुकलेट है, जिसमें चिप डेटा को सुरक्षित रखती है।
ई-पासपोर्ट और नॉर्मल पासपोर्ट में अंतर
| विशेषता | ई-पासपोर्ट (E-Passport) | नॉर्मल पासपोर्ट (Normal Passport) |
|---|---|---|
| चिप | RFID चिप में डिजिटल और बायोमेट्रिक डेटा स्टोर | कोई चिप नहीं, केवल प्रिंटेड जानकारी |
| सुरक्षा | उच्च एन्क्रिप्टेड डेटा, धोखाधड़ी लगभग असंभव | सामान्य सुरक्षा, चिप की कमी के कारण धोखाधड़ी की संभावना अधिक |
| इमिग्रेशन प्रक्रिया | ई-गेट पर तेज़, कॉन्टैक्टलेस वेरिफिकेशन (स्कैनिंग सेकंडों में) | मैन्युअल वेरिफिकेशन, समय अधिक लगता है |
| वैश्विक स्वीकार्यता | 150+ देशों में आसान और तेज़ स्वीकृति | अधिकांश देशों में स्वीकार्य, लेकिन ई-गेट पर सीमित |
| डिज़ाइन | सुनहरा लोगो और सुरक्षा फीचर्स के साथ आधुनिक लुक | पारंपरिक डिज़ाइन, केवल प्रिंटेड फोटो और डेटा |
| धोखाधड़ी रोकथाम | छेड़छाड़ या डुप्लीकेट बनाना मुश्किल, ऑथेंटिकेशन जरूरी | डुप्लीकेट बनाना संभव, धोखाधड़ी के खतरे ज्यादा |
| पासपोर्ट वैधता (उम्र के आधार पर ) | 5 से 10 साल तक उम्र) | 10 साल की वैधता |
| उपयोग | विदेश यात्रा, एड्रेस प्रूफ, सरकारी दस्तावेज़ में उपयोग | मुख्य रूप से विदेश यात्रा के लिए |
| सुविधा | ऑनलाइन अपॉइंटमेंट, लंबी कतार से बचाव | मैन्युअल प्रक्रिया, कतार लग सकती है |
ई-पासपोर्ट के लाभ क्या हैं
- उच्च सुरक्षा ई-पासपोर्ट में लगा RFID चिप आपकी सभी जानकारी को एन्क्रिप्टेड फॉर्मेट में सुरक्षित रखता है। जिससे छेड़छाड़, क्लोनिंग या नकली पासपोर्ट नही बन सकता।
- तेज़ इमिग्रेशन प्रक्रिया (Faster Immigration Process) ई-पासपोर्ट के जरिए अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर ई-गेट का इस्तेमाल कर यात्री कुछ ही सेकंड में इमिग्रेशन प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं। इससे लंबी कतारों में लगने की जरूरत नहीं पड़ती और यात्रियों का समय बचता है। उदाहरण: यदि आप दिल्ली एयरपोर्ट पर DigiYatra के तहत ई-पासपोर्ट स्कैन करते हैं, तो आपकी सभी डिटेल्स तुरंत सिस्टम में आ जाती हैं और वेरिफिकेशन सेकंडों में हो जाता है।
- वैश्विक मान्यता (Global Acceptance) अमेरिका, स्पेन, मलेशिया और यूके जैसे 150 से अधिक देश पहले ही ई-पासपोर्ट का उपयोग कर रहे हैं। भारत में भी इसे अपनाने से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर यात्रा करना ज्यादा सुविधाजनक हो जाएगा।
- कॉन्टैक्टलेस प्रक्रिया (Contactless Verification)ई-पासपोर्ट में मौजूद डिजिटल सिग्नेचर और बायोमेट्रिक जानकारी की वजह से वेरिफिकेशन पूरी तरह टचलेस हो जाता है। इससे संक्रमण के जोखिम कम होते हैं और प्रक्रिया अधिक स्वच्छ व प्रभावी बनती है।
- डेटा संरक्षण और गोपनीयता (Data Protection & Privacy) सभी व्यक्तिगत जानकारी जैसे नाम, जन्मतिथि, फोटो, बायोमेट्रिक और डिजिटल सिग्नेचर को सुरक्षित और गोपनीय तरीके से संग्रहित किया जाता है। कोई अनधिकृत व्यक्ति इन्हें एक्सेस नहीं कर सकता।
- आसान सरकारी प्रक्रिया में उपयोग ई-पासपोर्ट को सिर्फ यात्रा दस्तावेज़ के रूप में ही नहीं, बल्कि एड्रेस प्रूफ और अन्य सरकारी कार्यों में दस्तावेज के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है। इससे दस्तावेज़ सत्यापन तेज़ होता है।
E-Passport के लिए Biometrics क्यों अनिवार्य है?
यह RFID चिप के साथ जुड़ा हुआ तकनीकी कारण है, जिसका उल्लेख ज़रूरी है।
E-Passport के लिए Biometrics (बायोमेट्रिक्स) क्यों अनिवार्य है?
सामान्य पासपोर्ट के विपरीत, ई-पासपोर्ट बनवाने के लिए पासपोर्ट सेवा केंद्र (PSK) या POPSK में बायोमेट्रिक डेटा (फिंगरप्रिंट और फोटो/आईरिस स्कैन) देना अनिवार्य है। इसके दो मुख्य कारण हैं:
चिप में डेटा एम्बेड करना: बायोमेट्रिक्स का डेटा RFID चिप में एन्क्रिप्टेड करके स्टोर किया जाता है। यह डेटा ही इमिग्रेशन के दौरान ई-गेट पर आपकी पहचान को 100% सुनिश्चित करता है।
धोखाधड़ी पर रोक: बायोमेट्रिक डेटा को किसी भी तरह से कॉपी या डुप्लीकेट नहीं किया जा सकता। यह सुनिश्चित करता है कि पासपोर्ट धारक ही यात्रा कर रहा है, जिससे पहचान की चोरी (Identity Theft) और धोखाधड़ी पर पूरी तरह से रोक लगती है।
क्या पुराने पासपोर्ट बेकार हो जाएंगे?
- नया पासपोर्ट: अगर आप नया पासपोर्ट बनवाते हैं, तो अब केवल ई-पासपोर्ट ही जारी होगा।
- रिन्यूअल: पुराना पासपोर्ट एक्सपायर होने पर रिन्यूअल के समय आपको ई-पासपोर्ट मिलेगा।
- अपग्रेड की जरूरत: पुराने पासपोर्ट को तुरंत अपग्रेड करने की जरूरत नहीं है। यह वैध रहेंगे।
ई-पासपोर्ट आवेदन के लिए जरूरी दस्तावेज़
ई-पासपोर्ट के लिए आवेदन करते समय कुछ मुख्य दस्तावेज़ों की ज़रूरत होती है, जो आपकी पहचान, पता, और जन्मतिथि को प्रमाणित करते हैं। सही और वैध दस्तावेज़ होने से पासपोर्ट प्रोसेस जल्दी और बिना रुकावट के पूरा हो जाता है।
सबसे पहले, आधार कार्ड सबसे जरूरी दस्तावेज़ है, जो पहचान और पते दोनों का प्रमाण माना जाता है। इसके बाद, जन्म प्रमाण के लिए आप हाई स्कूल की मार्कशीट या बर्थ सर्टिफिकेट दे सकते हैं। दोनों में से कोई एक चल जाएगा, लेकिन उसमें दर्ज जन्मतिथि आपके आधार कार्ड से मेल खानी चाहिए।
अन्य वैकल्पिक दस्तावेज़ों में आप वोटर आईडी कार्ड, पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, बैंक स्टेटमेंट, रेंट एग्रीमेंट, या बिजली का बिल आदि का उपयोग कर सकते हैं। ध्यान रखें कि ये दस्तावेज़ हाल के होने चाहिए और इनमें वही पता हो जो आपने आवेदन में भरा है।
अगर आप डिजिटल रूप से दस्तावेज़ जमा करना चाहते हैं, तो Digilocker का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह पासपोर्ट सेवा पोर्टल से लिंक होता है और आपके दस्तावेज़ को डिजिटल रूप में स्वीकार करता है। फिर भी, पासपोर्ट सेवा केंद्र (PSK) में आपको सभी मूल दस्तावेज़ साथ ले जाना अनिवार्य होता है। केवल फोटोकॉपी या ऑनलाइन अपलोड से प्रक्रिया पूरी नहीं होती।
दस्तावेज़ और पहचान से जुड़े ज़रूरी स्टेप्स
- ऑनलाइन पैन कार्ड कैसे बनवाएं – 2025 की सबसे नई और सरल प्रक्रिया यहां दी गई है।
- भारत में जारी किए जाने वाले सभी सरकारी कार्ड्स की लिस्ट और उनके फायदे इस लेख में दिए गए हैं।
भारत में ई-पासपोर्ट ऑनलाइन कैसे बनवाएं? पूरी आवेदन प्रक्रिया स्टेप बाय स्टेप
भारत में ई-पासपोर्ट बनवाना अब पहले से आसान है, क्योंकि पासपोर्ट सेवा पोर्टल (passportindia.gov.in) का इंटरफेस अपडेट हो चुका है। नीचे स्टेप-बाय-स्टेप प्रक्रिया दी गई है:
पासपोर्ट सेवा पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करें
रजिस्ट्रेशन करते समय सबसे पहले आपको "Passport Office" चुनना होगा। ध्यान दें कि अगर आप सामान्य नागरिक हैं तो अपने क्षेत्र का नजदीकी पासपोर्ट ऑफिस चुनें। "CPV Delhi" विकल्प केवल डिप्लोमैटिक या ऑफिशियल पासपोर्ट के लिए होता है।
इसके बाद आप अपने वर्तमान पते के आधार पर शहर का चयन कर सकते हैं। अब यह सुविधा उपलब्ध है कि आप जहाँ रहते हैं उसी पते से आवेदन कर सकते हैं, भले ही स्थायी पता किसी और राज्य का हो। उदाहरण के लिए, अगर आप महाराष्ट्र के निवासी हैं लेकिन वर्तमान में दिल्ली में रहते हैं, तो आप दिल्ली के पते से आवेदन कर सकते हैं और वहीं पुलिस वेरिफिकेशन भी करा सकते हैं।
अब आपको अपनी ईमेल आईडी को यूज़र आईडी के रूप में रजिस्टर करना है और एक मजबूत पासवर्ड सेट करना है। इसके बाद सिक्योरिटी क्वेश्चन का उत्तर भरें और OTP के माध्यम से अपनी ईमेल आईडी को वेरिफाई करें। और लॉग इन करें।
ई पासपोर्ट के लिए आवेदन फॉर्म ऐसे भरें
रजिस्ट्रेशन पूरा होने के बाद आप पोर्टल पर लॉगिन करें और “Apply for Fresh Passport” या “Reissue of Passport” में से एक विकल्प चुनें, जो आपके केस पर निर्भर करता है।
इसके बाद सेवा का चयन करें — यदि आप सामान्य समय में पासपोर्ट चाहते हैं तो "Normal" सेवा चुनें, और अगर आपको पासपोर्ट जल्दी चाहिए तो "Tatkal" सेवा का चयन कर सकते हैं। हालांकि तत्काळ सेवा में फीस अधिक होती है और दस्तावेज़ भी ज्यादा लगते हैं।
फॉर्म भरते समय आपको पासपोर्ट बुकलेट के लिए पेज संख्या भी चुननी होगी। इसमें दो विकल्प होते हैं — 36 पेज की बुकलेट जो सामान्य यात्रियों के लिए होती है, और 60 पेज की बुकलेट जो ज्यादा यात्रा करने वालों के लिए उपयुक्त होती है।
अब फॉर्म में मांगी गई सभी जानकारियां जैसे कि नाम, जन्मतिथि, माता-पिता का नाम, और पता भरें। ध्यान रखें कि यह सारी जानकारी आपके दस्तावेजों जैसे आधार कार्ड या हाई स्कूल मार्कशीट से मेल खानी चाहिए, क्योंकि बाद में किसी भी तरह का मिसमैच आपकी एप्लिकेशन को रिजेक्ट करवा सकता है।
Passport Appointment Booking Online कैसे करें
फॉर्म भरने के बाद अगला कदम है पासपोर्ट सेवा केंद्र (PSK) या पोस्ट ऑफिस पासपोर्ट सेवा केंद्र (POPSK) के लिए अपॉइंटमेंट बुक करना। पोर्टल पर आपको नजदीकी PSK/POPSK की लिस्ट दिखाई देगी, जिसमें से आप अपनी सुविधा के अनुसार कोई एक केंद्र चुन सकते हैं।
अब आपको उपलब्ध तिथियों और समय में से एक स्लॉट बुक करना होगा। यदि आवश्यक हो, तो बाद में आप इस तारीख को बदल भी सकते हैं।
Passport Fees For Normal and Tatkal कितनी है
फीस भुगतान की प्रक्रिया भी पोर्टल से ही होती है। फीस इस प्रकार है:
पासपोर्ट फीस (Normal और Tatkal) – पूरी जानकारी
| सेवा प्रकार | फीस | विवरण |
|---|---|---|
| नॉर्मल पासपोर्ट (36 पेज) | ₹1,500 | सामान्य यात्रियों के लिए जो साल में 1-2 बार यात्रा करते हैं। |
| नॉर्मल पासपोर्ट (60 पेज) | ₹2,000 | ज्यादा यात्रा करने वाले जैसे बिज़नेसमेन, कर्मचारी, ट्रैवलर के लिए। |
| तत्काल पासपोर्ट सेवा | ₹3,500 – ₹4,000 | फास्ट प्रोसेसिंग के लिए, सीमित समय में पासपोर्ट चाहिए होने पर। |
पेमेंट विकल्प: आप UPI, डेबिट/क्रेडिट कार्ड या नेट बैंकिंग से भुगतान कर सकते हैं। UPI सबसे तेज़ और सुविधाजनक तरीका माना जाता है।
नोट: पेमेंट पूरा करने के बाद एक Appointment Slip डाउनलोड करनी होती है जिसे PSK विज़िट के समय साथ ले जाएं। समय से 10-15 मिनट पहले पहुंचें।
E-पासपोर्ट पुलिस वेरिफिकेशन कैसे कराएँ
जब आप पासपोर्ट सेवा केंद्र पहुंचते हैं, तो सबसे पहले आपकी बायोमेट्रिक प्रक्रिया की जाती है जिसमें आपकी फोटो ली जाती है और फिंगरप्रिंट लिए जाते हैं। साथ ही, आपके दस्तावेज़ों की मूल प्रतियों की जांच भी की जाती है।
इसके बाद आपकी एप्लिकेशन पास होने पर फाइल आपके क्षेत्रीय पुलिस स्टेशन को भेज दी जाती है। आमतौर पर 5 से 6 कार्य दिवसों के भीतर पुलिस वेरिफिकेशन के लिए कॉल आता है। उस समय आपको सभी संबंधित दस्तावेज़ की फोटोकॉपी पुलिस स्टेशन में जमा करनी होती है।
पुलिस वेरिफिकेशन सफल होने के बाद पासपोर्ट प्रिंट होकर 1 से 2 कार्य दिवसों में आपके दिए गए पते पर स्पीड पोस्ट के माध्यम से भेज दिया जाता है।
महत्वपूर्ण: अब पासपोर्ट पर मोबाइल नंबर प्रिंट नहीं होता है, इसलिए पता बिल्कुल सही और स्पष्ट होना चाहिए ताकि डिलीवरी में कोई समस्या न आए।
ई-पासपोर्ट की डिलीवरी और ट्रैकिंग कैसे करें?
ई-पासपोर्ट आवेदन और वेरिफिकेशन प्रोसेस पूरी होने के बाद आपका पासपोर्ट डाक (India Post) के माध्यम से आपके पते पर भेजा जाता है।
डिलीवरी में लगने वाला समय:
- आमतौर पर 7 से 10 कार्यदिवस में पासपोर्ट घर पहुंच जाता है।
- Tatkal सेवा में यह 2-3 दिन में भी डिलीवर हो सकता है।
पासपोर्ट ट्रैक कैसे करें?
Passport Seva ट्रैकिंग पेज पर जाएं। लिंक नीचे महत्वपूर्ण लिंक सेक्शन में दिया गया है!- Track Application Status: होमपेज पर "Track Application Status" पर क्लिक करें।
- डिटेल्स दर्ज करें: आवेदन नंबर (Application Reference Number - ARN) और जन्मतिथि डालें।
- स्टेटस चेक: स्टेटस दिखेगा, जैसे "Application Submitted", "Under Verification", या "Passport Dispatched"।
अगर डिलीवरी में देरी हो:
टिप: अगर आपने रजिस्ट्रेशन किया है, तो लॉगिन करके डैशबोर्ड से स्टेटस देख सकते हैं।समय: सामान्य पासपोर्ट का स्टेटस 10-30 दिन में अपडेट होता है, तत्काल में 1-3 दिन। लोकल पोस्ट ऑफिस में संपर्क करें। या पासपोर्ट सेवा हेल्पलाइन 1800-258-1800 पर संपर्क करें
E-Passport स्टेटस ट्रैकिंग: "Under Review" का क्या मतलब है?
पासपोर्ट आवेदन के बाद, ऑनलाइन स्टेटस चेक करते समय कई अलग-अलग मैसेज दिखाई देते हैं। इनमें से "Application Status: Under Review" सबसे आम है, और इसके निम्नलिखित मतलब हो सकते हैं:
Review at Regional Passport Office (RPO): इसका मतलब है कि PSK में आपके दस्तावेज़ों की फिजिकल जाँच पूरी हो गई है और अब आपकी फ़ाइल अंतिम सत्यापन (Verification) के लिए क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय (RPO) के पास है।
Police Verification Initiated: RPO से हरी झंडी मिलने के बाद, आपकी फ़ाइल पुलिस वेरिफिकेशन के लिए आपके स्थानीय पुलिस स्टेशन को भेज दी जाती है। इस दौरान स्टेटस 'Under Review' रह सकता है, जब तक कि पुलिस की रिपोर्ट RPO को वापस न मिल जाए।
RPO Discretion: यह RPO की आंतरिक जाँच (Internal Scrutiny) का चरण है। इसमें कोई बड़ी समस्या नहीं होती, लेकिन अगर कोई दस्तावेज़ी कमी या पता संबंधी स्पष्टता की ज़रूरत हो, तो इस चरण में आपसे अतिरिक्त जानकारी मांगी जा सकती है।
पासपोर्ट अपॉइंटमेंट रसीद डाउनलोड कैसे करें?
- लॉगिन: Passport Seva पोर्टल पर लॉगिन करें।
- View Application: "View Saved/Submitted Applications" में अपनी एप्लिकेशन चुनें।
- Print Receipt: "Print Application Receipt" पर क्लिक करें।
- डाउनलोड: PDF फॉर्मेट में रसीद डाउनलोड होगी, जिसे प्रिंट करें।
ECR और Non-ECR पासपोर्ट
पासपोर्ट दो प्रकार के होते हैं: ECR (Emigration Check Required) और Non-ECR।ECR पासपोर्ट:
- 10वीं से कम पढ़ाई वालों को मिलता है।
- 18 देशों (जैसे UAE, सऊदी अरब, कतर) में इमिग्रेशन चेक अनिवार्य।
- कम शिक्षित या कम आय वाले श्रमिकों के लिए।
- 10वीं पास या अधिक, ITR फाइल करने वाले, गवर्नमेंट सर्वेंट, या माइनर (18 साल से कम) को मिलता है।
- बिना अतिरिक्त वेरिफिकेशन के विदेश यात्रा आसान।
- टिप: ITR कॉपी या गवर्नमेंट सर्वेंट प्रमाण जमा कर Non-ECR पासपोर्ट प्राप्त करें।
पासपोर्ट अपॉइंटमेंट मिस हो गया? दोबारा डेट कैसे लें
क्या आपने पासपोर्ट सेवा केंद्र (PSK) के लिए अपॉइंटमेंट बुक किया, लेकिन किसी कारण (जैसे गलत दस्तावेज़ या अन्य व्यस्तता) से विजिट नहीं कर पाए? चिंता न करें! पासपोर्ट सेवा पोर्टल passportindia.gov.in अब इतना यूजर-फ्रेंडली और अपडेटेड है कि आप आसानी से नया अपॉइंटमेंट शेड्यूल कर सकते हैं। यहाँ स्टेप-बाय-स्टेप प्रक्रिया है:
कैसे दोबारा अपॉइंटमेंट बुक करें?
- passportindia.gov.in पर जाएँ।
- अपनी यूजर ID और पासवर्ड से लॉगिन करें। अगर नया अकाउंट चाहिए, तो “Register Now” पर क्लिक कर रजिस्ट्रेशन करें (Aadhaar OTP से भी लॉगिन संभव)।
- “View Saved/Submitted Applications” में अपनी एप्लिकेशन चुनें।
- अगर पेमेंट पहले ही हो चुका है (Payment Status: Successful), तो आप बिना अतिरिक्त शुल्क के नया अपॉइंटमेंट ले सकते हैं।
- “Pay and Schedule Appointment” पर क्लिक करें।
- नजदीकी पासपोर्ट सेवा केंद्र (PSK) या पोस्ट ऑफिस पासपोर्ट सेवा केंद्र (POPSK) चुनें।
- उपलब्ध तारीख और समय स्लॉट में से एक चुनें (उदाहरण: 26 जून 2025)।
- “Book Appointment” पर क्लिक करें और कन्फर्म करें।
- “Print Application Receipt” पर क्लिक कर PDF डाउनलोड करें।
- रसीद में लोगो और हेडर-फुटर शामिल करें (बैकग्राउंड सेटिंग्स में टिक करें)।
- PSK में विजिट के समय रंगीन प्रिंट ले जाएँ।
- “Get OTP SMS” पर क्लिक कर मोबाइल पर अपॉइंटमेंट की जानकारी प्राप्त करें।
महत्वपूर्ण टिप:
- अगर आपने दस्तावेज़ में गलती (जैसे वोटर ID में स्पेलिंग मistake) के कारण विजिट रिजेक्ट हुआ, तो पहले दस्तावेज़ सुधारें (जैसे वोटर ID या पैन कार्ड)।
- पेमेंट के बाद 1 साल तक आप बिना अतिरिक्त शुल्क के अपॉइंटमेंट री-शेड्यूल कर सकते हैं।
- CSC पोर्टल: यदि आप CSC डिजिटल सेवा के माध्यम से आवेदन कर रहे हैं, तो एक ही अकाउंट से कई आवेदनों को मैनेज कर सकते हैं।
- अपॉइंटमेंट उपलब्धता चेक: बिना लॉगिन के “Check Appointment Availability” से PSK में उपलब्ध तारीखें देखें।
- क्षेत्रीय PSK सपोर्ट: रांची, दिल्ली, मुंबई जैसे शहरों में अब अतिरिक्त स्लॉट्स उपलब्ध।
उदाहरण: रांची के अमित ने जनवरी 2025 में अपॉइंटमेंट बुक किया, लेकिन वोटर ID में नाम की स्पेलिंग गलत होने के कारण उनकी एप्लिकेशन रिजेक्ट हुई। उन्होंने वोटर ID ठीक किया और पासपोर्ट सेवा पोर्टल पर लॉगिन कर 26 जून 2025 का नया स्लॉट बुक किया। रसीद प्रिंट कर PSK में विजिट किया, और प्रक्रिया पूरी हुई।
ECR vs Non-ECR पासपोर्ट – कौन सा बेहतर?
पासपोर्ट दो प्रकार के होते हैं: ECR (Emigration Check Required) और Non-ECR। इनमें अंतर समझना जरूरी है, ताकि आप सही पासपोर्ट चुन सकें। यहाँ दोनों की तुलना और लाभ-हानि की जानकारी है:
ECR पासपोर्ट
- क्या है?: Emigration Check Required पासपोर्ट उन लोगों के लिए है जिनकी शैक्षिक योग्यता 10वीं से कम है।
- कब जरूरी?: 18 देशों (जैसे UAE, सऊदी अरब, कतर, ओमान) में नौकरी के लिए जाने पर Protector of Emigrants (POE) से क्लीयरेंस लेना अनिवार्य है।
- पहचान: पासपोर्ट के आखिरी पेज पर “Emigration Check Required” लिखा होता है।
- उदाहरण: मजदूर, कम पढ़े-लिखे लोग जो विदेश में काम के लिए जाते हैं।
Non-ECR पासपोर्ट
- क्या है?: Non-Emigration Check Required पासपोर्ट उन लोगों के लिए है जो 10वीं पास, ITR फाइलर, सरकारी कर्मचारी, 50+ उम्र, या 18 साल से कम उम्र के हैं।
- लाभ:
- बिना POE क्लीयरेंस के विदेश यात्रा (नौकरी, पर्यटन, शिक्षा, इलाज के लिए)।
- अधिक शक्तिशाली और वैश्विक रूप से स्वीकार्य।
- पहचान: पासपोर्ट के आखिरी पेज पर कुछ नहीं लिखा होता (ब्लैंक)।
ट्रेंडिंग गवर्नमेंट विषय और गाइड
महत्वपूर्ण लिंक
| पासपोर्ट सेवा | लिंक |
|---|---|
| पासपोर्ट ऑफिसियल पोर्टल | https://www.passportindia.gov.in/psp |
| पासपोर्ट रजिस्ट्रेशन फॉर्म | पासपोर्ट रजिस्ट्रेशन करें |
| पासपोर्ट लॉगिन पेज | पासपोर्ट लॉगिन |
| पासपोर्ट स्टेटस चेक करें | स्टेटस ट्रैक करें |
| Passport Seva App (Android) | Google Play Store |
| Passport Seva App (Apple iOS) | Apple App Store |
| भारत में पासपोर्ट ऑफिस की लिस्ट | ऑफिसेस की सूची देखें |
| अपॉइंटमेंट अवेलेबिलिटी चेक करें | Check Availability |
| नया पासपोर्ट शुल्क चेक करें | फीस कैलकुलेटर |
निष्कर्ष
ई-पासपोर्ट ने भारत में पासपोर्ट सिस्टम को सुरक्षित, तेज, और वैश्विक स्तर पर स्वीकार्य बना दिया है। यह RFID चिप के साथ आता है, जो आपकी जानकारी को एन्क्रिप्टेड रखता है और इमिग्रेशन प्रक्रिया को सेकंडों में पूरा करता है। पुराने पासपोर्ट अभी भी वैध हैं, लेकिन नए आवेदन या रिन्यूअल पर अब केवल ई-पासपोर्ट मिलेगा। आधार कार्ड और हाई स्कूल मार्कशीट के साथ आप आसानी से आवेदन कर सकते हैं, और (E-Passport India Online Apply) नया पोर्टल इंटरफेस प्रक्रिया को और सरल बनाता है।
ये भी पढ़ें
- Green Card Lottery 2025 से जुड़ी पात्रता, आवेदन प्रक्रिया और ट्रंप सरकार की नीति को विस्तार से जानें।
- जन्म प्रमाण पत्र कैसे बनता है और कौन-कौन से दस्तावेज़ लगते हैं – जानिए इस आसान गाइड में।
- चरित्र प्रमाण पत्र कैसे बनवाएं – जानिए पूरी प्रक्रिया और ऑनलाइन अप्लाई का तरीका।
- अगर आप भारतीय नागरिकता के लिए ऑनलाइन आवेदन करना चाहते हैं, तो यह लेख आपके लिए बेहद उपयोगी है।







