भारत देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में पवित्र सरयू नदी के तट पर बसी धार्मिक नगरी अयोध्या है। यह नगरी राम मंदिर जन्मभूमि के लिए दुनिया में जानी जाती है। इस पोस्ट के माध्यम से आप जानेंगे कि राम मंदिर अयोध्या दर्शन के लिए क्या-क्या खास बातें हैं और यहाँ श्रद्धालुओं के लिए कौन सी नई सुविधाएं शुरू की गई हैं।
Ayodhya Ram Mandir Ka Itihas (इतिहास) बहुत पुराना है और हिन्दू धर्म से गहरा नाता है। 9 नवंबर 2019 को सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद 5 फरवरी 2020 को श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र न्यास का गठन हुआ और मंदिर का निर्माण शुरू हुआ। सदियों के संघर्ष के बाद, 22 जनवरी 2024 को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की गई।
अयोध्या राम मंदिर का निर्माण और रोचक तथ्य
राम मंदिर का डिज़ाइन गुजरात के एक सोमपुरा परिवार ने तैयार किया है। यह मंदिर नागर शैली में बना है और पूरी तरह से लाल बलुआ पत्थर से निर्मित है। इसकी कुल लंबाई 360 फीट, चौड़ाई 235 फीट और शिखर सहित कुल ऊंचाई 161 फीट है।
- इस मंदिर को बनाने में लोहा और सीमेंट का प्रयोग नहीं किया गया, बल्कि लकड़ी, सफेद सीमेंट और पत्थरों का उपयोग किया गया है।
- यह मंदिर 3 मंजिला है, जिसमें प्रत्येक मंजिल की ऊँचाई 20 फीट है।
- मंदिर के दरवाजों के लिए सागौन की लकड़ी का इस्तेमाल किया गया है, जो कई वर्षों तक खराब नहीं होती है।
- राम मंदिर को दान में 21 कुंतल का विशाल घंटा और 4 कुंतल का दुनिया का सबसे बड़ा ताला मिला है।
- मंदिर के गर्भगृह में सोने से जड़ा दरवाजा है, जहाँ रामलला की मूर्ति स्थापित की गई है।
राम मंदिर में श्रद्धालुओं के लिए नई सुविधाएँ
राम भक्तों की सुविधा के लिए मंदिर में कई नई व्यवस्थाएं की गई हैं।
- लिफ्ट की सुविधा: राम मंदिर में वृद्धों, दिव्यांगों और बच्चों के लिए तीन लिफ्ट लगाई गई हैं। एक लिफ्ट में 60 से अधिक श्रद्धालु आसानी से दर्शन कर सकेंगे, जिससे समय बचेगा और भीड़ से भी राहत मिलेगी।
- सुरंग (टनल) का निर्माण: मंदिर परिसर में एक 200 मीटर लंबी भूमिगत सुरंग बनाई गई है, जो श्रद्धालुओं को दर्शन के बाद सीधे निकास द्वार तक पहुँचाएगी। इस टनल की चौड़ाई 20 फीट है और इससे एक साथ एक लाख श्रद्धालु परिक्रमा भी कर सकेंगे।
- अन्य सेवाएँ: राम मंदिर ट्रस्ट ने श्रद्धालुओं के लिए मुफ्त पास, व्हीलचेयर, लॉकर और आरती पास जैसी सुविधाएँ भी उपलब्ध कराई हैं।
राम मंदिर के शिखर पर फहराएगा विशेष ध्वज
मंदिर के मुख्य शिखर सहित इसके उप-शिखरों पर लगने वाले ध्वज का डिज़ाइन विशेष होगा। इसका रंग केसरिया या पीला हो सकता है और इस पर प्राचीन अयोध्या का प्रतीक कोविदार वृक्ष अंकित करने पर विचार किया जा रहा है। अयोध्या राम मंदिर फोटो में आप इस ध्वज को देख सकेंगे। 25 नवंबर को विवाह पंचमी के अवसर पर एक भव्य समारोह में यह ध्वज फहराया जाएगा।
अयोध्या राम मंदिर दर्शन और पहुँचने का तरीका
Ayodhya Ram Mandir Tour राम मंदिर अयोध्या दर्शन हर दिन लाखों लोग कर रहे हैं। मंदिर सुबह 7 बजे से दोपहर 11:30 बजे तक और दोपहर 2 बजे से शाम 7 बजे तक खुला रहता है। मंदिर में प्रवेश के लिए कोई अयोध्या राम मंदिर VIP pass या Ayodhya Ram Mandir tickets की आवश्यकता नहीं है, दर्शन निःशुल्क है।
- रेलवे: अयोध्या जाने के लिए आप रेल, बस या हवाई मार्ग का उपयोग कर सकते हैं। रेलवे विभाग ने देश के अलग-अलग हिस्सों से अयोध्या के लिए विशेष ट्रेनें शुरू की हैं। अयोध्या राम मंदिर नियरेस्ट रेलवे स्टेशन अयोध्या जंक्शन है।
- हवाई मार्ग: हवाई यात्रा से अयोध्या जाने के लिए मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बना है।
- सड़क मार्ग: अयोध्या उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से 130 किलोमीटर, गोरखपुर से 118 किलोमीटर और वाराणसी से 200 किलोमीटर की दूरी पर है।
अयोध्या राम मंदिर दर्शन का समय (Darshan Timings)
| दर्शन का प्रकार | समय | टिप्पणी |
|---|---|---|
| सुबह के दर्शन | सुबह 7:00 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक | इस समय भीड़ कम होती है, जो शांति से दर्शन के लिए सबसे अच्छा समय है। |
| दोपहर का विराम | दोपहर 12:00 बजे से 2:00 बजे तक | इस दौरान मंदिर बंद रहता है, क्योंकि भगवान को भोग लगाया जाता है। |
| दोपहर के दर्शन | दोपहर 2:00 बजे से शाम 7:00 बजे तक | शाम के समय मंदिर की लाइटिंग में दर्शन करना एक सुंदर अनुभव होता है। |
| आरती का समय | ||
| मंगल आरती | सुबह 4:00 बजे | यह दिन की पहली आरती होती है। |
| शृंगार आरती | सुबह 6:00 बजे | भगवान के शृंगार के बाद यह आरती होती है। |
| शयन आरती | रात 10:00 बजे | यह दिन की अंतिम आरती होती है, जिसके बाद मंदिर बंद हो जाता है। |
अयोध्या राम मंदिर की अर्थव्यवस्था: एक नई दिशा
राम मंदिर केवल आस्था का केंद्र नहीं, बल्कि यह अयोध्या की अर्थव्यवस्था को भी एक नई दिशा दे रहा है। मंदिर निर्माण के बाद से यहाँ की जीडीपी में 2% की वृद्धि दर्ज की गई है। मंदिर के आसपास छोटे-बड़े व्यवसायों में भी वृद्धि हुई है, जिससे स्थानीय लोगों की आय बढ़ी है।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
- राम मंदिर अयोध्या दर्शन की टाइमिंग क्या है? Ans. राम मंदिर सुबह 7 बजे से 11:30 बजे और दोपहर 2 बजे से शाम 7 बजे तक खुला रहता है।
- अयोध्या राम मंदिर में लिफ्ट की सुविधा कब से शुरू होगी? Ans. लिफ्ट का ट्रायल पूरा हो चुका है और ये जल्द ही श्रद्धालुओं के लिए शुरू हो जाएंगी।
- अयोध्या राम मंदिर किसने बनवाया था? Ans. वर्तमान मंदिर का निर्माण श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने कराया है।
- राम मंदिर अयोध्या कितने किलोमीटर है? Ans. Ram Mandir Ayodhya distance नई दिल्ली से 636 किलोमीटर है। लखनऊ से 130 किलोमीटर और प्रयागराज से 140 किलोमीटर है।
- राम मंदिर का ताला कितने किलो का है? Ans. राम मंदिर को दान में मिला ताला 400 किलो का है।
- राम मंदिर अयोध्या फोटो कहाँ देख सकते हैं? Ans. आप मंदिर की आधिकारिक वेबसाइट https://srjbtkshetra.org/ पर या विभिन्न डिजिटल प्लेटफॉर्म पर Ayodhya Ram Mandir Photo देख सकते हैं।
निष्कर्ष
Ayodhya Ram Mandir का निर्माण भारतवासियों के लिए एकता और अखंडता का प्रतीक है। यह सिर्फ एक मंदिर नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक और सांस्कृतिक केंद्र बन चुका है जो अयोध्या की पहचान को दुनिया भर में स्थापित कर रहा है। नई सुविधाओं के साथ, अब लाखों श्रद्धालुओं के लिए यहाँ दर्शन करना और भी आसान और सुविधाजनक हो गया है।
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