भारत विभिन्न संस्कृतियों और रंगो का देश है यहाँ के त्योहारों में रंगों का विशेष महत्व होता है हिन्दू धर्म में Navratri Colours का विशेष महत्व है। नवरात्रि नौ दिन तक चलने माँ दुर्गा की विजय का त्यौहार है इन नौ दिनों में देवी के नौ स्वरूपों का वर्णन है जिनमे प्रत्येक स्वरूप को एक रंग से जोड़ा गया है हर रंग का एक अलग अर्थ होता है, जो माता दुर्गा के विभिन्न स्वरूपों के गुणों को दर्शाता है तभी तो यहाँ रंगों का त्यौहार होली दिवाली और नवरात्रे मनाये जाते हैं दिवाली पर विशेष तौर पर घरों में रंग बिरंगी रोशनी की जाती है और घरों में रंगोली बनाई जाती है होली त्यौहार से आप सभी भली भांति परिचित हैं Navratri Ke Rang हर एक स्वरुप से जुड़े हुए हैं। देवी के नौ स्वरूपों में प्रत्येक स्वरूप से जुड़े रंग का विशेष महत्व है।
नवरात्रि के रंग क्या हैं
हर वर्ष जैसे कैलेंडर बदलता है उसी तरह नवरात्रि के कलर प्रत्येक साल के लिए अलग निर्धारित किये जाते हैं नवरात्रि नौ रंगों का विशेष पर्व है भक्त नौ दिन तक उपवास रखकर देवी के विभिन्न रूपों की पूजा अर्चना प्रत्येक दिन अलग प्रकार के कपडे पहनकर करते हैं व घरों और मंदिरों को विशेष रंग से सजाते हैं 9 रंगों का हर एक रंग के पीछे कोई न कोई अर्थ है Navratri Ke Rang के बारे में इस पोस्ट में बताया गया है नवरात्री वर्ष में दो बार मनाया जाता है एक चैत्र मास में और दूसरा शारदीय नवरात्रे शरद ऋतु में मनाये जाते हैं देवी भगवती ने महिषासुर राक्षस के अत्याचार से जीवों को मुक्ति दिलायी थी। तभी से नवरात्रे मनाये जाते हैं।
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नवरात्रि के 9 रंग कौन से हैं
नवरात्रि के रंग कैलेंडर के अनुसार प्रत्येक वर्ष के लिए निर्धारित किये जाते हैं इन रंगों में लाला, हरा, नीला, पीला, सफ़ेद, ग्रे, नारंगी, गुलाबी और बैंगनी शामिल होते हैं हिन्दू धर्म के अनुसार ऐसी मान्यता है माता दुर्गा के नौ रूपों में प्रत्येक रूप का सम्बन्ध एक रंग से है जिसे शुभ माना जाता है वर्ष 2024 के चैत्र नवरात्रे 9 अप्रैल से शुरू होकर 17 अप्रैल को समाप्त होंगे आगे कि पोस्ट में वर्ष 2024 में कौन से रंग निर्धारित किये गए हैं। बताया गया है।
चैत्र नवरात्रि 2024: दिन व्रत तारीख और रंग सूची
दिन |
देवी |
तिथि |
रंग |
पहला दिन |
माँ शैलपुत्री |
9 अप्रैल |
लाल |
दूसरा दिन |
माँ ब्रह्मचारिणी |
10 अप्रैल |
शाही नीला |
तीसरा दिन |
माँ चंद्रघंटा |
11 अप्रैल |
पीला |
चौथा दिन |
माँ कूष्माण्डा |
12 अप्रैल |
हरा |
पाँचवा दिन |
माँ स्कंदमाता |
13 अप्रैल |
स्लेटी |
छठा दिन |
माँ कात्यायनी |
14 अप्रैल |
नारंगी |
सातवां दिन |
माँ कालरात्रि |
15 अप्रैल |
सफ़ेद |
आठवां दिन |
माँ महागौरी |
16 अप्रैल |
गुलाबी |
नौवां दिन |
माँ सिद्धिदात्री |
17 अप्रैल |
आसमानी नीला |
नवरात्रि के रंगों का महत्व
चैत्र नवरात्री के रंगो का नवरात्री में विशेष है यहाँ प्रत्येक रंग का धार्मिक व वैज्ञानिक रूप रूप से बताया गया है इन रंगों से घर व पूजा स्थल की सजावट कर सकते हैं इस कलर के कपडे पहन सकते हैं Navratri Ke Rang सकारात्मक उर्जा का प्रतीक हैं।
नवरात्रि पहला दिन माँ शैलपुत्री रंग लाल
लाल रंग : नवरात्रि के पहले दिन मां शैलपुत्री का प्रतीक है। यह रंग जुनून और प्यार का प्रतीक होता है। यह रंग आत्मविश्वास और उत्साह और अपने काम में लगे रहने के लिए उत्साह पैदा करता है इससे सुनिश्चित होता है कि व्यक्ति अपने में काम में निष्ठापूर्वक और ऊर्जावान है और अपने किसी भी कामे के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं।
नवरात्रि दूसरा दिन माँ ब्रह्मचारिणी रंग रॉयल ब्लू
रॉयल ब्लू" रंग : नवरात्रि का दूसरा दिन माँ ब्रह्मचारिणी का है रंग "रॉयल ब्लू" रंग है यह रंग शांति और समृद्धि का प्रतीक है और आत्मविश्वास, विश्वास और अधिकार को दर्शाता है। यह दूसरों की भलाई और जुड़ाव के महत्व को दर्शाता है, यह संतुष्टि और उत्पादकता में सुधार करता का प्रतीक है। यह आपके आत्मविश्वास को बढाता है और कार्य प्रदर्शन में सुधार करता है।
नवरात्रि तीसरा दिन माँ चंद्रघंटा रंग पीला
पीला रंग : आशा और ख़ुशी के साथ प्रसन्नता को दर्शाता है दुनिया की कई संस्कृतियों में इस रंग को सद्भाव और ज्ञान का रंग कहा जाता है। पीला रंग सीखने का प्रतिनिधित्व करता है हमें अपने किसी भी कार्य को तब तक उन्नति पर नही ले जा सकते है जब तक उसमे नये प्रयोग न करें नये प्रयोग नया सीखने से प्राप्त किये जा सकते हैं।
नवरात्रि चौथा दिन माँ कूष्माण्डा रंग हरा
हरा रंग : जीवन में शांति से नई शुरुआत करने का प्रतीक है इस रंग का मतलब है इस ब्रह्मांड की निर्माता माँ कुष्मांडा सभी को शांति प्रदान करें यह रंग सुरक्षा से भी जुड़ा हुआ है और अच्छे कार्यों के लिए अपने आपको पुरष्कृत करने का प्रतीक है। इस रंग को विकास उर्वरता और प्रेरणा से जोड़ सकते हैं।
नवरात्रि पांचवा दिन माँ स्कंदमाता रंग स्लेटी
ग्रे रंग : हमें जमीन से जुड़े रहने के लिए प्रेरणा देता है व्यक्ति कितना भी महान क्यों न बन जाये परन्तु उसे जमीन पर रहने वाले जीवों के प्रति उदार व सहानुभूति रखनी चाहिए शक्तिशाली होने के बाद भी बुढ़ापा और दुर्बलता जीवन है तो निशिचित आयेगी अपने अनुभव से सीखना चाहिए यह रंग इस बात का भी प्रतीक है यह Navratri Ke Rang हमें सिखाते हैं कि हमें हमेशा वफादार होना चाहिए।
नवरात्रि छठा दिन माँ कात्यायनी रंग नारंगी
नारंगी रंग गर्मजोशी और उत्साह का प्रतिनिधित्व करता है इस रंग से सकारात्मक उर्जा का संचार होता है अपनी मौजूदा समस्याओं के समाधान खोजने के लिए यह रंग प्रेरित करता है।
नवरात्रि सातवाँ दिन माँ कालरात्रि रंग सफ़ेद
सफ़ेद रंग शांति और सुरक्षा की भावना के लिए है यह शुद्धता और मासूमियत का पर्याय है जो वफ़ादारी का प्रतीक है यह रंग सीखने और संगठित रहकर सफलता प्राप्त करने का संकेत देता है इससे अपने आप में सुधार करें और अपनी उत्पादक क्षमता को बढाएं।
नवरात्रि आठवां दिन माँ महागौरी रंग गुलाबी
गुलाबी रंग आकर्षण प्रेम, दया, और स्नेह और सद्भाव का प्रतिनिधित्व करता है इस रंग के फूलो से माता महागौरी का पूजना किया जाता है माता महागौरी पालन पोषण और करुणा का प्रतीक है गुलाबी रंग प्रेम का प्रतीक भी माना जाता है।
नवरात्रि नौवां दिन माँ सिद्धिदात्री आसमानी नीला
आसमानी रंग इस विशाल प्रकृति की असीम महिमा और चरित्र का प्रतीक है यह रंग दिव्यता की देवी सिद्धिदात्री को समर्पित है आसमानी आकाश भी है और समुद्र भी है दोनों विशाल और अथाह हैं जिनकी महिमा अपरम्पार है यह Navratri Ke Rang खुले स्थान की स्वतंत्रता, अंतर्ज्ञान, की कल्पना से जुड़े हैं।
नवरात्रि से जुड़े अक्सर पूंछे जाने वाले सवाल
प्रश्न. 1 क्या नवरात्रि के रंग हर वर्ष बदलते हैं?
उत्तर: जी हाँ
प्रश्न. 2 वर्ष 3024 में चैत्र नवरात्रि के रंग कौन कौन से हैं?
उत्तर: वर्ष 2024 में नवरात्रि के रंग यहाँ क्रम वाइज लिखे गए हैं प्रथम दिन से लेकर नवें दिन तक के रंग इस प्रकार हैं।
- पहला दिन लाल
- दूसरा दिन शाही नीला
- तीसरे दिन पीला
- चौथा दिन हरा
- पाँचवा दिवस स्लेटी
- छठा दिन नारंगी
- सातवां दिन सफ़ेद
- आठवां दिन गुलाबी
- नौवां दिन आसमानी नीला
प्रश्न. 3 नवरात्रे वर्ष में कितनी बार मनाये जाते हैं?
उत्तर: दो।
सारांश
नवरात्रि आध्यत्मिक सांस्कृतिक और जीवन के विभिन्न रंगों का उत्सव है Navratri Ke Rang हिन्दू धर्मं के महत्वपूर्ण त्यौहारों से जुड़े हैं यह रंग धार्मिकता के साथ साथ जीवन से जुड़े पहलुओं को उजागर करते हैं नवरात्रि के रंग जीवन में हमें बहुत कुछ सिखाते हैं जो समझने की जरूत है यह रंग भक्ति और आस्था के साथ साथ ख़ुशी प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं जिसे हम सबको स्वीकार करना चाहिए।
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