उत्तराखंड चार धाम यात्रा ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन | Complete Guide 2025

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हिमालय की पवित्र भूमि में स्थित चार धाम यात्रा, हिन्दुओं के लिए एक अत्यंत महत्वपूर्ण तीर्थयात्रा है। यह यात्रा आध्यात्मिकता, शांति और हिन्दू धर्म में वर्णित तीर्थ क्षेत्रो की खोज है। अगर आप भी हिमालय की पवित्र भूमि में चार धाम यात्रा के लिए जाना चाहते हैं तो आपका स्वागत है उत्तराखंड चार धाम यात्रा की इस पोस्ट में! इस लेख में हम आपको Uttarakhand Char Dham Yatra Online Registration कैसे करें इसकी पूरी जानकारी देंगे साथ ही चार धाम यात्रा का सही क्रम क्या है चार धाम यात्रा पैकेज सहित अन्य महत्वपूर्ण जानकारी देंगे जो आपकी यात्रा को सुरक्षित व सुगम बना सकती है। इस धार्मिक और पारंपरिक यात्रा के सभी महत्वपूर्ण तथ्य के बारे में जानने के लिए इस पोस्ट को पूरा पढ़ें।

Char Dham Yatra Guide 2025: ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन, हेलीकॉप्टर बुकिंग

    भारत के चार धामों के नाम क्या है

    भारत में उतराखंड राज्य को देवताओं की भूमि माना  जाता है धार्मिक धर्म ग्रंथो के अनुसार महाराज भागीरथ ने गंगा को प्रथ्वी पर लाने के लिए इसी भूमि पर तप किया था। इसी राज्य से गंगा यमुना का प्रादुर्भाव हुआ है। इसी भूमि पर भगवान शिव का पवित्र हिमालय स्थित है इसी हिमालय क्षेत्र की ऊँचाई पर भारत के चार तीर्थ धाम स्थित हैं। 
    1. बद्रीनाथ धाम हिन्दू तीर्थस्थल, विष्णु का मंदिर,
    2. केदारनाथ धाम शिव का आवास, 
    3. गंगोत्री धाम में गंगा का मंदिर, 
    4. यमनोत्री धाम में यमुना का मंदिर।

    यहाँ आप जानेंगे चार धाम यात्रा पैकेज कैसे बनाए जाते हैं और चार धाम यात्रा में कितना खर्चा आता है। क्या आपने कभी सोचा है कि चार धाम यात्रा पैकेज Helicopter से भी की जा सकती है? इसके अलावा, हम आपको बताएँगे कि चार धाम यात्रा कहाँ से शुरू होती है और Uttarakhand Char Dham Yatra Online Registration 2025-26 में क्या नई बातें हैं। इसके अलावा, हम चर्चा करेंगे केदारनाथ के बारे में, जहाँ स्वर्ग से हवा आती है और केदारनाथ कब खुलता है और कब बंद होता है। क्या आप जानते हैं कि केदारनाथ मंदिर किसने बनवाया था और हरिद्वार से केदारनाथ किराया कितना है?

    चारधाम यात्रा 2025 कब शुरू होगी? | Opening Dates of Char Dham Yatra 2025

    उत्तराखंड सरकार के नवीनतम अपडेट के अनुसार, चारधाम यात्रा 2025 की शुरुआत 30 अप्रैल से होगी, जब गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलेंगे। बद्रीनाथ धाम के कपाट 4 मई को सुबह 6 बजे खुलेंगे, यह यात्रा आमतौर पर अक्टूबर-नवंबर तक चलती है, जब तक कपाट बंद नहीं हो जाते। नीचे पूरा Schedule दिया गया है. 

    चार धाम यात्रा केदारनाथ कब खुलता है और कब बंद होता है

    चार धाम मंदिर खुलने की तारीख  बंद होने की तारीख
    गंगोत्री  30 अप्रैल 2025 नवंबर 2025
    यमुनोत्री 30 अप्रैल 5 नवंबर 2025
    केदारनाथ  02 मई 2025 अक्टूबर 2025
    बद्रीनाथ 04 मई 202 अक्टूबर 2025
    हेमकुंड साहिब 25 मई 2025 नवंबर 2025

    चारधाम यात्रा के लिए पंजीकरण कराने के लाभ:

    चार धाम यात्रा पंजीकरण कराने के निम्नलिखित लाभ हैं।
    • विशेष पंजीकरण कार्ड/यात्रा कार्ड: पंजीकरण के बाद, प्रत्येक तीर्थयात्री को एक विशेष पंजीकरण कार्ड/यात्रा कार्ड जारी किया जाता है। यह कार्ड यात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों को सरकारी सुविधाओं और सेवाओं का लाभ उठाने में मदद करता है।
    • बेहतर निगरानी और सुरक्षा: पंजीकरण कार्ड/यात्रा कार्ड यात्रा मार्ग पर तीर्थयात्रियों की आवाजाही पर नज़र रखने में मदद करते हैं। इससे अधिकारियों को तीर्थयात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में मदद मिलती है।
    • सरकारी सेवाओं का लाभ: पंजीकरण कार्ड/यात्रा कार्ड का उपयोग करके तीर्थयात्री भोजन, आवास और परिवहन जैसी सरकारी सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं। इससे उनकी यात्रा अधिक सुविधाजनक और सुगम हो जाती है।
    • भीड़भाड़ का प्रबंधन: पंजीकरण तीर्थयात्रियों की संख्या को सीमित करने में मदद करता है, जिससे भीड़भाड़ कम होती है और यात्रा का अनुभव अधिक सुखद होता है।
    • आपातकालीन सहायता: पंजीकरण कार्ड/यात्रा कार्ड में तीर्थयात्री की महत्वपूर्ण जानकारी होती है, जैसे कि नाम, पता और आपातकालीन संपर्क जानकारी। यह जानकारी आपातकालीन स्थिति में सहायक हो सकती है।
    कुल मिलाकर, चारधाम यात्रा के लिए पंजीकरण कराना तीर्थयात्रियों के लिए एक सुरक्षित, सुविधाजनक और सुखद अनुभव सुनिश्चित करने में मदद करता है।

    चारधाम यात्रा रजिस्ट्रेशन के लिए आवश्यक दस्तावेज़

    चार धाम यात्रा करने के लिए रजिस्ट्रेशन करना अनिवार्य है ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करने के लिए आपको कुछ आवश्यक दस्तावेजों की आवश्कता पड़ेगी। जो निम्न प्रकार है। 
    1. वैध पहचान प्रमाण: आधार कार्ड, पासपोर्ट, या मतदाता पहचान पत्र।
    2. नवीनतम पासपोर्ट आकार की तस्वीरें: तस्वीरों की गुणवत्ता और स्पष्टता में सुनिश्चित करें।
    3. मेडिकल फिटनेस प्रमाण पत्र: किसी पंजीकृत चिकित्सक द्वारा जारी। इसमें आपकी स्वास्थ्य स्थिति का प्रमाण होना चाहिए।
    4. आधारकार्ड और फोटो अपलोड: अपने आधारकार्ड की प्रतिलिपि और अपनी फोटो अपलोड करें।
    5. घर का पता और मोबाइल नंबर: रजिस्ट्रेशन फॉर्म में सही और वैध गृह पता और संपर्क नंबर दें।
    6. निजी वाहन का रजिस्ट्रेशन: अगर आप निजी वाहन से यात्रा कर रहे हैं, तो अपने वाहन का भी रजिस्ट्रेशन कराएं।

    चारधाम यात्रा 2025 के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कैसे करें? | Char Dham Yatra Online Registration 

    चारधाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन अनिवार्य है और 2025 में इसे और सख्त कर दिया गया है। इस बार "Uttarakhand Char Dham online e-pass" के लिए आधार कार्ड जरूरी कर दिया गया है। रजिस्ट्रेशन 20 मार्च 2025 से शुरू हो चुका है, और पहले दिन ही 55,000 से ज्यादा लोगों ने पंजीकरण कराया। यहाँ स्टेप-बाय-स्टेप प्रक्रिया दी गई है: उत्तराखंड चार धाम यात्रा पर जाने के लिए आप ऑनलाइन व ऑफलाइन दोनों तरह से रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। बिना रजिस्ट्रेशन के चार धाम यात्रा पर जाने की अनुमति प्रशासन की तरफ से नही है ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करने के लिए सबसे पहले वेबसाइट https://registrationandtouristcare.uk.gov.in/ पर जाएँ। रजिस्ट्रेशन विकल्प पर क्लिक करें।
    Uttarakhand Char Dham Yatra  Registration Login 2025:
    • रजिस्ट्रेशन फॉर्म में इंडिया टूरिस्ट भारत का चयन कर अपना नाम मोबाइल नम्बर दर्ज कर एक 6 अक्षर व नम्बरों का एक पासवर्ड बनाये
    • सत्यापन: ओटीपी सत्यापन के माध्यम से पंजीकरण को सत्यापित करें।
    • लॉगइन: अपने मोबाइल नंबर और पासवर्ड के साथ लॉगइन करें।
    • व्यक्तिकृत डैशबोर्ड: एक व्यक्तिकृत डैशबोर्ड दिखाई देगा; "तीर्थयात्री जोड़ें/प्रबंधित करें" पर क्लिक करें।
    • टूर प्लान विवरण: टूर प्लान का विवरण जैसे टूर का प्रकार, टूर का नाम, यात्रा की तारीखें, पर्यटकों की संख्या और प्रत्येक गंतव्य की यात्रा की तारीख दर्ज करें।
    • विवरण पुनः देखें: टूर के नाम, तारीखों और गंतव्य के बारे में विवरण पुनः देखें।
    • तीर्थयात्री जोड़ें: "तीर्थयात्री जोड़ें" बटन पर क्लिक करें और तीर्थयात्री की जानकारी दर्ज करें।
    • पंजीकरण पूरा करें: पंजीकरण प्रक्रिया पूरी करने के बाद, एक अद्वितीय पंजीकरण संख्या के साथ एक एसएमएस प्राप्त होगा और आप चारधाम यात्रा के लिए पंजीकरण पत्र डाउनलोड कर सकेंगे।
    आप "Tourist Care Uttarakhand" ऐप या व्हाट्सएप नंबर (+91-8394833833) पर "Yatra" लिखकर भी रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए हरिद्वार, ऋषिकेश, बड़कोट, सोनप्रयाग जैसे काउंटर उपलब्ध हैं।

    चार धाम यात्रा का सही क्रम

    चारधाम यात्रा हिन्दू धर्म की प्रमुख तीर्थ यात्रा है जो यमनोत्री से शुरू होती है, जहाँ यमुना देवी का मंदिर है। फिर यह गंगोत्री, जहाँ गंगा नदी का उद्गम गोमुख है, यहीं गंगा देवी का मंदिर है, यहाँ पूजा अर्चना के बाद यह यात्रा केदारनाथ के पवित्र मंदिर तक जाती है, जहाँ भगवान शिव की पूजा की जाती है। केदार नाथ हिमालय क्षेत्र भगवान शिव की तपोभूमि है यहाँ की हवा एक अलौकिक शांति प्रदान करती है ऐसी मान्यता है केदार नाथ हिमालय क्षेत्र की हवा स्वर्ग से आती है यह यात्रा केदारनाथ से होते हुए अंत में, बद्रीनाथ के मंदिर पर समाप्त होती है, जो भगवान विष्णु को समर्पित है। यात्रा को धार्मिक मान्यताओं के अनुसार दक्षिणावर्त दिशा में पूरा किया जाता है, जो धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व के साथ एक गहरा और पवित्र अनुभव प्रदान करती है। 

    चार धाम यात्रा में कितना खर्चा आता है?

    चार धाम यात्रा में कितना खर्चा आता है? यह सवाल इस पर निर्भर करता है। कि आप यात्रा कैसे करते हैं जैसे:- 

    यात्रा का समय:

    यात्रा का मौसम बहुत महत्वपूर्ण है। यात्रा का मौसम पीक सीजन में, जैसे कि मई से जून और सितंबर से अक्टूबर, तक कीमतें बहुत अधिक होती हैं।
    बजट यात्रा: ₹15,000-₹25,000 (बस, साझा परिवहन, साधारण रहने की व्यवस्था)।

    यात्रा का तरीका:

    यात्रा का तरीका भी लागत पर प्रभाव डालता है। हेलीकॉप्टर से यात्रा करना सबसे महंगा विकल्प होता है, जबकि पैदल यात्रा सबसे सस्ता होता है।
  • हेलीकॉप्टर यात्रा: ₹12,000-₹20,000 (केवल केदारनाथ के लिए, दोनों तरफ का किराया)।
  • आवास का प्रकार:

    आपके पसंद के आवास का प्रकार भी आपकी लागत को प्रभावित करेगा। धर्मशालाएं सस्ते होते हैं, जबकि होटल अधिक महंगे होते हैं।
    • पैकेज: ₹30,000-₹50,000 (ट्रैवल एजेंसी के आधार पर, भोजन और ठहरने सहित)।
      अतिरिक्त खर्च: पूजा, दान, और व्यक्तिगत जरूरतें।

    भोजन:

    भोजन भी आपकी यात्रा की कुल लागत का अहम हिस्सा है। ढाबों में भोजन सस्ता होता है, जबकि रेस्तरां में खाना अधिक महंगा होता है।
    इस तरह से, आपकी यात्रा की कुल लागत ₹10,000 से लेकर ₹1,00,000 प्रति व्यक्ति तक हो सकती है, जो कि आपके चयन के आधार पर विभिन्न हो सकती है। उपर्युक्त विवरण आपको यात्रा की लागत को समझने में मदद करेगा।

    उत्तराखंड चार धाम यात्रा पैकेज

    कई ट्रैवल एजेंसियाँ और IRCTC पैकेज ऑफर करते हैं:
    • IRCTC पैकेज: हेलीकॉप्टर, ट्रेन, और होटल शामिल।
    • प्राइवेट टूर: 5-12 दिन के पैकेज, ₹25,000 से शुरू।
      बुकिंग से पहले पैकेज की शर्तें और समीक्षाएँ चेक करें।

    हेलीकॉप्टर बुकिंग 2025: केदारनाथ और बद्रीनाथ के लिए | Helicopter Booking for Char Dham Yatra

    अगर आप पैदल यात्रा से बचना चाहते हैं, तो "Kedarnath helicopter booking 2025" और अन्य धामों के लिए हेलीकॉप्टर सेवाएँ एक बेहतरीन विकल्प हैं। IRCTC की आधिकारिक वेबसाइट heliyatra.irctc.co.in पर बुकिंग शुरू हो चुकी है। यहाँ मुख्य जानकारी है:
    • केदारनाथ हेलीकॉप्टर बुकिंग: गौरीकुंड से केदारनाथ तक की उड़ान लगभग 15 मिनट की है। 2025 में किराया पिछले साल से 5% बढ़ाया गया है, और टिकट की कीमत करीब 7,000-8,000 रुपये प्रति व्यक्ति हो सकती है।
    • चारधाम हेलीकॉप्टर पैकेज: देहरादून से शुरू होने वाला 6 दिन का पैकेज चारों धामों को कवर करता है, जिसकी कीमत लगभग 1.5-2 लाख रुपये है।
    • बुकिंग प्रक्रिया: रजिस्ट्रेशन नंबर के साथ IRCTC पोर्टल पर लॉगिन करें, अपनी तारीख चुनें, और ऑनलाइन भुगतान करें।

    नवीनतम अपडेट्स 2025

    1. हेलीकॉप्टर किराए में 5% बढ़ोतरी: इस साल लागत थोड़ी ज्यादा होगी।
    2. IRCTC हेली सेवा: 2 मई से बुकिंग शुरू।
    3. सुरक्षा उपाय: रजिस्ट्रेशन और हेल्थ चेक-अप पर जोर।
    ध्यान दें: हेलीकॉप्टर सेवा के लिए पहले रजिस्ट्रेशन जरूरी है। "Char Dham Yatra by helicopter" सीनियर सिटीजन और समय की कमी वाले यात्रियों के लिए सबसे सुविधाजनक है।

    IRCTC हेलीकॉप्टर बुकिंग: केदारनाथ और हेमकुंड साहिब के लिए नई सुविधा

    केदारनाथ तक पैदल यात्रा मुश्किल लगती है? अब IRCTC हेली यात्रा के जरिए आसानी से दर्शन करें।
    • बुकिंग शुरू: 2 मई से 31 मई, 2025 तक की यात्राओं के लिए।
    • वेबसाइट: heliyatra.irctc.co.in
    • किराया (2025 में 5% बढ़ोतरी के साथ):
      • सिरसी से केदारनाथ: ₹6061
      • फाटा से केदारनाथ: ₹6063
      • गुप्तकाशी से केदारनाथ: ₹8533
    • टाइमिंग:
      • पहली उड़ान: सुबह 6:50 बजे (फाटा से), 7:00 बजे केदारनाथ पहुँचती है।
      • आखिरी उड़ान: दोपहर 12:40 बजे (केदारनाथ से), 12:50 बजे फाटा पहुँचती है।
      • दूरी: सिर्फ 10 मिनट में फाटा से केदारनाथ।
        नोट: मौसम के कारण समय में बदलाव संभव।

    बुकिंग प्रक्रिया:

    1. heliyatra.irctc.co.in पर जाएँ।
    2. IRCTC अकाउंट से लॉगिन करें।
    3. चार धाम यात्रा रजिस्ट्रेशन नंबर डालें।
    4. हेलीपैड, तारीख, और समय चुनें।
    5. OTP से वेरिफाई करें, पेमेंट करें, और टिकट डाउनलोड करें।
      जरूरी: हेलीकॉप्टर बुकिंग से पहले यात्रा रजिस्ट्रेशन पूरा करें।

    उत्तराखंड चार धाम यात्रा पैकेज

    उत्तराखंड राज्य सरकार चार धाम यात्रा के लिए विभिन्न प्रकार के पैकेज उपलब्ध कराती है। इन पैकेजों में आवास, भोजन, परिवहन और दर्शन शामिल हैं। पैकेज बजट और आवश्यकताओं के अनुसार भिन्न होते हैं। यहां उत्तराखंड सरकार द्वारा पेश किए जाने वाले कुछ लोकप्रिय चार धाम यात्रा पैकेज दिए गए हैं:
    • हेलीकॉप्टर यात्रा पैकेज:ये पैकेज उन तीर्थयात्रियों को हेलीकॉप्टर द्वारा चार धामों तक ले जाते हैं। जो हेलीकॉप्टर द्वारा इस यात्रा को करना चाहते हैं यह सबसे तेज विकल्प है, लेकिन ध्यान रखने वाली बात यह सबसे महंगा पैकेज है।
    • वाहन यात्रा पैकेज:ये पैकेज तीर्थयात्रियों को वाहन (कार, जीप या बस) द्वारा चार धामों तक ले जाते हैं। यह पैदल यात्रा से अधिक आरामदायक विकल्प है, लेकिन यह हेलीकॉप्टर यात्रा से सस्ता भी है। 

    नए अपडेट्स क्या हैं? | Latest Updates for Char Dham Yatra 2025

    2025 में चारधाम यात्रा को सुरक्षित और व्यवस्थित बनाने के लिए कई बदलाव किए गए हैं:
    आधार आधारित रजिस्ट्रेशन: अब हर यात्री का रजिस्ट्रेशन आधार से लिंक होगा।

    स्वास्थ्य जानकारी अनिवार्य: आपको अपनी मेडिकल हिस्ट्री (जैसे हृदय रोग, डायबिटीज) बतानी होगी।

    • टोकन सिस्टम: सामान्य दर्शन के लिए टोकन सिस्टम लागू हो सकता है, जबकि विशेष पूजा (जैसे रुद्राभिषेक) के लिए ऑनलाइन बुकिंग जरूरी होगी।
    • हेल्थ सुविधाएँ: यात्रा मार्ग पर नए अस्पताल और मेडिकल टीमें तैनात की जाएँगी।
    • 60% ऑनलाइन, 40% ऑफलाइन: रजिस्ट्रेशन का यह अनुपात तय किया गया है।

    यात्रा के लिए टिप्स | Tips for Char Dham Yatra 2025

    • सही समय चुनें: मई-जून और सितंबर-अक्टूबर में मौसम अनुकूल रहता है।
    • जरूरी सामान: गर्म कपड़े, दवाइयाँ, और पानी की बोतल साथ रखें।
    • फिटनेस चेक: ऊँचाई पर ट्रेकिंग के लिए स्वास्थ्य जाँच करवाएँ।
    • अग्रिम बुकिंग: हेलीकॉप्टर और आवास की बुकिंग पहले करें।
    Uttarakhand Char Dham Yatra 2025: ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन, हेलीकॉप्टर बुकिंग

    महत्वपूर्ण लिंक

    विवरण वेबसाइट लिंक
    चार धाम यात्रा रजिस्ट्रेशन वेबसाइट Click Here
    Char Dham Yatra Official Website Click Here
    आईआरसीटीसी हेलीकॉप्टर बुकिंग चार धामClick Here
    राम मंदिर आरती पास बुकिंग ऑनलाइन
    फ्री तीर्थ यात्रा रजिस्ट्रेशन यहाँ से करें

    FAQs.

    प्रश्न. चार धाम में पहला धाम कौन सा है?

    उत्तर. चार धामों में पहला धाम यमुनोत्री धाम को माना जाता है। यमुनोत्री, यमुना नदी का उद्गम स्थल है यह चारों धामों में सबसे पश्चिमी पर है। हालांकि यात्रा का क्रम व्यक्तिगत श्रद्धा और सुविधा पर निर्भर करता है। कुछ तीर्थयात्री गंगोत्री से अपनी यात्रा शुरू करना पसंद करते हैं, जो गंगा नदी का उद्गम स्थल है और यमुनोत्री से थोड़ा पूर्व में स्थित है। आप अपनी सुविधा के अनुसार किसी भी धाम से अपनी यात्रा शुरू कर सकते हैं। ंंआप चाहें तो एक या दो धाम की भी यात्रा कर सकते हैं।

    प्रश्न. हिन्दू के चार धाम के नाम?

    उत्तर. हिन्दू धर्म के चार धामों के नाम इस प्रकार हैं यमुनोत्री: यमुना नदी का उद्गम स्थल। गंगोत्री: गंगा नदी का उद्गम स्थल। केदारनाथ: भगवान शिव को समर्पित एक गुफा मंदिर। बद्रीनाथ: भगवान विष्णु को समर्पित एक मंदिर।

    प्रश्न. केदारनाथ मंदिर किसने बनवाया?

    उत्तर. केदारनाथ मंदिर का इतिहास बहुत प्राचीन है और इसका संबंध वेदिक काल से है। मान्यता के अनुसार, केदारनाथ मंदिर को महाभारत काल में पांडवों ने बनवाया था। महाभारत के युद्ध के बाद, जब पांडवों ने अपने गुनाहों का प्रायश्चित करने के लिए भगवान शिव की अराधना की थी, तो उन्होंने केदारनाथ में एक शिवलिंग स्थापित किया था। इसे बाद में आदि शंकराचार्य ने पुनः संस्थापित किया था। उसके बाद से ही केदारनाथ को एक महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल के रूप में माना जाता है। एक किंवदती के अनुसार बदरीवन में नर-नारायण के रूप में विष्णु जी ने एक पार्थिव शिवलिंग पूजा की थी। भगवान शिव ने उनकी भक्ति को प्रसन्न करते हुए केदार क्षेत्र में हमेशा वास करने का वरदान दिया। इसके बाद, शिवलिंग में उनकी ज्योति स्थापित हो गई, जिससे यहां पर केदारनाथ मंदिर की स्थापना हुई। यह मंदिर भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है, और यह हिमालय के ऊँचे शिखरों पर स्थित है।

    चार धाम यात्रा का सही क्रम क्या है?

    चारधाम यात्रा का सही क्रम इस प्रकार है:
    1. यमुनोत्री (पहला पड़ाव)
    2. गंगोत्री (दूसरा पड़ाव)
    3. केदारनाथ (तीसरा पड़ाव)
    4. बद्रीनाथ (अंतिम पड़ाव)

    उत्तराखंड के चार धाम कौन-कौन से हैं?

    उत्तराखंड के चार धाम हैं:
    1. यमुनोत्री - यमुना नदी का उद्गम स्थल।
    2. गंगोत्री - गंगा नदी का उद्गम स्थल।
    3. केदारनाथ - भगवान शिव का प्रमुख धाम।
    4. बद्रीनाथ - भगवान विष्णु का प्रसिद्ध मंदिर।

    भारत के चार धाम कौन-कौन से हैं?

    भारत के चार धाम इस प्रकार हैं:
    1. बद्रीनाथ (उत्तर) - उत्तराखंड।
    2. द्वारका (पश्चिम) - गुजरात।
    3. जगन्नाथ पुरी (पूर्व) - ओडिशा।
    4. रामेश्वरम (दक्षिण) - तमिलनाडु।

    चार धाम यात्रा का नक्शा कहाँ देखें?

    चार धाम यात्रा का नक्शा उत्तराखंड पर्यटन की वेबसाइट uttarakhandtourism.gov.in पर उपलब्ध है। आप "Tourist Care Uttarakhand" ऐप भी डाउनलोड कर सकते हैं।

    चार धाम यात्रा में कितना खर्चा आता है?

    चार धाम यात्रा का खर्च:
    - बजट यात्रा (बस/साझा टैक्सी): 15,000-25,000 रुपये प्रति व्यक्ति।
    - हेलीकॉप्टर यात्रा: 1.5-2 लाख रुपये प्रति व्यक्ति।
    - ट्रेन + सड़क संयोजन: 30,000-50,000 रुपये।

    चार धाम यात्रा रजिस्ट्रेशन कैसे करें?

    चार धाम यात्रा 2025 के लिए रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया:
    1. registrationandtouristcare.uk.gov.in पर जाएँ।
    2. आधार नंबर से रजिस्टर करें।
    3. यात्रियों का विवरण भरें और ई-पास डाउनलोड करें।

    निष्कर्ष

    यदि आप इस पवित्र यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो उत्तराखंड सरकार द्वारा शुरू की गई ऑनलाइन पंजीकरण प्रक्रिया का लाभ उठाना न भूलें। यह प्रक्रिया न केवल आपको यात्रा की आसान योजना बनाने में मदद करेगी, बल्कि यह भी सुनिश्चित करेगी कि आपकी यात्रा सुव्यवस्थित और सुखद हो। इस पोस्ट में आपको Uttarakhand Char Dham Yatra Online Registration की कुछ जानकारी देने की कोशिश की गयी है यह हमारा छोटा सा प्रयास है।

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