अन्नपूर्णा मंदिर वाराणसी टाइमिंग 2025: दर्शन, आरती, प्रसाद और इतिहास की पूरी जानकारी

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वाराणसी की पवित्र भूमि पर स्थित अन्नपूर्णा मंदिर (annapurna mandir varanasi) भोजन और समृद्धि की देवी मां अन्नपूर्णा का प्रमुख धाम है। अगर आप काशी की यात्रा पर हैं और annapurna temple in Varanasi के दर्शन की योजना बना रहे हैं, तो यहां की टाइमिंग, इतिहास और विशेषताएं जानना जरूरी है। यह मंदिर न केवल धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि यहां का वातावरण भक्तों को आध्यात्मिक शांति प्रदान करता है। 2025 में भी, धनतेरस से अन्नकूट तक विशेष दर्शन का अवसर मिलेगा, जहां लाखों श्रद्धालु annapurna mandir varanasi live दर्शन के लिए उमड़ते हैं। इस लेख में हम विस्तार से बताएंगे कि कैसे आप यहां पहुंचें, क्या देखें और मां की कृपा कैसे प्राप्त करें, ताकि आपकी यात्रा यादगार बने।

अन्नपूर्णा मंदिर वाराणसी टाइमिंग 2025: दर्शन, आरती, प्रसाद और इतिहास की पूरी जानकारी

काशी विश्वनाथ मंदिर के करीब स्थित Annapurna Temple in Varanasi में विराजमान देवी मां की स्वर्णमयी प्रतिमा के कपाट साल में केवल कुछ दिनों के लिए खुलते हैं। यह केवल दर्शन नहीं, बल्कि स्वयं अन्न और धन की देवी का भक्तों पर विशेष आशीर्वाद माना जाता है। अगर आप इस वर्ष मां अन्नपूर्णा स्वर्ण दर्शन वाराणसी के लिए योजना बना रहे हैं, तो यह विस्तृत गाइड आपको तारीख, समय, पौराणिक महत्व, और बहुप्रतीक्षित "खजाना प्रसाद" से जुड़ी हर ज़रूरी जानकारी देगी।

अन्नपूर्णा मंदिर का इतिहास और पौराणिक महत्व

वाराणसी को काशी के नाम से जाना जाता है, जहां मां अन्नपूर्णा (maa annapurna mandir varanasi) को अन्न और धन की देवी माना जाता है। पौराणिक कथा (annapurna mata ki katha) के अनुसार, एक बार भगवान शिव ने संसार को माया बताया, जिसमें अन्न को भी शामिल किया। इससे नाराज होकर मां पार्वती ने पृथ्वी से सारा भोजन गायब कर दिया, जिससे चारों ओर भुखमरी फैल गई। तब शिव जी स्वयं भिक्षा मांगने मां के पास पहुंचे। मां ने अक्षय पात्र से भोजन देकर वचन दिया कि काशी में कभी कोई भूखा नहीं रहेगा। इस घटना से प्रेरित होकर मंदिर की स्थापना हुई।

वर्तमान मंदिर का निर्माण 1729 ईस्वी में मराठा पेशवा बाजीराव प्रथम ने करवाया। यहां दो प्रतिमाएं हैं: एक पीतल की, जो रोज दर्शन के लिए उपलब्ध है, और दूसरी स्वर्ण की, जो केवल धनतेरस से अन्नकूट तक दिखाई देती है। मंदिर का महत्व यह है कि यहां दर्शन से घर में सुख-समृद्धि आती है। कई समुदायों में मां अन्नपूर्णा कुलदेवी (annapurna mata kisaki kuldevi hai) के रूप में पूजी जाती हैं। अगर आप annapurna mata ka mandir kahan hai की तलाश में हैं, तो काशी विश्वनाथ के निकट यह प्रमुख स्थल है।

अन्नपूर्णा मंदिर वाराणसी की दर्शन टाइमिंग और आरती

2025 में annapurna temple varanasi timings में कोई बड़ा बदलाव नहीं है, लेकिन मौसम के अनुसार थोड़ी वैरिएशन हो सकती है। मंदिर साल भर खुला रहता है, लेकिन उत्सवों के दौरान विशेष व्यवस्था होती है। यहां दर्शन निःशुल्क है, लेकिन भीड़ को देखते हुए सुबह जल्दी पहुंचें।

समयावधि सुबह के दर्शन शाम के दर्शन विशेष नोट्स
सामान्य दिन 4:00 AM - 11:30 AM 7:00 PM - 11:00 PM मंगला आरती: 4:00 AM
गर्मी (मार्च-जून) 5:00 AM - 11:30 AM 5:00 PM - 8:30 PM मौसम के अनुसार समायोजन
सर्दी (अक्टूबर-फरवरी) 6:00 AM - 12:00 PM 4:30 PM - 8:00 PM संध्या आरती: 7:00 PM
धनतेरस-अन्नकूट 24 घंटे खुला 24 घंटे खुला स्वर्ण दर्शन और प्रसाद वितरण

annapurna mandir prasad timing दोपहर 9:00 AM से 3:00 PM तक है, जहां भोजन रूपी प्रसाद मिलता है। अगर आप kashi annapurna temple live darshan चाहते हैं, तो मंदिर की आधिकारिक वेबसाइट या ऐप्स का सहारा लें। आरती (annapurna mata ki aarti) का समय सुबह 4:00 AM और शाम 7:00 PM है, जो भक्तों को भावुक कर देती है।

मां अन्नपूर्णा की आरती, स्तोत्र और भोग

मंदिर में annapurna mata ki aarti का जाप भक्ति भाव बढ़ाता है। यहां अन्नपूर्णा स्तोत्र (annapurna stotram) के लिरिक्स (annapurna devi stotram lyrics) आदि शंकराचार्य द्वारा रचित हैं:

अन्नपूर्णे सदापूर्णे शंकरप्राणवल्लभे।

ज्ञानवैराग्यसिद्ध्यर्थं भिक्षां देहि च पार्वति॥

पूर्ण आरती गाकर मां से अन्न-धान्य की कामना करें। annapurna mandir varanasi bhog में 56 प्रकार के व्यंजन लगाए जाते हैं, खासकर अन्नकूट पर। प्रसाद में लावा (भुने धान) और सिक्के मिलते हैं, जो घर में रखने से समृद्धि लाते हैं। अगर आप अन्नपूर्णा माता की आरती PDF चाहते हैं, तो ऑनलाइन डाउनलोड कर सकते हैं।

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मां अन्नपूर्णा मंदिर तक कैसे पहुँचें और दर्शन के लिए सुझाव

annapurna mandir location विश्वनाथ गली, दशाश्वमेध घाट के पास है। काशी विश्वनाथ मंदिर से दूरी (kashi vishwanath temple to annapurna temple varanasi distance) मात्र 15 मीटर है, इसलिए दोनों के दर्शन एक साथ करें। annapurna mandir directions: वाराणसी जंक्शन से 5 किमी, लाल बहादुर शास्त्री एयरपोर्ट से 23 किमी।

  • ट्रेन से: वाराणसी जंक्शन पहुंचकर ऑटो लें (20-30 मिनट, किराया 100-150 रुपये)।
  • बस से: ISBT से 5 किमी, लोकल बस या रिक्शा यूज करें।
  • एयर से: एयरपोर्ट से टैक्सी (45 मिनट, 500-700 रुपये)।
  • निकटतम स्थल: मनिकर्णिका घाट (350 मीटर), अस्सी घाट (3 किमी)।

अगर आप पहली बार Shree Annapurna Mandir Varanasi आ रहे हैं, तो यह जानकारी आपके लिए उपयोगी होगी।

मंदिर का स्थान और दिशा-निर्देश (Annapurna Mandir location)

मंदिर का पता: अन्नपूर्णा देवी मंदिर, डोनडियापुरा, चौक, वाराणसी (उत्तर प्रदेश), 221001। निकटतम प्रमुख स्थान: यह मंदिर प्रसिद्ध Kashi Vishwanath Temple के ठीक बगल में स्थित है।

खजाना प्रसाद: लावा और सिक्कों का महत्व (Annapurna Mandir prasad timing)

Annapurna Mandir Varanasi के दर्शन का सबसे महत्वपूर्ण और बहुप्रतीक्षित हिस्सा है – "माता का खजाना"। यह खजाना प्रसाद भक्तों के बीच धनतेरस के दिन से ही वितरित होना शुरू हो जाता है।

खजाना प्रसाद में क्या मिलता है?

  1. धान का लावा (Paddy Puffed Rice): इसे धान का रूप माना जाता है, जो अन्न की निरंतरता और बरकत का प्रतीक है।
  2. सिक्का (Coin): प्रायः पुराने अठन्नी या अन्य सिक्के वितरित किए जाते हैं, जो धन की देवी महालक्ष्मी के आशीर्वाद का प्रतीक माने जाते हैं।

खजाने का महत्व और विधि:

  • अन्न-धन की बरकत: मान्यता है कि इस खजाने को सच्चे मन से ग्रहण कर जो भक्त अपनी तिजोरी, गल्ला, या पूजा स्थल पर रखता है, उसके घर में कभी निर्धनता नहीं आती और अन्न-धन का भंडार हमेशा भरा रहता है।
  • प्रसाद वितरण समय: प्रसाद वितरण का समय Annapurna Mandir prasad timing दर्शन शुरू होते ही आरंभ हो जाता है और 5 दिनों तक जारी रहता है।

नवरात्रि और देवी पूजा विशेष

अन्नपूर्णा व्रत की विधि और लाभ

annapurna vrat ki vidhi मार्गशीर्ष पूर्णिमा पर रखी जाती है। विधि सरल है:

  1. सुबह स्नान कर मां की पूजा शुरू करें।
  2. अन्नपूर्णा स्तोत्र का जाप करें।
  3. फलाहार या पूर्ण उपवास रखें।
  4. शाम को आरती और दान करें।
  5. गरीबों को अन्न दान दें।

लाभ: घर में कभी अन्न की कमी नहीं, स्वास्थ्य और धन में वृद्धि। मां अन्नपूर्णा देवी मंदिर (annapurna devi mandir varanasi) में व्रत पूर्ण करने से विशेष फल मिलता है।

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निष्कर्ष: क्यों करें अन्नपूर्णा मंदिर के दर्शन?

shree annapurna mandir varanasi uttar pradesh का दौरा जीवन में सकारात्मक ऊर्जा लाता है। यहां की भक्ति और इतिहास आपको आकर्षित करेंगे। अगर आप varanasi annapurna mandir की यात्रा प्लान कर रहे हैं, तो सुबह के समय जाएं और प्रसाद जरूर लें। Shree Annapurna Mandir Varanasi Uttar Pradesh का यह वार्षिक आयोजन केवल एक धार्मिक पर्व नहीं, बल्कि काशी की संस्कृति और अटूट आस्था का प्रतीक है। मां अन्नपूर्णा स्वर्ण दर्शन वाराणसी भक्तों को यह याद दिलाता है कि जीवन में अन्न और धन का संतुलन कितना महत्वपूर्ण है। क्या आपने कभी यहां दर्शन किए हैं? कमेंट्स में शेयर करें। ज्यादा देवोशनल कंटेंट के लिए सब्सक्राइब करें और शेयर करें। 

हर हर महादेव!

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