वृंदावन की पवित्र धरती पर बसा बांके बिहारी मंदिर भगवान कृष्ण के भक्तों का सबसे प्रिय तीर्थस्थल है। यहां की कृपा से हर आने वाला भक्त मन की शांति पाता है। लेकिन आजकल बांके बिहारी मंदिर लेटेस्ट न्यूज में सबसे बड़ा अपडेट यह है कि मंदिर का तोषखाना, जो 54 साल से बंद पड़ा था, अब सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में खुलने वाला है। 14 सितंबर 2025 को हाई-पावर कमिटी ने इस ऐतिहासिक फैसले को मंजूरी दी, जिसमें वीडियोग्राफी के साथ खजाने का इन्वेंटरी तैयार किया जाएगा। यह खबर भक्तों में उत्साह भर रही है, क्योंकि इसमें पन्ना का मोरनी हार, रजत शेषनाग और नवरत्न जैसे दुर्लभ रत्न छिपे हैं।
इस पोस्ट में हम बांके बिहारी मंदिर के इतिहास, अपडेटेड टाइमिंग्स, लेटेस्ट न्यूज और पहुंचने के टिप्स पर चर्चा करेंगे। अगर आप वृंदावन घूमने प्लान कर रहे हैं, तो यह गाइड आपके लिए परफेक्ट है। बांके बिहारी टेम्पल इमेजेस देखकर ही मन भक्ति में डूब जाता है, लेकिन असल में दर्शन करने का मजा कुछ और है। चलिए, गहराई से जानते हैं।
Banke Bihari Temple Timings 2025 | History, Darshan & Travel Guide (Podcast)
बांके बिहारी मंदिर का इतिहास (Banke Bihari Temple History)
बांके बिहारी मंदिर का इतिहास भक्ति और चमत्कारों से भरा पड़ा है। यह मंदिर 16वीं शताब्दी में स्वामी हरिदास जी से जुड़ा है, जो ललिता सखी के अवतार माने जाते हैं। स्वामी जी का जन्म 1478 ईस्वी में हरिदासपुर (अलीगढ़ के पास) में हुआ था। वे निधिवन के घने जंगलों में ध्यान-भजन में लीन रहते थे। एक बार उनके शिष्यों ने कुंज वन में प्रवेश किया, तो वहां तेज प्रकाश फैल गया। स्वामी जी पहुंचे, तो भगवान श्रीकृष्ण और राधा रानी ने एक संयुक्त रूप धारण कर लिया - यही बांके बिहारी की स्वरूप है। 'बांके' का मतलब है तीन जगह मुड़े हुए, और 'बिहारी' का अर्थ है वन का आनंद लेने वाले। यह मूर्ति त्रिभंग मुद्रा में है, जो कृष्ण की बाल लीलाओं को दर्शाती है।
मंदिर का निर्माण 1862 में गोस्वामी परिवार ने फंड जुटाकर किया। पहले यह निधिवन में पूजी जाती थी, लेकिन भीड़ बढ़ने पर वर्तमान स्थान पर लाई गई। स्वामी हरिदास तानसेन के गुरु भी थे। एक कथा के अनुसार, अकबर भी वृंदावन आए और स्वामी जी के भजन सुनकर मंत्रमुग्ध हो गए। मंदिर में कोई घंटी या शंख नहीं बजता, क्योंकि ठाकुर जी को जगाना पाप माना जाता है। केवल जन्माष्टमी पर मंगला आरती होती है।
यह मंदिर वृंदावन के सात प्रमुख ठाकुरों में से एक है, जहां राधा-कृष्ण का एकाकार रूप विराजमान है। इतिहासकार बताते हैं कि मुगल काल में कई बार विस्थापन हुआ, लेकिन बांके बिहारी कभी वृंदावन से बाहर नहीं गए। आज यह लाखों भक्तों का केंद्र है, खासकर होली और जन्माष्टमी पर। बांके बिहारी टेम्पल हिस्ट्री जानने से भक्ति और गहरी हो जाती है।
बांके बिहारी मंदिर टाइमिंग्स 2025 (Banke Bihari Temple Timings)
मंदिर के दर्शन का समय मौसम के अनुसार बदलता रहता है। आरती भी दिन में दो बार होती है: श्रृंगार और शयन आरती। बांके बिहारी को एक छोटे बच्चे के रूप में माना जाता है, इसलिए उन्हें सुबह जल्दी नहीं जगाया जाता और मंदिर में घंटियाँ या शंख भी नहीं बजाए जाते । एकमात्र अपवाद जन्माष्टमी है, जब मंगला आरती की जाती है ।
बांके बिहारी मंदिर वृंदावन की वेबसाइट के मुताबिक दर्शन टाइम इस प्रकार है, timings today (समय) की जानकारी:
| आरती का प्रकार | गर्मियों में (होली के बाद) | सर्दियों में (दिवाली के बाद) |
|---|---|---|
| सुबह दर्शन का समय | सुबह 7:15 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक | सुबह 8:15 बजे से दोपहर 1:30 बजे तक |
| दोपहर की आरती | दोपहर 12:30 बजे से 12:45 बजे तक | दोपहर 1:30 बजे से 1:45 बजे तक |
| शाम दर्शन का समय | शाम 5:15 बजे से रात 9:30 बजे तक | शाम 4:00 बजे से रात 9:00 बजे तक |
| शाम की आरती | रात 9:30 बजे से 9:45 बजे तक | रात 9:00 बजे से 9:15 बजे तक |
बांके बिहारी मंदिर टाइमिंग्स हर भक्त के लिए महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि गलत समय पर पहुंचने से भीड़ में परेशानी हो सकती है। 2025 में अपडेटेड शेड्यूल के अनुसार:
- समर टाइमिंग्स (अप्रैल से सितंबर): सुबह 7:45 बजे से दोपहर 12 बजे तक, शाम 5:30 बजे से रात 9:30 बजे तक।
- विंटर टाइमिंग्स (अक्टूबर से मार्च): सुबह 8:45 बजे से दोपहर 1 बजे तक, शाम 4:30 बजे से रात 8:30 बजे तक।
आरती का समय: राजभोग आरती दोपहर 12 बजे, शयन आरती रात 9 बजे। मंगला आरती केवल जन्माष्टमी पर। फोटोग्राफी प्रतिबंधित है, और मोबाइल पर जल्द बैन लग सकता है। टाइमिंग्स ऑफ बांके बिहारी टेम्पल वृंदावन चेक करने से पहले मौसम का ध्यान रखें - सर्दियों में सुबह जल्दी ठंड लगती है।
हालिया बदलाव: हाई-पावर कमिटी ने दर्शन समय बढ़ाया है ताकि भीड़ मैनेज हो। समर टाइमिंग्स ऑफ बांके बिहारी टेम्पल वृंदावन में शाम का स्लॉट अब 9:30 तक है। एंट्री फ्री है, लेकिन जूते रखने की सुविधा मंदिर में ही मिलती है।
बांके बिहारी मंदिर में हाल के अपडेट्स (Banke Bihari Temple News)
हाल ही में, सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित एक उच्च-स्तरीय कमेटी ने मंदिर में भक्तों की बढ़ती भीड़ और सुरक्षा-व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण फैसले लिए हैं ।
- वीआईपी दर्शन समाप्त: अब वीआईपी दर्शन के लिए विशेष पर्चियों की व्यवस्था बंद कर दी गई है। सभी श्रद्धालु एक ही लाइन में लगकर दर्शन करेंगे ।
- सुरक्षा व्यवस्था में सुधार: मंदिर की सुरक्षा अब निजी गार्डों के बजाय प्रशिक्षित सेवानिवृत्त सैनिकों को सौंपी जाएगी, क्योंकि पहले सुरक्षाकर्मियों के दुर्व्यवहार की शिकायतें थीं ।
- एंट्री और एग्जिट: भीड़ को बेहतर ढंग से नियंत्रित करने के लिए, प्रवेश और निकास द्वार अलग-अलग होंगे। भक्तों को लगातार चलते हुए दर्शन करने होंगे, और कहीं भी रुककर भीड़ नहीं लगानी होगी ।
- लाइव स्ट्रीमिंग: कमेटी ने मंदिर के दर्शन की लाइव स्ट्रीमिंग की व्यवस्था को भी मंजूरी दी है, ताकि जो लोग मंदिर नहीं आ सकते, वे घर बैठे दर्शन कर सकें ।
- मंदिर के खजाने का खुलना: 54 साल बाद, मंदिर के गर्भगृह के नीचे स्थित खजाने (तोषखाना) को खोला जाएगा । कमेटी की निगरानी में इस पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी की जाएगी ।
- मोबाइल पर प्रतिबंध: कमेटी इस बात पर विचार कर रही है कि क्या मंदिर परिसर में मोबाइल फोन पर प्रतिबंध लगाना चाहिए। यह निर्णय भीड़ को कम करने और मंदिर की मर्यादा बनाए रखने के लिए लिया जा सकता है ।
धार्मिक पर्व और उत्सव
- कुंभ मेला 2025 कब और कैसे जाएं – प्रयागराज महाकुंभ की पूरी तैयारी।
- नवरात्रि 2025 कलर और तिथियाँ – देवी आराधना के शुभ रंग।
- तिरुपति बालाजी दर्शन के नियम – दर्शन से पहले क्या जानना ज़रूरी है?
- साबरीमाला वर्चुअल क्यू ऑनलाइन बुकिंग – आसान ऑनलाइन दर्शन का तरीका।
- उज्जैन महाकाल दर्शन बुकिंग – ऑनलाइन प्रक्रिया अभी देखें।
- खाटू श्याम मंदिर सीकर राजस्थान – श्री श्याम बाबा के भक्तों के लिए ज़रूरी जानकारी।
- प्रेम मंदिर कहाँ है? – वृंदावन की अद्भुत सुंदरता देखें।
- अयोध्या राम मंदिर उद्घाटन कब होगा? – ऐतिहासिक क्षण का पूरा विवरण।
- लाइव दर्शन भारतीय मंदिरों के – घर बैठे दिव्य दर्शन पाएं।
बांके बिहारी मंदिर कैसे पहुंचें और टिप्स (How to Reach Banke Bihari Temple)
बांके बिहारी मंदिर तक पहुँचना अब काफी आसान हो गया है।
- हवाई मार्ग: निकटतम हवाई अड्डे आगरा (AGR) और दिल्ली (DEL) हैं ।
- रेल मार्ग: निकटतम प्रमुख रेलवे स्टेशन मथुरा जंक्शन (MTJ) है । स्टेशन से आप वृंदावन के लिए स्थानीय टैक्सी, ऑटो-रिक्शा, या बस ले सकते हैं ।
- सड़क मार्ग: वृंदावन, दिल्ली और आगरा से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है । निजी वाहन से जाने वालों को मंदिर तक गाड़ी ले जाने की अनुमति नहीं है क्योंकि गलियां बहुत संकरी हैं । आपको अपनी गाड़ी को वृंदावन में ही किसी पार्किंग में पार्क करना होगा ।
बांके बिहारी मंदिर डायरेक्शन आसान है। वृंदावन में राधावल्लभ मंदिर के पास, मथुरा से 10 किमी। ट्रेन: मथुरा जंक्शन (15 किमी), फिर ऑटो/टैक्सी। एयरपोर्ट: आगरा (60 किमी)। रोड: यमुना एक्सप्रेसवे से डायरेक्ट। होटल नियर बांके बिहारी टेम्पल वृंदावन जैसे भक्ति धाम या ISKCON गेस्ट हाउस चुनें।
टिप्स: सुबह जल्दी आएं, सादा कपड़ा पहनें, फोटो न लें। टेम्पल्स नियर बांके बिहारी टेम्पल जैसे प्रेम मंदिर घूमें। बांके बिहारी टेम्पल नियर मी सर्च करने वालों के लिए - गूगल मैप्स यूज करें। दूरी मथुरा से 11 किमी। टॉप रेटेड बांके बिहारी टेम्पल रिव्यूज पढ़ें।
बांके बिहारी मंदिर के पास होटल (Hotel near Banke Bihari temple Vrindavan)
वृंदावन में रहने के लिए कई विकल्प उपलब्ध हैं। आप ₹500 से ₹1,000 प्रति रात की कीमत में भी आसानी से रूम पा सकते हैं। मंदिर के पास ठहरने के लिए कई hotel near banke bihari temple vrindavan उपलब्ध हैं। ये होटल वृंदावन में आसानी से मिल जाते हैं, खासकर अटला चुंगी के पास। यह आपके वृंदावन दौरे को और भी सुविधाजनक बना सकता है।
अन्य महत्वपूर्ण तीर्थ यात्रा और मंदिर जानकारी
- मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना ऑनलाइन पंजीकरण यहाँ देखें – क्या आप जानते हैं इस योजना से मुफ्त यात्रा कैसे मिलेगी?
- अमरनाथ यात्रा 2024 पंजीकरण की पूरी जानकारी – अंतिम तिथि और प्रक्रिया अभी पढ़ें।
- कैलाश मानसरोवर यात्रा गाइड – दिव्य यात्रा के रहस्य और तैयारी यहाँ जानें।
- उत्तराखंड चार धाम यात्रा ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन – दर्शन से पहले ज़रूरी जानकारी।
यात्रा के लिए उपयोगी टिप्स
- मंदिर जाते समय साधारण और शालीन वस्त्र पहनें।
भीड़भाड़ वाले दिनों में छोटे बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें। - मंदिर परिसर में मोबाइल और कैमरा ले जाने की अनुमति नहीं होती।
- यदि आप कार से जाते हैं तो मंदिर से दूर पार्किंग करें और पैदल प्रवेश करें।
- मंदिर में फोटो खींचना अनुमति नहीं है।
- बाहर और आस-पास की गलियों में भक्त रंग-बिरंगे परिधानों में नज़र आते हैं।
- मंदिर के पास आपको धार्मिक पोस्टर और चित्र आसानी से उपलब्ध हो जाते हैं।
बांके बिहारी मंदिर की विशेषताएँ
- मंदिर में घंटी या शंख नहीं बजते।
- दर्शन के दौरान पर्दा बीच-बीच में खींचा जाता है, ताकि भक्त भगवान की दिव्य दृष्टि को अधिक देर तक सह न पाएँ।
- जन्माष्टमी, होली और हरियाली तीज जैसे पर्वों पर मंदिर में लाखों भक्त उमड़ते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
Q1: क्या बांके बिहारी मंदिर आज खुला है? (Is Banke Bihari Temple open today) हाँ, मंदिर हर दिन खुला रहता है। आपको बस दर्शन के समय का ध्यान रखना होगा, जो मौसम के अनुसार बदलता रहता है।
Q2: बांके बिहारी मंदिर खुलने का समय क्या है? (Banke Bihari Temple opening time) गर्मियों में सुबह 7:15 बजे और सर्दियों में सुबह 8:15 बजे मंदिर खुलता है।
Q3: क्या मंदिर में प्रवेश के लिए कोई शुल्क है? नहीं, मंदिर में प्रवेश के लिए कोई शुल्क नहीं है। यह सभी भक्तों के लिए नि:शुल्क है ।
कॉन्क्लूजन
बांके बिहारी मंदिर की भक्ति हर दिल को छू जाती है। लेटेस्ट न्यूज से साफ है कि मंदिर का विकास तेजी से हो रहा है, जो भक्तों के लिए वरदान है। बांके बिहारी मंदिर, वृंदावन केवल एक धार्मिक स्थल नहीं बल्कि आस्था, प्रेम और भक्ति का प्रतीक है। यहाँ आने वाले भक्तों को अद्भुत शांति और आध्यात्मिक आनंद की अनुभूति होती है। अगर आप भी श्रीकृष्ण की नगरी वृंदावन जा रहे हैं तो Banke Bihari Temple Timings पहले से ज़रूर चेक करें और अपनी यात्रा को यादगार बनाएं।
अगर आप बांके बिहारी मंदिर ओपनिंग टाइम या बांके बिहारी मंदिर न्यूज के बारे में और जानना चाहें, तो कमेंट करें। जय श्री राधे! वृंदावन यात्रा प्लान करें और शेयर करें।
प्रसिद्ध मंदिरों की रोचक जानकारी
- चंडी देवी मंदिर हरिद्वार का इतिहास और दर्शन समय – श्रद्धालुओं के लिए खास गाइड।
भगवान जगन्नाथ मंदिर कहाँ है? – पुरी धाम की रहस्यमयी कथा पढ़ें। - श्री माता वैष्णो देवी यात्रा पर्ची ऑनलाइन बुकिंग – यात्रा से पहले यह ज़रूर जानें।
- बिरला मंदिर का इतिहास और लोकेशन – दिल्ली का यह भव्य मंदिर क्यों खास है?
- दादा देव मंदिर, पालम दिल्ली का इतिहास व समय – प्राचीन रहस्य और मान्यताएँ।
.png)

