अयोध्या की पावन धरती, जहाँ भगवान श्री राम का जन्म हुआ, हर भक्त के लिए एक तीर्थ है जो मन को शांति और आत्मा को भक्ति से भर देता है। खास तौर पर, जून 2025 से शुरू हुए राम दरबार दर्शन ने इस तीर्थ को और भी खास बना दिया, अब 2025 में, यहाँ दर्शन का जोश देखते ही बनता है! खास बात ये कि जून 2025 से मंदिर के ऊपरी तल पर राम दरबार दर्शन शुरू हो गए हैं, जहाँ राम जी, सीता माँ, लक्ष्मण, और हनुमान जी सब एक साथ विराजमान हैं। चाहे तुम सुगम दर्शन की प्लानिंग कर रहे हो या सुबह की मंगला आरती में शामिल होने का मन हो, अयोध्या राम मंदिर दर्शन बुकिंग 2025 का सही तरीका जानना ज़रूरी है। ये ब्लॉग तुम्हारे लिए ही है, भाई! ऑनलाइन पास कैसे बुक करें, आरती का टाइम क्या है, और अयोध्या की यात्रा कैसे प्लान करें, सब कुछ आसान भाषा में बताऊँगा। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के ताज़ा नियमों के हिसाब से तैयार ये गाइड तुम्हारी यात्रा को भक्ति और मज़े से भरेगी। चलो, राम जी के दर्शन की तैयारी शुरू करें! जय श्री राम!
राम मंदिर में दर्शन के प्रकार और उनकी विशेषताएँ
- सामान्य दर्शन: ये बिल्कुल फ्री है। ना बुकिंग चाहिए, ना कोई झंझट। बस मंदिर पहुँचे, और लाइन में लग जाएँ, 15-20 मिनट में राम लला के दर्शन कर ले। ये उन लोगों के लिए बेस्ट है जो बिना प्लान के अयोध्या चले आते हैं। लेकिन ध्यान दे, राम नवमी या दीपावली जैसे मौकों पर यहाँ लंबी लाइन लगती है। हर दिन हज़ारों लोग इस दर्शन से राम जी का आशीर्वाद लेते हैं।
- सुगम दर्शन: अगर तुम चाहते हो कि कम टाइम में, बिना ज़्यादा धक्का-मुक्की के दर्शन हो जाएँ, तो ये तुम्हारे लिए है। सुगम दर्शन पास अयोध्या के लिए आपको ऑनलाइन बुकिंग वेबसाइट https://online.srjbtkshetra.org/ से करनी होगी।
- विशिष्ट दर्शन: ये खास उन लोगों के लिए, जिन्हें थोड़ा एक्स्ट्रा सपोर्ट चाहिए। जैसे, 60 साल से ऊपर के बुजुर्ग, दिव्यांग भाई-बहन, या प्रेग्नेंट महिलाएँ। इस दर्शन में आपको राम लला के करीब से दर्शन मिलते हैं, और भीड़ भी कम रहती है। इसके लिए ट्रस्ट या जिला प्रशासन से पास लेना पड़ता है।
- राम दरबार दर्शन: ये नया वाला दर्शन है, जो जून 2025 से शुरू हुआ। ऊपरी तल पर राम दरबार की मूर्तियाँ देखने का मौका मिलता है। इसके लिए सुगम या विशिष्ट पास बुक करते वक़्त ऑप्शन सिलेक्ट करना पड़ता है। हर दिन 1,800 पास मिलते हैं (600 सुगम, 1,200 विशिष्ट), जो सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक छह टाइम स्लॉट में बँटे हैं।
भारत के प्रसिद्ध तीर्थ स्थलों की यात्रा करने से पहले ये जानकारी ज़रूर पढ़ें!
- भगवान जगन्नाथ मंदिर कहाँ है? जानिए इस पवित्र स्थल का इतिहास
- अमरनाथ यात्रा 2024: कब शुरू हो रही है? रजिस्ट्रेशन की अंतिम तिथि यहाँ देखें
- कैलाश मानसरोवर यात्रा गाइड: कहाँ से शुरू करें और कैसे पहुँचें?
- तिरुपति बालाजी दर्शन के नियम नहीं पता तो दर्शन में हो सकती है परेशानी
राम दरबार दर्शन के लिए ऑनलाइन टिकट बुक कैसे करें
राम दरबार टिकट बुकिंग अब पहले से कहीं अधिक सुगम और पारदर्शी है। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की आधिकारिक वेबसाइट https://online.srjbtkshetra.org/ के माध्यम से आप कुछ ही मिनटों में सुगम दर्शन, विशिष्ट दर्शन, या आरती पास बुक कर सकते हैं। विदेशी श्रद्धालु (NRIs) और पहली बार बुकिंग करने वाले भक्तों के लिए भी प्रक्रिया सरल है। नीचे चरण-दर-चरण मार्गदर्शन दिया गया है:
- वेबसाइट पर जाएं: https://online.srjbtkshetra.org/ खोलें और ‘मुफ्त सुगम दर्शन’ या ‘मुफ्त आरती पास’ विकल्प चुनें।
- लॉगिन करें: भारतीय मोबाइल नंबर या ईमेल आईडी (NRIs के लिए) दर्ज करें। OTP प्राप्त कर सत्यापित करें।
- दर्शन प्रकार चुनें: सुगम दर्शन, विशिष्ट दर्शन, या राम दरबार दर्शन का चयन करें। आरती के लिए मंगला, भोग, या संध्या आरती चुनें।
- तारीख और स्लॉट: वेबसाइट पर दिए गए समय के अनुसार करनी होगी!
- श्रद्धालु विवरण: अधिकतम 8 श्रद्धालुओं के लिए नाम, आयु, लिंग, और वैध आईडी (आधार, पासपोर्ट, वोटर आईडी) दर्ज करें। फोटो अपलोड करें, यदि आवश्यक हो।
- पास डाउनलोड करें: विवरण सत्यापित कर बुकिंग पूरी करें। पास डाउनलोड करें और दर्शन से 30 मिनट पहले मंदिर पहुंचें।
महत्वपूर्ण नियम:
- ड्रेस कोड: पुरुषों के लिए कुर्ता-धोती या पायजामा,पेंट शर्ट, महिलाओं के लिए साड़ी या सलवार-सूट (दुपट्टे सहित)।
- जरूरी दस्तावेज: मूल आईडी प्रूफ और पास की प्रति साथ लाएं।
- प्रतिबंध: मोबाइल, कैमरा, या बैग मंदिर में निषिद्ध; लॉकर सुविधा उपलब्ध है।
NRI और विशेष टिप्स: विदेशी श्रद्धालु ईमेल लॉगिन का उपयोग करें। कुछ भक्तों ने अयोध्या के विश्वसनीय होटल या ट्रैवल एजेंट्स के माध्यम से बुकिंग की सुविधा ली है, लेकिन धोखाधड़ी से बचने के लिए केवल आधिकारिक वेबसाइट का उपयोग करें। बुकिंग 15 दिन पहले शुरू होती है, और त्योहारों (जैसे दीपावली) में स्लॉट जल्दी भर जाते हैं। srjbtkshetra.org ऑनलाइन बुकिंग के साथ अपनी यात्रा को निर्बाध बनाएं और भगवान राम के दर्शन का सौभाग्य प्राप्त करें।
आरती समय और बुकिंग के लिए टिप्स
अयोध्या राम मंदिर की आरती भक्ति और शांति का अनुपम अनुभव है। मंदिर में तीन दैनिक आरतियां आयोजित होती हैं, जिनमें सीमित श्रद्धालु (30-40 प्रति स्लॉट) शामिल हो सकते हैं। राम मंदिर आरती समय और बुकिंग की जानकारी नीचे दी गई है:
- मंगला आरती: सुबह 6:30 बजे। दिन की पहली आरती, जो भगवान राम को प्रभात में समर्पित है।
- भोग आरती: दोपहर 12:00 बजे। भगवान को भोग अर्पण के साथ यह आरती शांतिपूर्ण होती है।
- संध्या आरती: शाम 7:30 बजे। सूर्यास्त के समय होने वाली यह आरती भक्ति-भाव से परिपूर्ण है।
आरती पास बुकिंग प्रक्रिया:
- https://online.srjbtkshetra.org/ पर ‘मुफ्त आरती पास’ चुनें।
- लॉगिन कर अपनी पसंदीदा आरती और तारीख चुनें।
- श्रद्धालु विवरण दर्ज करें और बुकिंग कन्फर्म करें।
- 24 घंटे पहले SMS/ईमेल के माध्यम से उपस्थिति कन्फर्म करें, वरना पास रद्द हो सकता है।
- पास काउंटर (रामघाट चौराहा, अयोध्या) से भी प्राप्त किए जा सकते हैं, लेकिन ऑनलाइन बुकिंग प्राथमिकता है।
बुकिंग टिप्स:
- जल्दी बुक करें: आरती पास सीमित हैं, और राम नवमी (मार्च/अप्रैल) या दीपावली (अक्टूबर/नवंबर) जैसे त्योहारों में मांग अधिक होती है।
- सत्यापन: बुकिंग के बाद SMS/ईमेल चेक करें और समय पर कन्फर्म करें।
- समय पर पहुंचें: आरती से 30 मिनट पहले मंदिर पहुंचें और आईडी प्रूफ साथ रखें।
- विशेष आयोजन: त्योहारों पर अतिरिक्त आरतियां हो सकती हैं, जिनके लिए ट्रस्ट की वेबसाइट पर नोटिफिकेशन चेक करें।
अयोध्या राम मंदिर मुफ्त आरती पास के साथ आप भगवान राम की भक्ति में लीन हो सकते हैं। यह अनुभव आपकी आत्मा को शांति और आनंद से भर देगा।
वीआईपी दर्शन और गलत धारणाओं का खंडन
अयोध्या राम मंदिर वीआईपी पास की चर्चा अक्सर श्रद्धालुओं के बीच भ्रामक जानकारी का कारण बनती है। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने स्पष्ट किया है कि मंदिर में कोई सशुल्क वीआईपी पास उपलब्ध नहीं है। कुछ वेबसाइट्स और एजेंट्स “तत्काल दर्शन” या “वीआईपी पास” के लिए 500 रुपये या उससे अधिक शुल्क की झूठी बातें फैलाते हैं, जो पूरी तरह गलत हैं। राम मंदिर दर्शन शुल्क के नाम पर कोई भुगतान नहीं लिया जाता; सभी दर्शन और आरती पास मुफ्त हैं।
हालांकि, विशेष श्रेणी के श्रद्धालुओं के लिए सुविधाएं हैं। बुजुर्ग (60 वर्ष से अधिक), दिव्यांग, और गर्भवती महिलाएं विशिष्ट दर्शन पास के लिए आवेदन कर सकती हैं। ये पास ट्रस्ट या जिला प्रशासन की अनुमति से जारी होते हैं, और इनमें व्हीलचेयर या प्राथमिकता प्रवेश की सुविधा मिलती है। राम दरबार दर्शन के लिए भी यही पास लागू होते हैं, जिन्हें बुकिंग के समय चुनना होता है।
सावधानी: अनधिकृत वेबसाइट्स या एजेंट्स से बचें, जो “तुरंत दर्शन” का लालच देते हैं। हमेशा आधिकारिक वेबसाइट https://online.srjbtkshetra.org/ का उपयोग करें। किसी भी संदिग्ध लिंक पर भुगतान न करें, और ट्रस्ट के हेल्पलाइन नंबर (उपलब्धता के आधार पर) से जानकारी सत्यापित करें। यह सुनिश्चित करें कि आपकी भक्ति यात्रा धोखाधड़ी से मुक्त रहे। राम मंदिर पास बुकिंग ऑनलाइन के साथ सुरक्षित और सुगम दर्शन का आनंद लें।
अगर आप श्रद्धालु हैं, तो ये मंदिर और दर्शन से जुड़ी बातें आपको ज़रूर जाननी चाहिए!
- भारत के प्रमुख मंदिरों का Live Darshan देखें – अब घर बैठे
- खाटू श्याम मंदिर, सीकर (राजस्थान): कब और कैसे जाएं?
- प्रेम मंदिर कहाँ है और क्या है इसकी खासियत? जानिए यहाँ
- मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना: मुफ्त में कराएं तीर्थ दर्शन, ऐसे करें आवेदन
अयोध्या यात्रा की योजना और उपयोगी सुझाव
अयोध्या की यात्रा भगवान राम की जन्मभूमि पर एक अविस्मरणीय आध्यात्मिक अनुभव है। अयोध्या राम मंदिर यात्रा गाइड के साथ अपनी यात्रा को सुगम और सुखद बनाएं। नीचे कुछ उपयोगी सुझाव और जानकारी दी गई है:
- यात्रा का सर्वश्रेष्ठ समय: अक्टूबर से मार्च (10-25°C) में मौसम सुखद रहता है, जो दर्शन के लिए आदर्श है। गर्मी (अप्रैल-जून) और मानसून (जुलाई-सितंबर) में भीड़ कम होती है, लेकिन मौसम असुविधाजनक हो सकता है।
कैसे पहुंचें:
- हवाई मार्ग: महारिषि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा (10 किमी) या लखनऊ हवाई अड्डा (140 किमी)। दोनों से टैक्सी/बस उपलब्ध हैं।
- रेल मार्ग: अयोध्या धाम जंक्शन या अयोध्या कैंट (1-2 किमी) निकटतम स्टेशन हैं। दिल्ली, लखनऊ, और वाराणसी से नियमित ट्रेनें चलती हैं।
- सड़क मार्ग: लखनऊ (130 किमी), दिल्ली (636 किमी), या वाराणसी (200 किमी) से बस/निजी वाहन। अयोध्या बस स्टैंड मंदिर से 3-9 किमी दूर है।
मंदिर में नियम:
- दर्शन से 30 मिनट पहले पहुंचें।
- मूल आईडी प्रूफ और पास की प्रति अनिवार्य।
- मोबाइल, कैमरा, या बैग प्रतिबंधित; रामघाट चौराहा पर लॉकर सुविधा उपलब्ध।
- पारंपरिक परिधान (पुरुष: कुर्ता-धोती; महिला: साड़ी/सलवार-सूट) पहनें।
- आसपास के दर्शनीय स्थल: हनुमान गढ़ी, कनक भवन, और सरयू नदी घाट पर संध्या आरती का आनंद लें।
- त्योहारों में सावधानी: राम नवमी और दीपावली में 1-2 लाख श्रद्धालु आते हैं। 15 दिन पहले बुकिंग करें और अतिरिक्त समय रखें।
राम मंदिर दर्शन टिप्स: होटल बुकिंग पहले करें, खासकर त्योहारों में। स्थानीय रिक्शा या ऑटो से मंदिर तक आसानी से पहुंचा जा सकता है। ट्रस्ट की वेबसाइट पर नवीनतम अपडेट्स चेक करें। इस गाइड के साथ अपनी अयोध्या यात्रा को भक्ति और सुगमता से भरपूर बनाएं।
अयोध्या राम मंदिर दर्शन और आरती टाइम 2025
दर्शन का प्रकार | दर्शन समय |
---|---|
सामान्य दर्शन (फ्री) | सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक (दोपहर 11:30 से 2 बजे तक बंद) |
सुगम दर्शन (पास बुक कर) | सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक (दोपहर 11:30 से 2 बजे तक बंद) |
विशिष्ट दर्शन (खास पास) | सुबह 7 बजे से 9 बजे तक दोपहर 1 बजे से 3 बजे तक शाम 5 बजे से 7 बजे तक |
राम दरबार दर्शन | सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक (दोपहर 11:30 से 2 बजे तक बंद) |
मंगला आरती | सुबह 4 बजे |
शृंगार आरती | सुबह 6 बजे |
शयन आरती | रात 10 बजे |
अयोध्या राम मंदिर: राम दरबार की भव्यता और जून 2025 की नवीन उपलब्धियाँ
5 जून 2025 को गंगा दशहरा के पावन अवसर पर अयोध्या के श्री राम मंदिर में एक ऐतिहासिक घटना घटी, जब प्रथम तल पर राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा संपन्न हुई। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वैदिक मंत्रोच्चार और साधु-संतों की उपस्थिति में इस समारोह का उद्घाटन किया। राम दरबार में भगवान राम को राजा के रूप में स्थापित किया गया, जहाँ वे माता सीता, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न, और हनुमान जी के साथ विराजमान हैं। जयपुर के शुद्ध सफेद संगमरमर से निर्मित ये मूर्तियाँ न केवल कला का उत्कृष्ट नमूना हैं, बल्कि भक्तों के लिए भक्ति और शांति का स्रोत भी हैं।
दर्शन का अनुभव
6 जून 2025 से राम दरबार भक्तों के लिए खुल गया, और इसे देखने की उत्सुकता विश्वभर में फैल गई। प्रथम तल पर स्थित यह दरबार एक भव्य हॉल में है, जहाँ मूर्तियों की शिल्पकला और प्रकाश व्यवस्था एक अलौकिक माहौल बनाती है। भक्तों को सुगम या विशिष्ट पास के माध्यम से दर्शन का अवसर मिलता है, जिसे श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की आधिकारिक वेबसाइट पर बुक किया जा सकता है। यह अनुभव न केवल आध्यात्मिक है, बल्कि भारतीय कला और संस्कृति की गहराई को भी दर्शाता है।
मंदिर की नई बनावट: भव्यता का नया अध्याय
जून 2025 तक श्री राम मंदिर का निर्माण कार्य अपने अंतिम चरण में पहुँच चुका है, और यह अब एक वैश्विक तीर्थ स्थल के रूप में उभर रहा है। मंदिर का मुख्य शिखर, जिसे सोने की परत से मढ़ा गया है, सूर्य की किरणों में चमकता है और दूर से ही भक्तों का ध्यान आकर्षित करता है। इसके साथ ही, परिसर में 14 नए मंदिरों की स्थापना ने मंदिर को एक समग्र आध्यात्मिक केंद्र बनाया है।
सोने का शिखर और वास्तुकला
मंदिर के शिखर पर सोने की परत (गोल्ड-प्लेटेड कलश और अमलक) ने इसकी भव्यता को नई ऊँचाइयाँ दी हैं। नागर शैली में निर्मित यह मंदिर 392 खंभों और 44 दरवाजों से सुसज्जित है, जिनमें रामायण की कथाएँ और भारतीय संस्कृति की नक्काशी उकेरी गई है। प्रथम तल का राम दरबार हॉल अपनी विशालता और शिल्पकला के लिए विशेष रूप से चर्चा में है। यह बनावट न केवल भक्तों को आकर्षित करती है, बल्कि भारतीय वास्तुकला की उत्कृष्टता को भी विश्व पटल पर लाती है।
14 नए मंदिरों का योगदान
राम जन्मभूमि परिसर में 14 नए मंदिरों की प्राण प्रतिष्ठा जून 2025 में हुई, जो भगवान शिव, गणेश, सूर्य देव, माँ भगवती, अन्नपूर्णा माता, और अन्य देवी-देवताओं को समर्पित हैं। इन मंदिरों का निर्माण 101 विद्वानों की देखरेख में वैदिक रीति-रिवाजों के साथ पूरा हुआ। ये मंदिर परिसर को एक संपूर्ण तीर्थ बनाते हैं, जहाँ भक्त एक ही स्थान पर विभिन्न देवताओं के दर्शन कर सकते हैं।
अयोध्या का पुनर्जनन: योगी आदित्यनाथ की दूरदर्शिता
जून 2025 में राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा के साथ अयोध्या ने एक आध्यात्मिक नगरी के रूप में नया स्वरूप लिया। योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में 32,000 करोड़ रुपये से अधिक के विकास कार्यों ने अयोध्या को विश्व स्तर का तीर्थ स्थल बनाया। राम पथ, भक्ति पथ, और जन्मभूमि पथ के बाद अब भारत पथ का निर्माण शुरू हो रहा है, जो अयोध्या की कनेक्टिविटी को और बेहतर करेगा।
शौर्य वन और अन्य पहलें
योगी आदित्यनाथ ने देश के वीरों को समर्पित ‘शौर्य वन’ की शुरुआत की, जो अयोध्या की नई पहचान है। प्राण प्रतिष्ठा के दौरान भक्तों के लिए भंडारा और कड़ी सुरक्षा व्यवस्था ने यात्रा को सुगम बनाया। योगी जी ने कहा कि अयोध्या अब विश्वास, आध्यात्मिकता, और सांस्कृतिक गौरव का प्रतीक है। ऑनलाइन पास सिस्टम और बेहतर सुविधाओं ने भक्तों की यात्रा को और आसान किया है।
वैश्विक प्रभाव
अयोध्या का यह नया स्वरूप न केवल भारतीय भक्तों, बल्कि विदेशी श्रद्धालुओं को भी आकर्षित कर रहा है। जून 2025 की प्राण प्रतिष्ठा के दौरान विश्वभर से भक्तों ने हिस्सा लिया, और मंदिर की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुईं। यह विकास अयोध्या को एक वैश्विक पर्यटन और आध्यात्मिक केंद्र के रूप में स्थापित कर रहा है।
निष्कर्ष
अयोध्या राम मंदिर की यात्रा हर श्रद्धालु के लिए एक आध्यात्मिक सौभाग्य है, जो भगवान श्री राम की जन्मभूमि से जोड़ता है। अयोध्या राम मंदिर दर्शन बुकिंग 2025 की प्रक्रिया अब ऑनलाइन और सरल है, जिससे आप सुगम दर्शन, विशिष्ट दर्शन, या राम दरबार दर्शन का लाभ आसानी से उठा सकते हैं। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की वेबसाइट https://online.srjbtkshetra.org/ के माध्यम से मुफ्त पास बुक करें और मंगला, भोग, या संध्या आरती में शामिल होकर भक्ति का आनंद लें। त्योहारों में पहले से योजना बनाएं, ड्रेस कोड का पालन करें, और धोखाधड़ी से बचने के लिए केवल आधिकारिक चैनल्स का उपयोग करें। यह ब्लॉग आपकी यात्रा को सुगम और यादगार बनाने के लिए तैयार किया गया है। तो, आज ही अपनी बुकिंग शुरू करें और अयोध्या में श्री राम के चरणों में शांति और भक्ति का अनुभव करें। जय श्री राम!
राम मंदिर और बागेश्वर धाम से जुड़ी हर अपडेट यहाँ है — एक भी जानकारी मिस न करें!
- अयोध्या राम मंदिर का उद्घाटन कब हुआ? जानिए पूरा विवरण
- राम मंदिर में आरती पास कैसे बनवाएं? यह जानकारी ज़रूरी है
- बागेश्वर धाम कहाँ है और कैसे पहुँचें? जानिए संपूर्ण जानकारी
क्या अयोध्या राम मंदिर में दर्शन मुफ्त है?
हाँ, सभी दर्शन (सामान्य, सुगम, विशिष्ट) और आरती पास पूरी तरह मुफ्त हैं। कोई सशुल्क राम मंदिर दर्शन शुल्क नहीं है।
राम मंदिर पास बुकिंग ऑनलाइन कैसे करें?
https://online.srjbtkshetra.org/ पर जाएं, मोबाइल/ईमेल से लॉगिन करें, दर्शन/आरती पास चुनें, तारीख और स्लॉट बुक करें, और पास डाउनलोड करें।
क्या विदेशी श्रद्धालु (NRIs) दर्शन पास बुक कर सकते हैं?
हाँ, ईमेल लॉगिन विकल्प का उपयोग करें। पासपोर्ट जैसे वैध आईडी प्रूफ की आवश्यकता होगी।
राम मंदिर में ड्रेस कोड क्या है?
पुरुषों के लिए कुर्ता-धोती, महिलाओं के लिए साड़ी/सलवार-सूट (दुपट्टे सहित) अनिवार्य। पश्चिमी कपड़े वर्जित हैं।
राम दरबार दर्शन के लिए अलग पास चाहिए?
नहीं, सुगम या विशिष्ट दर्शन पास बुकिंग के समय राम दरबार विकल्प चुनें। प्रतिदिन 1,800 पास उपलब्ध हैं।
त्योहारों में दर्शन के लिए क्या सावधानी बरतें?
15 दिन पहले बुकिंग करें, सुबह जल्दी पहुंचें, और भीड़ के लिए अतिरिक्त समय रखें।